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August 30, 2023

सुसाइड के मामलों ने बढ़ाई पेरेंट्स की चिंता, अब बच्चों को अकेला नहीं छोड़ रहे अभिभावक - Kota Suicide Case


सुमित सारस्वत
एजुकेशन सिटी कोटा से आए दिन किसी न किसी स्टूडेंट के सुसाइड करने का मामला सामने आ रहा है. कोचिंग स्टूडेंट्स की मौत (Death) के बढ़ते आंकड़ों से अभिभावकों को डर सताने लगा है. अब परिवार वाले अपने बच्चे को अकेला छोड़ने से घबरा रहे हैं. यही वजह है कि देश के विभिन्न राज्यों से अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों के साथ कोटा आकर रहने लगे हैं. छात्रों का ख्याल रखने के लिए माता-पिता और दादा-दादी कोटा (Education City Kota) शिफ्ट हुए हैं.

बिहार की रहने वाली शिम्पी कुमारी के बेटे और बेटी दोनों कोटा में नीट और जेईई की तैयारी कर रहे हैं. दोनों बच्चों का ख्याल रखने के लिए शिम्पी बिहार (Bihar) छोड़कर राजस्थान (Rajasthan) आई है और कोटा में बच्चों के साथ है. बिहार के सीतामढी जिले की 80 वर्षीय नीरु देवी भी जेईई की तैयारी कर रहे अपने पोते के साथ कोटा रहने लगी है. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना जिले की संध्या द्विवेदी भी कोटा में जेईई की पढ़ाई कर अपने बेटे का ख्याल रखने के लिए कोटा आई हैं. उनके पति घर पर अन्य जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं. चंडीगढ़ (Chandigarh) में सॉफ्टवेयर इंजीनियर शिवानी जैन ने नीट की तैयारी कर रही अपनी बेटी के साथ रहने के लिए ऑफिस से छुट्टी लेने का फैसला किया है.

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पेरेंट्स अब अपने बच्चों को हॉस्टल में रखने से कतरा रहे हैं. उनका मानना है कि परिवार का सदस्य साथ होने से बच्चों को अकेलेपन का अहसास नहीं होगा. उनकी गतिविधियों और व्यवहार पर नजर भी रख सकेंगे. साथ ही बच्चों को घर का बना खाना मिलेगा तो सेहत भी अच्छी रहेगी. आपको बता दें कि कोटा में हर साल ढाई लाख से अधिक छात्र इंजीनियरिंग (JEE) और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए नीट (NEET) जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते हैं. आंकड़ों के मुताबिक, कोटा में इस साल अब तक 24 छात्रों ने खुदकुशी (Suicide) की है. पिछले साल 15 छात्रों ने आत्महत्या की थी.

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‘आधे दिन पढ़ाई, आधे दिन मस्ती’
कोटा में छात्रों के बढ़ते आत्महत्या के मामलों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने अहम फैसला लिया है. अब सप्ताह में एक दिन ‘आधे दिन पढ़ाई, आधे दिन मस्ती’ का निर्णय लिया है ताकि छात्रों का मानसिक दबाव कम हो. आत्महत्या की प्रवृत्ति वाले छात्रों की पहचान करना और मनोवैज्ञानिक परामर्श देने का कार्य भी करेंगे. छात्रों पर पाठ्यक्रम का बोझ कम करने के प्रयास में कोचिंग संस्थानों को विषय विशेषज्ञों की एक समिति बनाने के लिए कहा है.
©सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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August 25, 2023

अश्विन पाठक के सानिध्य में 3100 आसन पर होगा भव्य सुंदरकांड पाठ, रामकृष्ण सत्संग मंडल करेगा आयोजन - Sundarkand Path in Beawar

अंतर्राष्ट्रीय सुंदरकांड पाठ वाचक अश्विन कुमार पाठक. फाेटो : अमित सारस्वत

 

राजस्थान की धार्मिक नगरी ब्यावर में श्री रामकृष्ण सत्संग मंडल विशाल स्तर पर सुंदरकांड पाठ का संगीतमय आयोजन करेगा. विश्व विख्यात सुंदरकांड पाठ वाचक अश्विन कुमार पाठक के सानिध्य में यह पाठ 3100 आसन पर होगा.

