Thinker, Writer, Anchor

Showing posts with label Ayodhya. Show all posts
Showing posts with label Ayodhya. Show all posts

April 27, 2025

अयोध्या में टूटेगी 200 साल पुरानी परंपरा, पहली बार राम मंदिर जाएंगे हनुमान - Ayodhya History

✍🏻 सुमित सारस्वत
विश्व विख्यात अयोध्या धाम में एक नया इतिहास रचने जा रहा है. श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बनने के बाद पहली बार हनुमान जी महाराज इस मंदिर में दर्शन करने आएंगे. 200 साल बाद यह संयोग बन रहा है जब हनुमान जी गर्भगृह में विराजित रामलला का दर्शन करेंगे. राम नगरी में अक्षय तृतीया के अवसर पर 30 अप्रेल को ऐसा इतिहास रचेगा, जिसे आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी.



गाजे-बाजे, हाथी-घोड़े और जयघोष के बीच हनुमान गढ़ी में गद्दीनसीन मुख्य महंत प्रेमदास जी महाराज 200 साल पुरानी परंपरा तोड़कर राम मंदिर जाएंगे. उनके साथ हनुमान जी का पवित्र निशान भी होगा. सोने-चांदी के तारों से निर्मित हनुमान जी का निशान 20 से 25 फीट ऊंचे और करीब 25 किलो वजनी चांदी के दंड पर स्थापित होता है. निशान के साथ अस्त्र-शस्त्र के प्रतीक रूप में चांदी की 12 फीट लंबी छड़ी व बल्लम भी शामिल होते हैं.

यह भी पढ़ें-
क्यों बढ़ी पेरेंट्स की चिंता ?

अयोध्या धाम में मान्यता है कि राम मंदिर में दर्शन करने से पहले हनुमान गढ़ी में बालाजी महाराज का दर्शन करना जरूरी है. इस मंदिर की परंपरा है कि यहां गद्दीनसीन महंत कभी भी मंदिर के 52 बीघा परिसर से बाहर नहीं जाते हैं. मंदिर क्षेत्र के अंदर ही उनकी सभी परंपराओं को पूरा किया जाता है, लेकिन ये पहली बार होगा जब हनुमान गढ़ी की बरसों पुरानी परंपरा बदलेगी.

यह भी पढ़ें- अयोध्या में बन रही 100 करोड़ की बिल्डिंग

शाही यात्रा में एक हजार से अधिक नागा साधु भी शामिल होंगे. मां सरयू में पुण्य स्नान के बाद सभी राम मंदिर पहुंचेंगे, जहां रामलला सरकार का दर्शन कर 56 भोग अर्पित करेंगे. इस खास अवसर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की जाएगी. दुनियाभर में रहने वाले राम भक्तों के लिए यह क्षण ऐतिहासिक और दुर्लभ होगा. कमेंट बॉक्स में जय श्री राम लिखकर यह खबर सभी भक्तों के साथ शेयर करें.
©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें-
अयोध्या में होती है यह खास पूजा

Share:

February 12, 2025

अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी का निधन, रामलला टेंट में थे तब से प्रभु सेवा में रहे लीन - Satyendra Das Death

माघ पूर्णिमा पर आचार्य सत्येंद्र दास का देवलोक गमन

✍🏻 सुमित सारस्वत
विश्व विख्यात अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास महाराज (Satyendra Das Maharaj) का आज माघ पूर्णिमा के पवित्र दिन देवलोक गमन हुआ. वे 1993 से रामलला सरकार (Lord Ram) की सेवा कर रहे थे. उनके निधन से रामनगरी (Ayodhya) के मठ मंदिरों में शोक है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने आचार्य के निधन पर शोक जताया है.

यह भी पढ़ें- क्यों बढ़ी पेरेंट्स की चिंता?

आचार्य सत्येंद्र दास को ब्रेन स्ट्रोक आने के बाद बीती 3 फरवरी को लखनऊ (Lucknow) के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया था. उपचार के दौरान आज बुधवार सुबह 7 बजे अस्पताल में अंतिम सांस ली. श्री राम मंदिर (Ram Mandir) भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी और अयोध्या राज परिवार के प्रमुख विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, डॉ. अनिल मिश्र, महासचिव चंपत राय ने निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है.

यह भी पढ़ें- योगी सरकार का अहम फैसला

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भी शोक जताया है. उन्होंने कहा कि 'परम रामभक्त आचार्य सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का निधन अत्यंत दुःखद एवं आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है. विनम्र श्रद्धांजलि!'
©सुमित सारस्वत
Share:

October 25, 2024

जानें अयोध्या में कब मनाएंगे दिवाली ?, रामनगरी से ही शुरू हुई थी दीपावली की परंपरा - Ayodhya Deepotsav 2024

✍🏻सुमित सारस्वत
हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली महापर्व (Diwali Festival) हर्षोल्लास से मनाया जाता है. सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार यह हिंदुओं का सबसे बड़ा पर्व है. धार्मिक मान्यता है कि त्रेता युग में इस दिन प्रभु श्री राम (Lord Ram) चौदह वर्ष का वनवास कर अयोध्या (Ayodhya) लौटे थे. तब अवध वासियों ने प्रभु के आगमन की खूब खुशियां मनाई. अवध को दीपों से सजाया. तब से दीपावली पर्व की परंपरा शुरू हुई.

