शिक्षा के मंदिरों में भगवान का दर्जा रखने वाले दो शिक्षकों ने गुरु-शिष्य के पवित्र संबंधों को कलंकित किया है। वारदात राजस्थान के सीकर में हुई है। यहां दो कलयुगी शिक्षकों ने छात्रा से महीनों तक गैंगरेप किया और गर्भवती होने पर धमकाते हुए गर्भपात कराया। पीड़िता का अधिक रक्तस्राव होने पर परिजन अस्पताल ले गए तो मामले का खुलासा हुआ।
पीड़िता सीकर के अजीतगढ़ थाना इलाके के हरदास का बास गांव की जनता बाल निकेतन स्कूल में बारहवीं कक्षा की छात्रा है। इस पर स्कूल के संचालक जगदीश यादव और शिक्षक जगत सिंह गुर्जर की कुदृष्टि पड़ी और दोनों ने मिलकर हवस की प्यास बुझाने के लिए छात्रा को निशाना बना लिया। आरोपी इस पीड़िता को एक्स्ट्रा क्लास के बहाने स्कूल खुलने से पहले बुलाया करते थे। दोनों दरिंदे कई महीनों से पीड़िता का देह शोषण कर रहे थे। जब वह गर्भवती हो गई तो उसे शाहपुरा के रजनीश हॉस्पिटल में ले जाकर गर्भपात करवा दिया और उसे डराया धमकाया। कुछ दिन से बालिका को अधिक रक्तस्राव होने पर परिजन उसे अजीतगढ़ अस्पताल लेकर गए, जहां जांच के बाद बालिका से दुष्कर्म के बाद गर्भपात का खुलासा हुआ। हालत गंभीर होने पर पीड़िता को जयपुर रेफर किया गया है। नीम का थाना पुलिस उपाधीक्षक कुशाल सिंह के मुताबिक आरोपी शिक्षक जगदीश यादव व जगत सिंह गुर्जर और अस्पताल के डॉ.रजनीश शर्मा व कानन शर्मा को नामजद कर मामले की जांच की जा रही है। आरोपी शिक्षकों को जल्द हिरासत में लिया जाएगा। फिलहाल पीड़ित छात्रा जयपुर में उपचाराधीन है।
हरियाणा के गुरुग्राम की रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात वर्षीय मासूम प्रद्युम्न की यौन उत्पीड़न के बाद हत्या, राजस्थान के बाड़मेर में केंद्रीय विद्यालय की छह वर्षीय मासूम बच्ची के साथ स्कूल में दुष्कर्म के बाद सीकर में सामने आई इस सनसनीखेज वारदात ने बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जाहिर है कि देश की स्कूलों में अध्ययन कर रहे विद्यार्थी सुरक्षित नहीं है। जिन संस्थानों में बच्चों को शिक्षित बनाने और देश की भावी पीढ़ी को तैयार करने भेजा जाता है उन्हीं में अब अपराधों का बोलबाला हो गया है। पाठशालाओं में ऐसी आपराधिक वारदातें विद्यार्थियों के मस्तिष्क पर गलत प्रभाव डाल रही है। ऐसे में माता-पिता का कर्त्तव्य है कि वह अपने बच्चों पर नजर रखें। उनके साथ मित्रतापूर्ण व्यवहार करें ताकि वो अपने दिल की बात निसंकोच बता सके। याद रखें हमारे बच्चों की सुरक्षा हमें ही करनी है क्योंकि जब कोई अपराध होगा तो कष्ट भी हमें ही झेलना होगा। -सुमित सारस्वत SP, सामाजिक विचारक, मो.09462737273
पढ़ें : दुराचार के बाद गुस्से में देशवासी
पीड़िता सीकर के अजीतगढ़ थाना इलाके के हरदास का बास गांव की जनता बाल निकेतन स्कूल में बारहवीं कक्षा की छात्रा है। इस पर स्कूल के संचालक जगदीश यादव और शिक्षक जगत सिंह गुर्जर की कुदृष्टि पड़ी और दोनों ने मिलकर हवस की प्यास बुझाने के लिए छात्रा को निशाना बना लिया। आरोपी इस पीड़िता को एक्स्ट्रा क्लास के बहाने स्कूल खुलने से पहले बुलाया करते थे। दोनों दरिंदे कई महीनों से पीड़िता का देह शोषण कर रहे थे। जब वह गर्भवती हो गई तो उसे शाहपुरा के रजनीश हॉस्पिटल में ले जाकर गर्भपात करवा दिया और उसे डराया धमकाया। कुछ दिन से बालिका को अधिक रक्तस्राव होने पर परिजन उसे अजीतगढ़ अस्पताल लेकर गए, जहां जांच के बाद बालिका से दुष्कर्म के बाद गर्भपात का खुलासा हुआ। हालत गंभीर होने पर पीड़िता को जयपुर रेफर किया गया है। नीम का थाना पुलिस उपाधीक्षक कुशाल सिंह के मुताबिक आरोपी शिक्षक जगदीश यादव व जगत सिंह गुर्जर और अस्पताल के डॉ.रजनीश शर्मा व कानन शर्मा को नामजद कर मामले की जांच की जा रही है। आरोपी शिक्षकों को जल्द हिरासत में लिया जाएगा। फिलहाल पीड़ित छात्रा जयपुर में उपचाराधीन है।
हरियाणा के गुरुग्राम की रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात वर्षीय मासूम प्रद्युम्न की यौन उत्पीड़न के बाद हत्या, राजस्थान के बाड़मेर में केंद्रीय विद्यालय की छह वर्षीय मासूम बच्ची के साथ स्कूल में दुष्कर्म के बाद सीकर में सामने आई इस सनसनीखेज वारदात ने बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जाहिर है कि देश की स्कूलों में अध्ययन कर रहे विद्यार्थी सुरक्षित नहीं है। जिन संस्थानों में बच्चों को शिक्षित बनाने और देश की भावी पीढ़ी को तैयार करने भेजा जाता है उन्हीं में अब अपराधों का बोलबाला हो गया है। पाठशालाओं में ऐसी आपराधिक वारदातें विद्यार्थियों के मस्तिष्क पर गलत प्रभाव डाल रही है। ऐसे में माता-पिता का कर्त्तव्य है कि वह अपने बच्चों पर नजर रखें। उनके साथ मित्रतापूर्ण व्यवहार करें ताकि वो अपने दिल की बात निसंकोच बता सके। याद रखें हमारे बच्चों की सुरक्षा हमें ही करनी है क्योंकि जब कोई अपराध होगा तो कष्ट भी हमें ही झेलना होगा। -सुमित सारस्वत SP, सामाजिक विचारक, मो.09462737273
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