मीडिया प्रभारी सुमित सारस्वत ने बताया कि आगामी भाद्रपद माह में 23 सितंबर शनिवार को देलवाड़ा रोड स्थित राधाकुंज गार्डन में पाठ का आयोजन करेंगे। सुंदरकांड पाठ वाचक अश्विन कुमार पाठक (Ashwin Kumar Pathak) व्यासपीठ पर विराजित होकर पाठ करेंगे. 3100 आसन पर होने वाले पाठ में पुरूष श्वेत वस्त्र व महिलाएं लाल चुनरी पहनकर सम्मिलित होंगी. श्रद्धालुओं को पाठ के लिए पुस्तक आयोजन स्थल पर ही निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी.

आयोजन की तैयारियों में जुटा मंडल

कार्यक्रम की व्यवस्थाओं संबंधी चर्चा के लिए मंडल अध्यक्ष कैलाश मूंदड़ा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित होगी. यह बैठक 26 अगस्त शनिवार को शाम 4 बजे राधाकुंज गार्डन में होगी. बैठक में चर्चा के बाद मंडल सदस्यों को आवश्यक जिम्मेदारियां सौंपी जाएगी. गौरतलब है कि ब्यावर (Beawar) में श्री रामकृष्ण सत्संग मंडल हर साल विशाल स्तर पर सुंदरकांड पाठ (Sunderkand Path) का आयोजन करवाता है. पिछले साल 10 सितंबर को 2100 आसन पर सुंदरकांड पाठ करवाया था. -सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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August 24, 2023

चुनावी साल में देंगे कौमी एकता का संदेश, जानें क्या है बागावास की सद्भावना वाहन रैली के मायने ? - Sadbhavna Rally



✍ सुमित सारस्वत
चुनावी साल में जनता के बीच एक्टिव रहने वाले इन्दर सिंह बागावास आगामी 27 अगस्त को ब्यावर में सद्भावना वाहन रैली निकालेंगे. यह रैली रविवार को सुबह 10 बजे मिशन ग्राउंड से प्रारंभ होगी. खास बात है इस रैली में सभी धर्मों के लोग शामिल होंगे. इसकी वजह है कि बागावास हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों का सम्मान और समर्थन करते हैं. वे मोहर्रम जुलूस में मुसलमानों के लिए छबील लगाते हैं और गुरुद्वारा जाकर सिखों के साथ लंगर छकते हैं. हिंदुओं के आयोजन में भी अग्रिम पंक्ति में दिखते हैं. सामाजिक एकता का एक उदाहरण यह भी है कि राजपूत नेता बागावास के प्रचार-प्रसार की कमान माली नेताओं ने संभाल रखी है.
 
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कहने को तो यह रैली वीर क्रांतिकारी शहीदों तथा महापुरूषों के सम्मान में निकाली जा रही है लेकिन लोगों के बीच चर्चा है कि बागावास इस बड़ी रैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेंगे. इसके लिए वे स्वयं ग्राउंड जीरो पर तैयारियों में जुटे हैं. जनसंपर्क कर विभिन्न संगठनों से समर्थन जुटा रहे हैं. साेशल मीडिया पर भी ऑडियो-वीडियो तकनीक के जरिए प्रचार कर रहे हैं. शहीदों को श्रद्धांजलि देने की बात कहकर लोगों को बुला रहे हैं. गौर करने वाली बात है कि उन्होंने अपने प्रचार में नाम के साथ किसी संगठन या संस्था का कोई पद नहीं लिखा है. वे सामान्य शहरवासी, सामाजिक कार्यकर्ता या नेता के रूप में आयोजन कर रहे हैं, यह रैली से ही स्पष्ट होगा. पोस्टर-बैनर में 'अपराध मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त ब्यावर' जरूर लिखा है.
©SumitSaraswatSP
 
 
सद्भावना रैली में शामिल होंगी झांकियां
सद्भावना वाहन रैली में अमर जवान ज्योति, भारत माता, काकोरी कांड, शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, मंगल पांडे, राजू रावत, भीमराव अंबेडकर, मातादीन वाल्मीकि, राजेंद्र लाहिड़ी, हेमू कालानी, मायाराम फुलवारी, दामोदर राठी, परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह भाटी, मेजर दलपत सिंह, हवलदार अब्दुल हमीद, मेजर होशियार सिंह, मिसाइल मैन अब्दुल कलाम, वीर सावरकर व अन्य वीरों की झांकियां शामिल होंगी.
 