यह भी पढ़ें- अयोध्या में क्यों होती है यह पूजा ?

55 घाटों पर जगमगाएंगे 25 लाख दीपक
हर साल की तरह इस साल भी अयोध्या में दीपाेत्सव (Diwali in Ayodhya) महापर्व उत्साह के साथ मनाएंगे. राम जन्मभूमि मंदिर बनने के बाद रामनगरी में दीपोत्सव 2024 (Deepotsav 2024) का उल्लास दोगुना दिखने लगा है. यहां दीपावली की पूर्व संध्या पर 30 अक्टूबर को दीपोत्सव पर्व मनाएंगे. इस साल राम की पैड़ी समेत सरयू के 55 घाटों पर 25 लाख से ज्यादा दीपक जगमगाएंगे. 25 अक्टूबर से घाटों पर दीपक जमाने का काम शुरू कर दिया है.

यह भी पढ़ें- दीपावली पर पटाखों से गई जान

सीएम योगी भी दीपोत्सव में करेंगे दीपदान
विश्व विख्यात अयोध्या के दीपोत्सव कार्यक्रम में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी शामिल होंगे. 30 अक्टूबर की शाम सरयू घाट पर दीपदान व आरती करेंगे. 31 अक्टूबर की सुबह श्री राम जन्मभूमि मंदिर (Ram Mandir) में दीपावली दर्शन व पूजन करेंगे. दीपावली के मौके पर श्री राम मंदिर पर आकर्षक रोशनी से सजावट की है. देशभर से श्रद्वालु दीपोत्सव में शामिल होने अयोध्या पहुंच रहे हैं.
©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- क्या है गोपाल का अनोखा खजाना?

 

Sumit Saraswat available on :

Share:

March 9, 2024

अयोध्या में माहेश्वरी समाज बनाएगा आलीशान धर्मशाला, 100 करोड़ से बनेगा 300 कमरों वाला भवन - Maheshwari Dharmshala Ayodhya

✍ सुमित सारस्वत
रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) बनने के बाद यहां विकास कार्य तेजी से जारी है. देश-दुनिया से लोग रामलला का दर्शन करने पहुंच रहे हैं. उनके ठहरने के लिए होटलों और धर्मशालाओं का निर्माण भी जारी है. अब यहां माहेश्वरी समाज (Maheshwari Samaj) भी आलीशान धर्मशाला का निर्माण करवाएगा. 100 करोड़ की लागत से बनने वाले इस विशाल भवन में 300 कमरे होंगे.

यह भी पढ़ें- राम मंदिर को मिले यह खास गिफ्ट

80 हजार वर्गफीट में बनने वाली धर्मशाला में मंदिर, भोजनालय, गौशाला, व्यायामशाला, पुस्तकालय, योग कक्ष, के साथ मेडिकल क्लिनिक भी होगा. अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा मार्ग स्थित दशरथ कुंड के निकट बनने वाले इस भवन का शिलान्यास व भूमि पूजन आगामी 11 मार्च को किया जाएगा. माहेश्वरी समाज सदस्यों के साथ अन्य समाज के लोग भी यहां रूक सकेंगे.

यह भी पढ़ें- मोरारी बापू का प्रेम संदेश

11 मार्च को शिलान्यास समारोह में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, महासचिव चंपत राय, कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla), राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma), माहेश्वरी सेवा सदन अध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा समेत कई अतिथि शिरकत करेंगे.
©सुमित सारस्वत, मो.9462737273

यह भी पढ़ें- अयोध्या में होती है यह खास पूजा

 
Sumit Saraswat available on :
Share:

February 24, 2024

अयोध्या में रामकथा की शुरूआत, मोरारी बापू बोले- राम भारत का प्राण और विश्व की आत्मा - Morari Bapu on Ayodhya Ram Mandir

 

सुमित सारस्वत
Ram Katha in Ayodhya: जन-जन के आराध्य भगवान श्री राम की जन्मभूमि पर शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय संत मोरारी बापू (Morari Bapu) के श्रीमुख से रामकथा की शुरूआत हुई. अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) बनने के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से विशाल स्तर पर आयोजित कथा की शुरूआत में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरी महाराज ने बापू का स्वागत किया. भगवान हनुमान को आमंत्रण देने के बाद राम स्तुति गाते हुए बापू ने अपने जीवनकाल की 932वीं रामकथा शुरू की.

यह भी पढ़ें-
राम मंदिर के लिए क्या बोले नेपाल के विदेश मंत्री

अयोध्या में बना तीनों लोकों का मंदिर

मानस राम मंदिर विषय पर कथा सुनाते हुए मोरारी बापू ने कहा कि लोग कहते हैं कि राम भारत का प्राण है लेकिन मैं कहता हूं कि भारत के राम प्राण नहीं, प्राण के भी प्राण हैं, जीव के भी जीव हैं, सुख के भी सुख हैं. राम भारत का प्राण और विश्व की आत्मा है. राम मंदिर सिर्फ भारत का ही नहीं, तीनों लोकों का मंदिर है. बापू ने कहा कि कुछ मंदिर भव्य होते हैं, कुछ मंदिर दिव्य होते हैं लेकिन राम मंदिर सेव्य है. यह मंदिर जब बाहर से देखो तो भव्य है, अंदर जाओ तो दिव्य है, और जैसे-जैसे ठाकुर जी के समीप जाओगे तो सेव्य है. बरसों से कई संतों-महंतों और लोगों की इच्छा रही कि यह मंदिर बने.

