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June 14, 2019

मित्रता की मिसाल है कृष्ण-सुदामा | Bhagwat Katha in Ramdwara Day 7



ब्यावर रामद्वारा में आयोजित श्रीमद भागवत कथा का शुक्रवार को विराम हुआ। संत गोपालराम रामस्नेही ने भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा का चरित्र सुनाते हुए कहा कि कृष्ण व सुदामा मित्रता की मिसाल है। विपरित परिस्थिति में साथ निभाए वही सच्चा मित्र है।

संत ने कहा कि भागवत सभी वेदों का सार है। भागवत श्रवण से मनुष्य के विचार शुभ होते हैं। सकारात्मक विचारों से ही जीवन सुखमय होता है। उन्होंने नशामुक्ति का संदेश देते हुए कहा कि नशा नाश का कारण है। भागवत कथा औषधि के समान है। जो सभी पापों का नाश करती है। कथा में सिरोही से पधारे संत मनसुख रामस्नेही ने भी विचार रखे। सिमरन ने श्रीकृष्ण, काव्या ने रुक्मणि व रमेशचंद्र ने सुदामा का रूप धरकर प्रसंग का सजीव मंचन किया। गायक विष्णु चतुर्वेदी व गोपाल चतुर्वेदी ने भजनों की प्रस्तुति दी। एंकर सुमित सारस्वत ने मंच संचालन किया। आयोजक सीता देवी, अजय अग्रवाल, प्रेम जिंदल, रामद्वारा ट्रस्ट के रामप्रसाद मित्तल, राजेंद्र गर्ग, शिव रायपुरिया, मांगीलाल कंदोई ने महाराज का स्वागत कर आशीर्वाद लिया। कथा में निधि, सीमा, मोनिका, मनीषा, राधा चतुर्वेदी, अंजू गर्ग, आशा गोयल, निखिल जिंदल, सुनील जिंदल, रमेश चौहान सहित बड़ी संख्या में भक्तों ने धर्मलाभ लिया।
-सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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June 13, 2019

जीवात्मा और परमात्मा का मिलन ही रास | Bhagwat Katha in Ramdwara Day 6


ब्यावर रामद्वारा में आयोजित भागवत कथा में गुरुवार को कृष्ण-रुक्मणि विवाह उत्सव मनाया गया। संत गोपालराम महाराज ने कहा कि जीवात्मा और परमात्मा का मिलन ही रास है। ठाकुरजी सर्वत्र हैं। इन्हें कण-कण में महसूस कीजिए।

 
संत ने विवाह प्रसंग सुनाते हुए कहा कि लौकिक संबंध प्रभु से जोड़ लो तो श्रेष्ठ बन जाओगे। गोपियों ने संसार को परमात्मा से प्रेम करना सीखाया। सच्चा प्रेम परमात्मा से ही संभव है। यह आनंद व सुख देता है। उन्होंने कहा कि जीवन में एक पंथ, एक ग्रन्थ और एक संत का होना आवश्यक है। कथा में अशोक अग्रवाल ने श्रीकृष्ण व मोनिका ने रुक्मणि के रूप में विवाह प्रसंग का सजीव मंचन किया। विष्णु चतुर्वेदी ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी। एंकर सुमित सारस्वत ने मंच संचालन किया। रामद्वारा ट्रस्ट, सेवा समिति, अजय अग्रवाल, प्रेम जिंदल की ओर से संत का दीक्षा दिवस के मौके पर शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया गया। सीता देवी, महेश अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, किशन पालीवाला, गोविंद बिहाणी, वासुदेव, रानी ने महाराज का स्वागत कर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर निखिल जिंदल, सीमा, निधि, मनीषा, अमित बंसल सहित कई श्रोताओं ने धर्मलाभ लिया। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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June 12, 2019