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इन मार्गों से गुजरेगी वाहन रैली
सद्भावना वाहन रैली मिशन ग्राउंड से शुरू होकर भगत चौराहा, डाकघर तिराहा, अजमेरी गेट, भारत माता सर्किल, सिटी डिस्पेंसरी, समता भवन मार्ग, मालियान चौपड़, शाहपुरा मोहल्ला, चांग गेट, अंबेडकर सर्किल, गांधी सर्किल, पाली बाजार, भारत माता सर्किल होते हुए सुभाष उद्यान पहुंचेगी.
-सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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August 19, 2023

World Photography Day: जयपुर में छाए ब्यावर के यह मेले, राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में इन तस्वीरों की चर्चा



विश्व फोटोग्राफी दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय फोटो प्रदर्शनी में ब्यावर के मेले छाए हैं. राजधानी जयपुर के जवाहर कला केंद्र में राजस्थान फोटो फेस्टिवल के तहत तीन दिवसीय नजर फोटो एग्जिबिशन लगी है. जिसमें ब्यावर के इंटरनेशनल जर्नलिस्ट सुमित सारस्वत और मुख्यमंत्री के छायाकार अमित सारस्वत की चार तस्वीरें प्रदर्शित की है. जिनमें ब्यावर का ऐतिहासिक बादशाह मेला, कोड़ामार होली, मतदान महोत्सव शामिल है. इनके अलावा सारस्वत की उदयपुर कर्फ्यू के दौरान ली गई महिलाओं की मार्मिक तस्वीर भी विजिटर्स के बीच चर्चा में है.

जयपुर फोटो प्रदर्शनी में इंटरनेशनल जर्नलिस्ट सुमित सारस्वत की तस्वीरों को निहारती विजिटर्स.

एग्जीबिशन संरक्षक रेणुका कुमावत ने बताया कि इस फोटो प्रदर्शनी में 200 से अधिक छायाकारों ने भाग लिया है और 330 से अधिक तस्वीरें प्रदर्शित की है. इसमें फोटोजर्नलिस्ट, फैशन फोटोग्राफर, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर और स्ट्रीट फोटोग्राफर्स की तस्वीरें शामिल हैं.

जयपुर फोटो प्रदर्शनी में सीएम फोटोग्राफर अमित सारस्वत की तस्वीरों को निहारती विजिटर्स.

राज्यपाल कलराज मिश्र व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फोटो प्रदर्शनी की सराहना की है. ब्यावर के नागरिक भी इस प्रदर्शनी को देखने पहुंच रहे हैं. यह प्रदर्शनी जयपुर कला केंद्र में 18 अगस्त से 20 अगस्त तक लगी है. -सुमित सारस्वत

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World Photography Day: फोटो प्रदर्शनी देखने उमड़े शहरवासी, कैमरे और तस्वीरें देखकर कही यह बात

 


विश्व फोटोग्राफी दिवस पर ब्यावर में 'विरासत का संग्रह' फोटो प्रदर्शनी लगाई गई. पुरातत्व संग्रहकर्ता गोपाल सम्राट की ओर से शाहपुरा मोहल्ला में आयोजित इस प्रदर्शनी का शुभारंभ नगर परिषद सभापति नरेश कनोजिया व शहर थाना प्रभारी भूराराम खिलेरी ने किया.

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सीआई भूराराम खिलेरी ने कहा कि एक तस्वीर हजार शब्द के बराबर होती है. सभापति नरेश कनोजिया ने कहा कि जीवन में तस्वीरों को बड़ा महत्व है. पुरानी तस्वीरें बीते वक्त की गवाह है. संग्रहकर्ता गोपाल ने इस प्रदर्शनी में पुराने कैमरों के साथ आजादी से पहले की श्वेत-श्याम तस्वीरों का प्रदर्शन भी किया. पूरे दिन प्रदर्शनी को देखने के लिए बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंचे और पुरानी तस्वीरों और कैमरों का अवलोकन किया. गोपाल ने बताया कि वे बीते 15 साल से यह अनूठा संग्रह कर रहे हैं.
-सुमित सारस्वत


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जैन समाज श्रद्धापूर्वक मना रहा पर्युषण पर्व, प्रभु भक्ति में झूमे भक्त - Jain Bhakti In Beawar

ब्यावर में आयोजित प्रभु भक्ति में झूमते जैन श्रावक.