यह भी पढ़ें-
कैसे हर घर में जन्मेंगे राम ?

सातवीं बार सातवें अवतार की कथा
प्रवचन के दौरान बापू ने कहा कि भगवान के दशावतार में राम सातवां अवतार है. मुझे खुशी है कि इस बार अयोध्या में सातवीं कथा करने आया हूं. मेरा परम सौभाग्य है कि राम को राम की कथा सुनाने आया हूं. मुझे पूर्ण विश्वास है कि भगवान राम स्वयं इस कथा का श्रवण अवश्य करेंगे. बापू ने गांधी बापू का वाक्य बोलते हुए कहा कि जिसको रामायण और महाभारत का पता नहीं है, उसे हिन्दुस्तानी कहलाने का अधिकार नहीं. यह ऐसे ग्रंथ हैं जो हर सनातनी के घर में मिलते हैं. साधु का झोला भी देखोगे तो उसमें से भी यही ग्रंथ निकलेंगे.

यह भी पढ़ें-
मोरारी बापू का प्रेम संदेश

गुरु परम ब्रह्म के समान
गुरु महिमा सुनाते हुए कहा कि गुरु परम ब्रह्म के समान है. गुरु ही गणेश है, सूर्य है, शिव है, विष्णु है, जगदंबा है. जगद्गुरु शंकराचार्य कहते हैं कि संत और महंत जगत का कल्याण करने के लिए पूरे विश्व में घूमते रहते हैं. संत, गुरु, नदी, वृक्ष और पर्वत सदैव परहित का काम करते हैं. साधु में वृक्ष के समान सभी गुण होते हैं.

यह भी पढ़ें-
किसने दिया बापू को प्रेत अवार्ड ?

गर्भगृह में स्थापित होंगे पवित्र धार्मिक ग्रंथ
कथा के लिए अयोध्या आए मोरारी बापू अपने साथ तीन पवित्र धार्मिक ग्रंथ लेकर आए. बापू ने राम मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों को वाल्मिकी रामायण, तुलसी रामायण और रामचरितमानस ग्रंथ भेंट किए. महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह तीनों पवित्र ग्रंथ रामलला के गर्भगृह में स्थापित करेंगे. मंदिर आने वाले भक्त इन पवित्र ग्रंथों का दर्शन कर सकेंगे.
©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- मोरारी बापू का प्रेम संदेश


Sumit Saraswat available on :
Share:

रामलला मंदिर गर्भगृह में स्थापित होंगे यह पवित्र धार्मिक ग्रंथ, मोरारी बापू ने ट्रस्ट को दिए खास उपहार - Gift of Morari Bapu to Ram Mandir

✍ सुमित सारस्वत
Gift for Lord Ram in Ayodhya: जन-जन के आराध्य भगवान श्री राम की जन्मभूमि पर बने भव्य मंदिर के लिए देश-दुनिया से उपहार आए हैं. अयोध्या में रामकथा के लिए आए अंतर्राष्ट्रीय संत माेरारी बापू (Morari Bapu) भी अपने साथ खास उपहार लेकर आए हैं. उन्होंने शनिवार को यह उपहार मंदिर के लिए भेंट किए.

यह भी पढ़ें- राम मंदिर के लिए क्या बोले नेपाल के विदेश मंत्री

अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) बनने के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से विशाल स्तर पर रामकथा का आयोजन किया जा रहा है. नौ दिवसीय कथा के लिए अयोध्या आए मोरारी बापू अपने साथ तीन पवित्र धार्मिक ग्रंथ लेकर आए. शनिवार को कथा की शुरूआत से पहले बापू ने राम मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों को वाल्मिकी रामायण, तुलसी रामायण और रामचरितमानस ग्रंथ भेंट किए. महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह तीनों पवित्र ग्रंथ रामलला के गर्भगृह में स्थापित करेंगे. मंदिर आने वाले भक्त इन पवित्र ग्रंथों का दर्शन कर सकेंगे.

यह भी पढ़ें
- कैसे हर घर में जन्मेंगे राम ?

मानस राम मंदिर कथा प्रारंभ होने से पहले राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरी महाराज ने बापू का स्वागत किया. गौरतलब है कि बीती 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. इसके बाद से यहां लगातार भक्तों का आना जारी है. मंदिर बनने के बाद विशाल स्तर पर आयोजित यह पहली कथा है.
©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- मोरारी बापू का प्रेम संदेश


Sumit Saraswat available on :
Share:

नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रसाद पहुंचे अयोध्या, भारत के लिए कही यह बात - Nepal Finance Minister in Ayodhya


✍ सुमित सारस्वत
नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रसाद सऊद (Narayan Prasad Saud) शनिवार को अयोध्या पहुंचे. यहां महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने उनका स्वागत किया. इसके बाद सऊद एयरपोर्ट से श्री राम मंदिर पहुंचे. वहां रामलला का दर्शन और पूजन किया. रामलला को अपने साथ नेपाल से लाए चांदी के पांच भूषण समर्पित किए. जिनमें धनुष, गदा, गले का हार और हाथ पैर में पहने जाने वाले कड़े आदि शामिल हैं. दर्शन यात्रा के दौरान उनकी पत्नी ज्योत्सना साउद (Jyotshna Saud) भी साथ रहीं. दोनों ने हनुमानगढ़ी मंदिर में भी रामभक्त हनुमान का दर्शन व पूजन किया. आपको बता दें कि सऊद नेपाल सरकार के पहले मंत्री हैं जिन्होंने अयोध्या आकर प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के दर्शन किए.