बेटियों से दुराचार चिंताजनक | Bhagwat Katha in Ramdwara Day 5

ब्यावर रामद्वारा में श्रीमद भागवत कथा संत गोपालराम महाराज ने बेटियों पर बढ़ रहे अत्याचार पर चिंता जताई। समाज में बेटियों के साथ दुराचार की घटनाएं दिनोंदिन बढ़ रही है। अपराधियों में सजा का भय समाप्त सा हो गया है। इसे रोकने के लिए युवा पीढ़ी को धर्म से जोड़ना जरूरी है। बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ सामाजिक शिक्षा देना बेहद आवश्यक है।
संत ने मोबाइल के बढ़ते उपयोग को भी घातक बताया। वे बोले, मोबाइल आने से मुस्कुराहट खो गई है। माता-पिता से ज्यादा प्यारा मोबाइल हो गया है।
कथा प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जो आनंद दे वही नंद और जो यश दे वही यशोदा है। कृष्ण की बाल लीलाओं के साथ गोवर्धन लीला का गुणानुवाद किया गया। विष्णु चतुर्वेदी ने बिरज की गलियन में नाचे जोगी मतवाला.., आज म्हारा कानूड़ा ने कई हो ग्यो.., सांवरिया थारा नाम हजार.. जैसे भजनों की प्रस्तुति दी तो भक्त झूम उठे। एंकर सुमित सारस्वत ने मंच संचालन किया। रामद्वारा महिला मंडल, रामअवतार अग्रवाल, गोपाल मित्तल, अशोक अग्रवाल, रुद्र झंवर, गोपाल चतुर्वेदी ने महाराज का स्वागत कर आशीर्वाद लिया। कथा में आयोजक सीता देवी, अजय, ललित, रमेश, सत्यनारायण, विष्णु, रानी, मोनिका, सीमा, निधि, प्रेम जिंदल, निखिल जिंदल, अनिल खींचा, अमित बंसल, रामप्रसाद मित्तल, ओमप्रकाश दगदी, रामलाल लालनेचा, धर्मीचंद शर्मा, अंजू चतुर्वेदी, अंजू गर्ग, राधा चतुर्वेदी, प्रियंका, कोमल सहित बड़ी संख्या में भक्तों ने धर्मलाभ लिया। गुरुवार को कृष्ण-रुक्मणि विवाह उत्सव मनाया जाएगा। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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June 11, 2019

सोने की चिड़िया नहीं, अब भारत सोने का टाइगर है | Bhagwat Katha in Ramdwara Day 4

  • रामद्वारा में हुआ कृष्ण जन्म
  • बधाई गीतों पर झूमे भक्त
धार्मिक नगरी ब्यावर रामद्वारा में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में संत गोपालराम रामस्नेही ने कहा कि प्राचीन समय में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। अब भारत चिड़िया नहीं, सोने का टाइगर है।


संत ने कहा कि पहले अहिंसा हमारा परम धर्म था। हम शांतिप्रिय थे। अब भारत अहिंसा वाला देश नहीं रहा है। अब तो अगर कोई आतंकी हिंसा फैलाएगा तो हम सर्जिकल स्ट्राइक कर दुश्मन को घर में घुसकर मारेंगे। महाराज ने संदेश दिया कि किसी भी तरह का अपराध नहीं करें। जीवन को सदकार्यों में लगाएं।

यशोदा के हुयो देखो लाल..
चतुर्थ दिवस कथा में वामन अवतार, राम अवतार व कृष्ण जन्म प्रसंग सुनाया गया। इस मौके पर धूमधाम से नंद उत्सव मनाया गया। भक्तों को बधाईयां बांटी गई। विष्णु चतुर्वेदी ने चारों ललवा प्रगट भये आज, अवध में लडुआ बंटे.., यशोदा के हुयो देखो लाल.. जैसे बधाई गीतों की प्रस्तुति दी तो भक्त झूम उठे। गर्व सोलंकी ने बालकृष्ण, रमेशचंद्र अग्रवाल ने वासुदेव, मनीष अग्रवाल ने नंदबाबा व सीमा अग्रवाल ने यशोदा का रूप धरकर पौराणिक प्रसंग को साकार किया। एंकर सुमित सारस्वत ने मंच संचालन किया।


सजेगी छप्पन भोग की झांकी
कथा में सुनील सिंहल, राजेश मुरारका, अमित बंसल, अनुपम रुणीवाल, सुनील जिंदल, जेपी शर्मा, निखिल जिंदल, राजेश रांका ने शॉल ओढ़ाकर संत का स्वागत किया। कथा में अजय अग्रवाल, सीता देवी, रानी अग्रवाल, मनीषा अग्रवाल, सुनीता सिंहल, अंजू गर्ग, रेखा शर्मा, नीलम बंसल, निधि मित्तल, मोनिका गुप्ता, प्रियंका, प्रेम जिंदल, रामप्रसाद मित्तल, ओमप्रकाश दगदी, धर्मीचंद शर्मा, रमेश चौहान सहित बड़ी संख्या में श्रोताओं ने भाग लिया। बुधवार को माखन चोरी, छप्पन भोग व गोवर्धन लीला प्रसंग का गुणानुवाद होगा। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273




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June 10, 2019

राजनीति में धर्म का होना श्रेष्ठ | Bhagwat Katha in Ramdwara Day 3


संत गोपालराम रामस्नेही ने कहा कि राजनीति में धर्म का होना श्रेष्ठ है। इससे राष्ट्र का उत्थान होगा। खुशी है कि वर्तमान संसद में कई संत-महात्मा पहुंचे हैं। वे ब्यावर रामद्वारा में आयोजित संगीतमय श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन प्रवचन दे रहे थे।