धार्मिक नगरी ब्यावर में गीता भवन के निकट भगवान महावीर जन्मोत्सव पर प्रभु भक्ति का आयोजन हुआ. रंग-बिरंगे गुब्बारों और सजावटी सामान से भगवान महावीर स्वामी का सुंदर दरबार सजाया. प्रभु भक्ति का शुभारंभ राकेश भंडारी ने अरिहंतों को नमस्कार.. और मेरे मन में पार्श्वनाथ.. भजन गाकर किया. इसके बाद राजेश जैन ने बाजे कुंडलपुर बधाई और भगवान की लोरियां सुनाई. पवन मूथा, संजय बरड़िया व अन्य ने भी भजन गाकर प्रभु भक्ति की. भगवान के भजनों पर भक्त झूम उठे.

ब्यावर में आयोजित प्रभु भक्ति का लाभार्थी परिवार.
 

भक्ति कार्यक्रम में लाभार्थी शकुंतला कांकरिया, मनीष कांकरिया, जैन खरतरगच्छ संस्थान अध्यक्ष बलवंत रांका, रिखबचंद खटोड़, कमल श्रीश्रीमाल, दौलत भंसाली, राजीव जैन, प्रदीप जैन, आर.सी. सिंघवी, मोंटू, जिनेंद्र, पुलकित श्रीश्रीमाल, ऋषभ भंडारी, हर्ष जिंदानी, श्रेयांश मूथा, पदम भंसाली, गणपत डोसी, गौतम चौपड़ा, अभय चौपड़ा, राजू मेहता, के.सी. डोसी, महेंद्र बोहरा, संजय नाहर, प्रकाश मकाना, सुनील ओस्तवाल, निर्मल खींवसरा, विजयराज छल्लाणी, सुनील जैथल्या, प्रिंस ओस्तवाल समेत बिजयनगर, अजमेर, किशनगढ़, कांकरोली व अन्य स्थानों से धर्मप्रेमी पहुंचे. -सुमित सारस्वत

प्रभु भक्ति में सजा भगवान महावीर स्वामी का दरबार.

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August 14, 2023

सीएम अशोक गहलोत का संवेदनशील फैसला, कोरोना से अनाथ बालक-बालिकाओं को वयस्क होने पर मिलेगी सरकारी नौकरी

 


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक संवेदनशील फैसला किया है. राजस्थान सरकार कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बालक-बालिकाओं को वयस्क होने पर अनुकंपात्मक नियुक्ति देगी. सीएम गहलोत ने इसके लिए विभिन्न सेवा नियमों में संशोधन के प्रस्ताव को प्रशासनिक स्वीकृति दी है.

कार्मिक विभाग के प्रस्ताव अनुसार अनाथ हुए बालक-बालिकाओं को वयस्क होने पर पे मैट्रिक्स एल-9 में नियुक्ति दी जाएगी. वह अनाथ बालक/बालिका नियुक्ति प्राप्त कर सकेंगे, जिनके जैविक अथवा दत्तक ग्रहण करने वाले माता-पिता की मृत्यु कोरोना के कारण 31 मार्च, 2023 अथवा इससे पूर्व हुई हो. ऐसे अनाथ बालक/बालिका को भी नियुक्ति दी जाएगी जिनके माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु पूर्व में हो चुकी हो तथा दूसरे की मृत्यु कोरोना के कारण 31 मार्च 2023 या उससे पूर्व हुई हो और अनाथ होने के समय जिसकी आयु 18 वर्ष से अधिक नहीं हो.

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प्रस्ताव में अनाथ के माता-पिता की मृत्यु की अंतिम दिनांक मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना-2021 में प्रावधित 15 अक्टूबर, 2022 से विस्तारित करते हुए 31 मार्च, 2023 की गई है. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने बजट वर्ष 2023-24 में कोरोना के कारण अनाथ हुए बालक-बालिकाओं को वयस्क होने पर सरकारी नौकरी दिए जाने की घोषणा की थी. -सुमित सारस्वत


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