यह भी पढ़ें- प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली रामकथा

भारत-नेपाल के बीच सांस्कृतिक संबंध
एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में सऊद ने कहा कि अयोध्या का राम मंदिर बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है. मैं भी प्रभु श्री राम का दर्शन करने लिए यहां आया हूं. उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के बीच बहुत ही गहरा सांस्कृतिक संबंध रहा है. दोनों सरकार के बीच ही नहीं, जनता के बीच में भी उतना ही गहरा संबंध रहा है. भगवान राम की शादी माता जानकी से जनकपुर के राम जानकी मंदिर में हुई थी. ऐसे में हमारे बीच जो गहरा संबंध है वह सांस्कृतिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है.

यह भी पढ़ें- कैसे हर घर में जन्मेंगे राम ?


राष्ट्रीय संबंधों को करेंगे मजबूत
विदेश मंत्री सऊद ने कहा कि नेपाल और भारत सरकार, दोनों देशों के बीच जो सांस्कृतिक संबंध है उसे और मजबूत करने के लिए प्रयत्नशील हैं. हम लोग धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहे हैं. अयोध्या और जनकपुर के बीच संबंध और अच्छा हो, इसलिए हम लोग कोशिश कर रहे हैं. काशी और काठमांडू, विश्वनाथ बाबा और पशुपतिनाथ बाबा के बीच का भी संबंध बढ़ा रहे हैं. धार्मिक पर्यटन को भी प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं, यह कोशिश दोनों सरकार के बीच में चल रही है.
©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- मोरारी बापू का प्रेम संदेश


Sumit Saraswat available on :
Share:

राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या में पहली बार रामकथा करेंगे मोरारी बापू, मंदिर निर्माण के लिए दिया था सबसे बड़ा दान - Ram Katha In Ayodhya Dham

 


✍ सुमित सारस्वत
Ram Katha in Ayodhya: जन-जन के आराध्य भगवान राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए सबसे बड़ा दान देने वाले अंतर्राष्ट्रीय संत मोरारी बापू (Morari Bapu) रामकथा करेंगे. अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) बनने के बाद विशाल स्तर पर आयोजित यह पहली कथा होगी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से आयोजित इस भव्य कथा के लिए व्यापक तैयारियां की गई है. बताया जा रहा है कि कथा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन समेत कई विशिष्ट अतिथि शिरकत करने रामनगरी आएंगे. शुक्रवार शाम बापू ने अयोध्या पहुंचकर श्री राम मंदिर में रामलला दर्शन किए.

यह भी पढ़ें- कैसे हर घर में जन्मेंगे राम ?

मणिपर्वत क्षेत्र में बना भव्य पांडाल
संत माेरारी बापू आगामी 24 फरवरी से 3 मार्च तक अयोध्या में 'मानस राम मंदिर' विषय पर रामकथा करेंगे. यह उनकी 932वीं रामकथा होगी. इसके लिए तीर्थक्षेत्र पुरम परिसर मणिपर्वत क्षेत्र में भव्य पांडाल का निर्माण करवाया है. पहले दिन 24 फरवरी को कथा शाम 4 बजे से होगी. इसके बाद 25 फरवरी से कथा का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक तय है. कथा के लिए देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं. अधिकांश होटलों और धर्मशालाओं में चार हजार से ज्यादा कमरे बुक हुए हैं.

यह भी पढ़ें- किसने दिया बापू को प्रेत अवार्ड ?

प्राण प्रतिष्ठा समारोह में रहे थे मौजूद
विख्यात रामकथा वाचक मोरारी बापू गत 22 जनवरी को हुए रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी मौजूद रहे थे. तब बापू ने मीडिया से कहा था कि 'राम ब्रह्म व्यापक हैं. जैसे सूरज-चांद सबका वैसे ही सूर्यवंशी राम भी सबके हैं. यह सत्य, प्रेम और करुणा का उत्सव है. यह अध्यात्मिक उत्सव है. मैंने दुनिया में इस तरह का माहौल पहले कभी नहीं देखा. देश के करोड़ों लोगों की तरह मैं भी जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनने का इंतजार कर रहा था.'

यह भी पढ़ें- बापू का सुखद दांपत्य सूत्र

बापू ने दिए थे 18.6 करोड़ रुपए
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सबसे बड़ा दान मोरारी बापू ने दिया था. छह दशक से भी अधिक समय से रामकथा का प्रचार-प्रसार कर रहे बापू ने 18.6 करोड़ रुपए दान दिए थे. इनमें भारत से 11.30 करोड़, ब्रिटेन और यूरोप से 3.21 करोड़, अमेरिका, कनाडा और कई अन्य देशों से 4.10 करोड़ शामिल थे. बापू ने महज 15 दिनों में यह राशि जुटाकर राम जन्मभूमि ट्रस्ट को सौंपी थी.
©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- मोरारी बापू का प्रेम संदेश

Sumit Saraswat available on :
Share:

January 14, 2024

Ram Mandir Opening: रामलला प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व करेंगे सुंदरकांड पाठ, दो दिन होंगे कई कार्यक्रम


Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Inauguration) के अवसर पर ब्यावर (Beawar) के देलवाड़ा रोड स्थित कृष्णा कॉलोनी में दो दिवसीय उत्सव हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। कृष्णा कॉलोनी स्थित श्री जागेश्वर महादेव मंदिर (Shiva Temple) में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयोजन को लेकर रविवार शाम मंदिर परिसर में बैठक आयोजित कर रूपरेखा तय की।

यह भी पढ़ें- सीता रसोई में जयपुर का तेल


दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरूआत सुंदरकांड पाठ से होगी। रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर 21 जनवरी की शाम मंदिर परिसर में रामचरित मानस की चौपाईयां गाते हुए सुंदरकांड पाठ (Sundarkand Path) करेंगे। भगवान श्रीराम (Lord Ram) के भजन गाएंगे। इसके बाद दूसरे दिन सुबह देव प्रतिमाओं का अभिषेक और पूजन करेंगे। संकीर्तन के साथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह का प्रसारण देखेंगे। उत्सव से पहले मंदिर एवं मूर्तियों का रंग-रोगन और सजावट की जाएगी। महिलाएं रंग-बिरंगी रंगोलियां सजाएंगी। पूरे क्षेत्र में भगवा झंडे लगाए जाएंगे।

यह भी पढ़ें- कब निकलेगी रामलला की शोभायात्रा ?

बैठक में आनंदवल्लभ तिवाड़ी, सत्यनारायण सारस्वत, गोपाल शर्मा, प्रबोध बंसल, चंद्रशेखर शर्मा, ओमप्रकाश परिहार, दलपत सिंह राठौड़, प्रदीप डागा, गोपाल सिंह, सुनील शर्मा, संजय अग्रवाल, महेंद्र सिंह, बिरदा सिंह मेहरात, जयवर्धन सिंह गौड़, कृष्णगोपाल कुमावत, अनिल सोनी, सुभाष गर्ग, आकाश अग्रवाल, रमेशचंद्र दाधीच व अन्य क्षेत्रवासी मौजूद रहे। अंत में रामधुन गाकर बैठक का समापन किया। ©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- रामभक्तों को ऐसे मिलेगा भोजन प्रसाद

Sumit Saraswat available on :

 

Share:

January 10, 2024

Ram Mandir Opening: अयोध्या की सीता रसोई में जयपुर के तेल में पकेगा भोजन, सीएम भजनलाल ने राम दरबार का पूजन कर भिजवाए 2100 पीपे

✍ सुमित सारस्वत
अयोध्या जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. रामनगरी में आगामी 22 जनवरी को विशाल स्तर पर आयोजित होने वाले प्रतिष्ठा महोत्सव (Ram Mandir Inauguration) की तैयारियां जोर-शोर से जा रही है. प्रतिष्ठा से पूर्व देशभर से सामग्री अयोध्या (Ayodhya) भिजवाई जा रही है. राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर से चपातियां बनाने की आठ मशीनें भेजे जाने के बाद अब जयपुर (Jaipur) से तेल भी भेजा गया है.

यह भी पढ़ें- कब निकलेगी रामलला की शोभायात्रा ?


सीएम भजनलाल ने किया पूजन

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) ने बुधवार को जयपुर के चांदपोल स्थित गंगा माता मंदिर से अयोध्या की सीता रसोई (Sita Rasoi) के लिए तेल के 2100 पीपों और राम दरबार शोभायात्रा को रवाना किया. इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने शंखनाद के बीच राम दरबार की पूजा-अर्चना करते हुए प्रदेश की सुख समृद्धि के लिए कामना की. यह कार्यक्रम धर्मयात्रा महासंघ राजस्थान एवं श्री श्याम भजन संध्या परिवार सेवा समिति जयपुर की ओर से आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य समेत बड़ी संख्या में धर्मावलंबी मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें- रामभक्तों को ऐसे मिलेगा भोजन प्रसाद

रोम-रोम में बसते हैं राम
कार्यक्रम में सीएम भजन लाल शर्मा ने कहा कि 'जन-जन के आराध्य प्रभु श्री राम हमारे रोम-रोम में बसते हैं. अवध में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. मंदिर का निर्माण होने से अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक केंद्र बन गया है. सीता रसोई के लिए सामग्री भेजना सौभाग्य की बात है. अयोध्या महोत्सव में साक्षी बनने वाले भक्तों के लिए सामग्री भेजने के पुण्य कार्य में जयपुरवासी सहभागी बने हैं, इसके लिए उन्हें साधुवाद देता हूं.'

यह भी पढ़ें- राम मंदिर में जाएंगे यह मुसलमान

अजमेर की मशीनों से बनेंगी चपातियां
अयोध्या की सीता रसोई के लिए अजमेर (Ajmer) से 8 चपाती मेकिंग मशीन भी भिजवाई गई थी. अयोध्या भेजे जाने से पहले राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने विधिविधान से मशीनों का पूजन किया था. इन मशीनों की सहायता से रोटियां सेंककर रामभक्तों के लिए भोजन प्रसाद तैयार किया जाएगा. एक मशीन से एक बार में 1200 चपातियां बनेंगी. अजमेर के 50 कार्मिक भी वहां काम कर रहे हैं. ©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- अयोध्या में क्यों होती है यमराज पूजा ?