संत ने कहा कि राजनीति में धर्म से जुड़े संत-महात्माओं के आने से राष्ट्र का शुभ होगा। मूल भारत का गौरव पुन: स्थापित हो सकेगा। उन्होंने भक्त चरित्र व नृसिंह अवतार कथा सुनाते हुए कहा कि भक्ति में शक्ति है। भाव से पुकारो तो भगवान अवश्य आते हैं। भक्त प्रहलाद, मीरा, अहिल्या प्रमाण हैं। रक्षित अग्रवाल ने नृसिंह व दक्ष गुप्ता ने प्रहलाद का रुप धरकर सजीव मंचन किया।



कथा में आयोजक अजय अग्रवाल, रमेशचंद्र अग्रवाल, अशोक गुप्ता, महेश मित्तल, मनीष अग्रवाल, प्रेम जिंदल, सुनील जिंदल, निखिल जिंदल, विष्णु चतुर्वेदी, रमेश चौहान, सीता देवी, राधा चतुर्वेदी, पुष्पा डाणी, रानी अग्रवाल, मनीषा अग्रवाल, निधि मित्तल, सीमा अग्रवाल, मोनिका गुप्ता, गर्विता, सिमरन, काव्या सहित बड़ी संख्या में भक्तों ने धर्मलाभ लिया। मीडिया प्रभारी सुमित सारस्वत ने बताया कि मंगलवार को कथा में वामन अवतार, मत्स्य अवतार, राम अवतार व कृष्ण जन्म प्रसंग का गुणानुवाद होगा। इस मौके पर धूमधाम से नंदोत्सव मनाया जाएगा।

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बेटों में बंट गए माता-पिता
संत ने सभ्य समाज में खुले वृद्धाश्रमों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि संस्कारों वाले देश हिंदुस्तान में वृद्धाश्रम खुलना बेहद शर्म की बात है। घरों में भी माता-पिता बेटों में बंट गए हैं। उन्हें 15 दिन बड़ा बेटा और 15 दिन छोटा बेटा रखता है। जिस माह 31 तारीख आती है माता-पिता को उपवास रखना पड़ता है। 
-सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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June 9, 2019

समाज के लिए ठीक नहीं प्रेम विवाह | Bhagwat Katha in Ramdwara Day 2

ब्यावर के रामद्वारा में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के दूसरे दिन शिव-पार्वती विवाह उत्सव मनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के संत गोपालराम महाराज ने प्रसंग सुनाते हुए कहा कि विवाह माता-पिता की सहमति से ही होना चाहिए। प्रेम विवाह का चलन समाज के लिए ठीक नहीं है।

संत ने कहा कि महात्मा आत्मा को परमात्मा से मिलवाने का कार्य करते हैं। मन को परमात्मा के चरणों मे लगाने के लिए गुरु मंत्र चाहिए। गुरु का मंत्र छोटा होता है लेकिन बड़ा ताकतवर होता है। भगवान के गुण गाने से परमात्मा की प्राप्ति होती है। महाराज ने कहा कि उन लोगों से बचना चाहिए जो सनातन धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार करते हैं। सनातन धर्म श्रेष्ठ धर्म है जो मर्यादा और संस्कार सिखाता है।


सत्संग सुनने से मिलती है मुक्ति
संत ने कहा कि हम भगवान का स्मरण करना भूल जाएं, वही विपत्ति है। जब-जब दुःख का समय आए तो समझना परमात्मा से मिलन होगा। कुंती ने भगवान से दुःख मांगा था क्योंकि उन्हें पता था कि विपत्तियों में भगवान साथ रहेंगे। सत्संग सुनने मात्र से मुक्ति मिल जाती है। जहां कथा होती है वहां भगवान का वास होता है। इंसान भगवान को पाने के लिए भटक रहा है जबकि भगवान भक्तों के हृदय में ही है। अपनी अस्थियां गिरे उससे पहले ईश्वर से वास्ता जोड़कर मोक्ष का रास्ता निकाल लो।

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हर व्यक्ति करे ये चार सेवा
संत ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को चार प्रकार की सेवा अवश्य करनी चाहिए। पहली देह सेवा, दूसरी देश सेवा, तीसरी देव सेवा और चौथी दिल सेवा। कथा के बीच पीनी है तो प्याली हरि नाम वाली पी.., वृंदावन जाने को जी चाहता है.. जैसे मधुर भजनों पर श्रोता झूम उठे।
दक्ष गुप्ता ने शिव व गर्विता अग्रवाल ने पार्वती का रुप धरकर विवाह का सजीव मंचन किया। आयोजक अजय अग्रवाल, अमित बंसल, विजय पारीक, सुनील सिंहल, अनुपम रुणीवाल, राजेश मुरारका, राजेश रांका, निखिल जिंदल ने महाराजश्री का स्वागत कर आशीर्वाद लिया। कथा में सीता देवी, प्रेम जिंदल, रानी अग्रवाल, मनीषा अग्रवाल, निधि मित्तल, सीमा अग्रवाल, मोनिका गुप्ता, वृति, अशोक गुप्ता, महेश मित्तल, मनीष अग्रवाल, काव्या, सिमरन सहित कई श्रोताओं ने धर्मलाभ लिया। सोमवार को भक्त प्रहलाद चरित्र और नृसिंह अवतार प्रसंग का गुणानुवाद होगा। कथा का समय प्रातः 8 से 11 बजे तक है। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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June 8, 2019