Sumit Saraswat available on :
Share:

January 8, 2024

Ram Mandir Opening: अयोध्या में 17 जनवरी को रामलला की शोभायात्रा रद्द, जानें क्या है बड़ी वजह ?


✍ सुमित सारस्वत

Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. रामनगरी में आगामी 22 जनवरी को विशाल स्तर पर आयोजित होने वाले प्रतिष्ठा महोत्सव (Ram Mandir Inauguration) की तैयारियां जोर-शोर से जा रही है. इस बीच भक्तों को मायूस करने वाली सूचना मिली है. अयोध्या (Ayodhya) में 17 जनवरी को प्रस्तावित रामलला की नगर शोभायात्रा रद्द कर दी गई है. इस शोभायात्रा में प्रभु श्री राम की चल प्रतिमा को नगर भ्रमण करवाकर राम मंदिर में विराजमान करना तय किया था. अब सुरक्षा कारणों की वजह से इस शोभायात्रा को रद्द करने का फैसला किया है. इस सूचना से रामभक्तों में मायूसी छा गई है. रामभक्त इस शोभायात्रा में शामिल होने के लिए बड़े बेताब थे.

यह भी पढ़ें- रामभक्तों को ऐसे मिलेगा भोजन प्रसाद

सीएम योगी लेंगे तैयारियों का जायजा
प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले मंगलवार को यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अयोध्या आएंगे. मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे राजकीय विमान से महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से कार में सवार होकर हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे. भगवान हनुमान का दर्शन करने के बाद जन्मभूमि मंदिर (Ayodhya Ram Temple) पहुंचकर रामलला का करेंगे दर्शन और पूजन करेंगे. साथ ही यहां हो रही प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियाें का जायजा लेंगे.

यह भी पढ़ें- राम मंदिर में जाएंगे यह मुसलमान

सर्किट हाउस में करेंगे प्रदर्शनी का अवलोकन
मंदिर दर्शन के बाद सीएम पुलिस कंट्रोल रूम, लता मंगेशकर चौक, नगर निगम की ओर से निर्माण कराए जा रहे टेंट सिटी का निरीक्षण करेंगे. दोपहर एक बजे सर्किट हाउस में वन विभाग व नगर विकास की प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे. दोपहर 2 बजे मंडल आयुक्त सभागार में विकास कार्य और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक लेंगे. इसके बाद 3 बजे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के पदाधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक करेंगे. भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए की जा रही तैयारियों की प्रगति के बारे में जानकारी लेंगे. ट्रस्ट की बैठक के बाद संतों से भी मुलाकात का कार्यक्रम है. शाम 4.45 बजे अयोध्या एयरपोर्ट से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे. पूरी यात्रा के दौरान सीएम योगी करीब छह घंटे अयोध्या में रहेंगे. ©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- अयोध्या में क्यों होती है यह पूजा ?

Sumit Saraswat available on :
Share:

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी बोले- 'सदियों पुराना सपना हो रहा पूरा, हर भारतीय दीवाली मनाए' - Vasudev Devnani on Ram Mandir

✍ सुमित सारस्वत
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. सोमवार को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने एक धार्मिक कार्यक्रम में कहा कि आने वाली 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी. भारतीयों का सदियों पुराना सपना पूरा होगा. यह दिन प्रत्येक भारतीय और संपूर्ण सनातन समाज के लिए गर्व का क्षण है. इस दिन पूरा देश दीवाली मनाए. प्रत्येक भारतीय अपने घर पर दीपक जलाए. हर मंदिर में उत्साह के साथ उत्सव मनाया जाए.

यह भी पढ़ें- रामभक्तों को ऐसे मिलेगा भोजन प्रसाद


भारतीयों को सनातन संस्कृति पर गर्व
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए हमने 500 साल तक संघर्ष किया है. इसके लिए हजारों कारसेवकों ने अपना बलिदान दिया है. सत्य की जीत होने के बाद अब पूरा भारत राममय हो रहा है. अयोध्या नगरी विश्व का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल बन रही है. प्रत्येक भारतीय को समृद्ध सनातन संस्कृति पर गर्व है. मुझे भी गर्व है कि मैं एक सनातनी हूं.

यह भी पढ़ें- राम मंदिर में जाएंगे यह मुसलमान

संत समाज के पथ प्रदर्शक
देवनानी सोमवार को अजमेर (Ajmer) के वैशाली नगर स्थित प्रेमप्रकाश आश्रम में संत रामप्रकाश के नामकरण दीक्षा समारोह में भाग लेने पहुंचे थे. यहां आश्रम के संत राजूराम को उनकी त्याग, तपस्या के बाद संत समाज ने नया नाम संत रामप्रकाश दिया. कार्यक्रम में भीलवाड़ा के महामंडलेश्वर हंसराम महाराज, संत ब्रह्मानंद शास्त्री समेत कई संतों ने प्रवचन दिए. देवनानी ने कहा कि संत समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं. संतों की कृपा से ही ईश्वर की भक्ति और प्राप्ति संभव है. संतों के कथन पर चलने वाला समाज सदैव आगे बढ़ता है. युवाओं को संतों के बताए मार्ग पर चलना चाहिए. संतों के विचार श्रवण करने और उनका अनुसरण करने से जीवन का कल्याण हो सकता है. ©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- अयोध्या में क्यों होती है यह पूजा ?

Sumit Saraswat available on :
Share:

Ram Mandir Opening: अजमेर में बनी 8 मशीनों से अयोध्या की सीता रसोई में सिकेंगी रोटियां, जानें रामभक्तों को कैसे मिलेगा भोजन प्रसाद?


✍ सुमित सारस्वत

Ramlala Pran Pratishtha: देशभर में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की चर्चा है. अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण होने से पूरा देश खुश है. हर सनातनी अपने आराध्य प्रभु राम के आगमन की जोर-शोर से तैयारियां कर रहा है. रामलला का दर्शन करने पहुंचने वाले भक्तों के लिए भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर से 8 चपाती मेकिंग मशीन अयोध्या भेजी गई है. रामभक्तों के लिए इन मशीनों की सहायता से रोटियां सेंककर भोजन प्रसाद तैयार किया जाएगा.

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने किया पूजन
सोमवार को अजमेर (Ajmer) से अयोध्या (Ayodhya) भेजे जाने से पहले अजमेर उत्तर विधायक व राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने विधिविधान से इन मशीनों का पूजन किया. इसके बाद हरी झंडी दिखाकर मशीनों के वाहन को रवाना किया. जिस वाहन में मशीन भेजी गई, उसे रवानगी से पहले सजाया गया. लोगों ने जय सियाराम का जयघोष किया. इस दौरान पूर्व महापौर धर्मेंद्र गहलोत, भाजपा (BJP) के अजमेर जिलाध्यक्ष रमेश सोनी, महिला मोर्चा अध्यक्ष व पार्षद भारती श्रीवास्तव समेत जनप्रतिनिधि और आमजन मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें- राम मंदिर के लिए क्या बोले इकबाल अंसारी ?

सदियों पुराना सपना होगा पूरा
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी. भारतीयों का सदियों पुराना सपना पूरा होगा. इसके लिए हमने 500 साल तक संघर्ष किया है. हजारों कारसेवकों ने अपना बलिदान दिया है. अब पूरा भारत राममय हो रहा है. अयोध्या नगरी विश्व का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल बन रही है. खुशी है कि इसमें अजमेर की सहभागिता भी है. मां सीता भोजनशाला में अजमेर से मशीनें जाने से पुण्य प्राप्त होगा.

यह भी पढ़ें- अयोध्या में क्यों होती है यह पूजा ?

एक बार में बनेंगी 1200 चपातियां
मशीन निर्माता राजेश एवं मनीष शर्मा ने बताया कि यह अजमेरवासियों का सौभाग्य है कि अयोध्या की सीता रसोई (Sita Rasoi Ayodhya) में अजमेर की मशीनों से भक्तों के लिए चपाती प्रसाद बनेगा. एक मशीन से एक बार में 1200 चपातियां बना सकेंगे. अजमेर के 50 कार्मिक वहां काम कर रहे हैं. इन मशीनों के लिए अयोध्या से संत गोपालदास महाराज ने ऑर्डर किया था. ©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- किसने की 250 किलोमीटर पदयात्रा ?

Sumit Saraswat available on :
Share:

January 5, 2024

Ram Mandir Inauguration: अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में मुसलमान भी होंगे शामिल, इकबाल ने दिया यह जवाब


Ram Mandir Pran Pratishtha: रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर लगभग बनकर तैयार है. आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के यजमान होंगे. भव्य समारोह में शामिल होने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास करीब छह हजार विशिष्ट जन को आमंत्रित कर रहा है. शुक्रवार को न्यास ने इकबाल अंसारी के घर जाकर उन्हें निमंत्रण पत्र सौंपा.

आमंत्रण के बाद क्या बोले अंसारी

आमंत्रण मिलने के बाद इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वर्ष 2019 में जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया तो पूरे देश के मुसलमानों ने समर्थन किया. कहीं एक पत्ता भी नहीं हिला. कहीं कोई धरना, प्रदर्शन नहीं हुआ. हिंदू और मुसलमान के बीच कोई दरार नहीं है. मंदिर का काम पूरा हो चुका है. अयोध्यावासियों के साथ मुझे भी खुशी है कि यहां भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है. अयोध्या में भगवान राम (Lord Ram) साक्षात विराजमान हैं. अयोध्या ऐसी धरती है जहां हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी में भाईचारा है और यह हमेशा बना रहेगा.

यह भी पढ़ें- अयोध्या में क्यों होती है यह पूजा ?

अंसारी की अपील का हुआ था असर
आपको बता दें कि इकबाल अंसारी बहुचर्चित केस में बाबरी पक्षकार रहे थे. वर्ष 2019 में अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Temple) के पक्ष में फैसला आने के बाद इकबाल ने मुसलमानों से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सम्मान देने की अपील की थी. उनकी अपील का देशभर में असर भी हुआ. मुसलमानों ने कोर्ट के आदेश को मानते हुए स्वीकार किया.

यह भी पढ़ें- किसने की 250 किलोमीटर पदयात्रा ?