परमात्मा का साक्षात स्वरूप है भागवत | Bhagwat Katha in Ramdwara Day 1


ब्यावर शहर के रामद्वारा में शनिवार से संगीतमय श्रीमद भागवत कथा प्रारंभ हुई। अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के संत गोपालराम महाराज ने भागवत महापुराण व भगवद गीता में भेद बताते हुए कहा कि गीता भगवान द्वारा किया गया उच्चारण है जबकि भागवत परमात्मा का ही साक्षात स्वरूप है।


संत ने कहा कि काशी ज्ञान, अयोध्या त्याग, नेमिषारण्य तप और वृंदावन प्रेम की भूमि है। उन्होंने मिलता है सच्चा सुख केवल.. प्रार्थना से समझाया कि सुख सर्वत्र व्याप्त है मगर सच्चा सुख केवल परमात्मा की शरण में ही मिलता है। परमात्मा के पास रहने वाला व्यक्ति हर वक्त प्रसन्न रहता है। यहीं उसे सुख, चैन और शांति मिलती है। परमात्मा जिसे अपना लेता है उसे कभी नहीं छोड़ता। कथा प्रारंभ होने से पूर्व आयोजक सीता देवी, अजय अग्रवाल, प्रेम जिंदल, रानी अग्रवाल, निखिल जिंदल, निधि मित्तल, रमेश सिंहल ने महाराज का स्वागत कर आशीर्वाद लिया। मंच संचालन सुमित सारस्वत ने किया।


इससे पूर्व सुबह कलश व शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ नवरंग नगर स्थित राधाकृष्ण मंदिर से प्रारंभ होकर छावनी रोड, भगत चौराहा, अजमेरी गेट होते हुए कथास्थल रामद्वारा पहुंची। यहां रामद्वारा ट्रस्ट की ओर से स्वागत किया गया। कथा में अशोक गुप्ता, महेश मित्तल, मनीष अग्रवाल, मोनिका गुप्ता, सीमा अग्रवाल, रामप्रसाद मित्तल, राजेंद्र गर्ग, धर्मीचंद शर्मा, ओमप्रकाश दगदी सहित बड़ी संख्या में श्राेताओं ने धर्मलाभ लिया। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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June 2, 2019

धोरों की धरती से विदा हो गई डेजर्ट क्वीन | Desert Queen Harish No More

क्वीन हरीश, जो अब इस दुनिया में नहीं रहा। आज सुबह जोधपुर जिले में हुए एक सड़क हादसे में देहावसान हो गया। गंगाजल मूवी में एक आइटम डांस कर देश-दुनिया में पहचान बनाने वाले राजस्थान के इस कलाकार को खो देने की खबर अत्यंत दुःखद है।


हरीश से पहली मुलाकात कई साल पहले लोक मेले में हुई थी। प्रस्तुति के बाद साक्षात्कार किया तब से ही मित्रता थी। ये डांस की हर विधा में माहिर था। एक ऐसा कलाकार जो महिला वेश में मुजरा और बैले डांस से दर्शकों को दंग कर देता
था। चेहरे की भाव-भंगिमाओं से दर्शकों को आनंदित कर देने वाला अभिनय। किसी को आभास भी नहीं होता कि ये लड़की नहीं, लड़का है। जिसे पता लगता वो आश्चर्यचकित हो जाता। वाकई कमाल का कलाकार था।

जब भी शहर से बाहर जाता अपना व्हाट्सएप स्टेटस जरूर अपडेट करता। लौटने पर भी सिर्फ एक शब्द 'जैसलमेर' लिखकर बता देता कि आ गया अपने शहर। आज किले के बाहर खड़ा आसमां की ओर निहारती प्रोफाइल पिक्चर लगी छोड़कर आसमां में ही चला गया। मैं कामना करता हूं कि ईश्वर 'डेजर्ट क्वीन' के अभिनय से खुश होकर इसे अपने पास ही रखेंगे। हादसे में मारे गए अन्य कलाकार साथियों की आत्मा को भी शांति मिले। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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