पीएम मोदी पर बरसाए थे फूल

रामनगरी में कौमी एकता और सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखने में इकबाल अंसारी की अहम भूमिका मानी जाती है. चंद रोज पहले गत 30 दिसंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या (Ayodhya) पहुंचे तो रोड शो के दौरान इकबाल ने फूल बरसाकर स्वागत किया. उनकी यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुई थी. ©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- उर्स से पहले अजमेर में हादसा

Sumit Saraswat available on :
Share:

November 14, 2023

भाई दूज पर राम की नगरी अयोध्या में क्यों होती है यमराज की पूजा ? जानें यह खास वजह - Yam Puja on Bhai Dooj in Ayodhya

 


सुमित सारस्वत
जन-जन के आराध्य प्रभु श्री राम (Lord Ram) की नगरी में एक दिन यमराज की पूजा भी होती है. काल के देवता कहलाने वाले यमराज की पूजा के लिए विश्व विख्यात धार्मिक नगरी अयोध्या (Ayodhya) में मेला लगता है. हिंदुओं के सबसे बड़े दीपावली महापर्व (Deepwali Festival) पर यह पूजा की जाती है.

कार्तिक शुक्ल मास में दीपावली के तीसरे दिन यम द्वितीया (भाई दूज) के मौके पर अयोध्या के जमथरा घाट (Jamthara Ghat) पर मेला लगता है. बड़ी संख्या में श्रद्वालु यहां यमराज की तपोस्थली पर पूजा करने के लिए पहुंचते हैं. खुद को भयमुक्त रखने और दीर्घायु के लिए यमदेव से प्रार्थना करते हैं.


यह भी पढ़ें- योगी और मोदी बावा हैं


भाई के लिए बहनें रखती हैं व्रत
यम पूजा (Yam Puja) के लिए अलसुबह ही श्रद्वालु घाट पर पहुंच जाते हैं. पवित्र सरयू नदी (Saryu River) में स्नान के बाद यमदेव की पूजा करते हैं. भाई दूज (Bhai Dooj) के अवसर पर बहनें व्रत रखकर अपने भाई के कल्याण और दीर्घायु होने की कामना भी करती हैं.


यह भी पढ़ें- दीपावली पर पटाखों से गई जान


यह है प्राचीन मान्यता
अवध में प्रचलित पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यमराज ने इस तपोस्थली को माता सीता से प्राप्त किया था. मान्यता यह भी है कि यम देव की पूजा-अर्चना करने वालों को मृत्यु का भय नहीं होता. यही वजह है कि जमथरा घाट पर यमराज महाराज की पूजा अर्चना करते हैं. बरसों से यहां यम द्वितीया का मेला लगता है. देशभर से बड़ी संख्या में आस्थावान यम पूजा के लिए इस मेले में आते हैं.
©सुमित सारस्वत


यह भी पढ़ें- दास्तान-ए-आशिकी, जुबान-ए-इश्क


Sumit Saraswat
 
available on :



Share:

November 8, 2023

आज अयोध्या क्यों जा रहे हैं योगी आदित्यनाथ ? पढ़ें पूरी जानकारी - Yogi Adityanath In Ayodhya


✍ सुमित सारस्वत
विश्व विख्यात रामनगरी अयोध्या के लिए आज 9 नवंबर का दिन खास है. 11 नवंबर को होने वाले भव्य दीपोत्सव से पहले आज यहां योगी सरकार की कैबिनेट बैठक होगी. उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. रामकथा पार्क में उनका विमान उतरेगा. यहां से इलेक्ट्रिक बस में सवार होकर हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे. वहां मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ संकटमोचन हनुमान का दर्शन व पूजन करेंगे. जन्मभूमि मंदिर पहुंचकर भगवान रामलला का दर्शन पूजन करेंगे. इसके बाद निर्माणाधीन मंदिर का जायजा लेंगे. आगामी 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे. दर्शन पूजन के बाद योगी कैबिनेट की बैठक होगी.

यह भी पढ़ें- योगी और मोदी बावा हैं

सीएम योगी दोपहर 12 बजे अंतर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में बैठक करेंगे. सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे. बैठक में दीपोत्सव समेत कई प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. कैबिनेट की बैठक लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी राम कथा पार्क में जाएंगे. वहां मीडिया को कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देंगे. योगी सरकार की बैठक के लिए रामकथा पार्क और राम कथा संग्रहालय को सजाया है.

यह भी पढ़ें- क्यों बढ़ी इन पेरेंट्स की चिंता?

9 नवंबर अयोध्या के लिए खास
आपको बता दें कि अयोध्या के लिए 9 नवंबर का दिन बेहद खास है. 9 नवंबर 1979 को रामलला के सम्मान में पहला आधार रखा था. बाबरी मस्जिद राम मंदिर प्रकरण का फैसला भी 9 नवंबर 2019 को हुआ था. अब एक बार फिर 9 नवंबर को कैबिनेट की बैठक होने जा रही है.
©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- दास्तान-ए-आशिकी, जुबान-ए-इश्क

Sumit Saraswat available on :
Share:

Featured Post

दास्तान-ए-आशिकी, जुबान-ए-इश्क | Famous Love Story

ग्लोबलाइजेशन के इस युग ने हमारी जेनरेशन को वैलेंटाइंस डे का तोहफा दिया है। यह दिन प्यार के नाम होता है। इतिहास के पन्ने पलटने पर आप पाएंगे...

Amazon Big Offer

Advt

Blog Archive

Copyright

इस ब्लॉग में दिये किसी भी लेख या उसके अंश और चित्र को बिना अनुमति के किसी भी अन्य वेबसाइट या समाचार-पत्र, पत्रिका में प्रकाशित नहीं किया जा सकता। अनुमति के लिये केवल मेल पर सम्पर्क करें: sumit.saraswat09@gmail.com

Pageviews

Labels

Recent Posts

Unordered List

Theme Support