अंतर्राष्ट्रीय रामकथा वाचक संत मोरारी बापू ने गिरिराज-गिरधारी भगवान श्रीनाथ की दिव्य लीला भूमि ब्रज चौरासी कोस की बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताई है। बरसाना में मानस परिक्रमा कथा के दौरान बापू ने ब्रज के संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने व्यास पीठ से प्रार्थना करते हुए कहा कि समाज पीठ और राज पीठ चिंता करे कि ब्रज का मूल स्वरूप बरकरार रहे। ब्रज के पर्वतों का खनन ना हो, वृक्ष काटे ना जाएं, यमुना की धारा अविरल बहती जाए। ब्रज की स्थिति को लेकर संत समाज चिंतित है। समाज और सत्ता को भी ब्रज के संरक्षण में योगदान देना चाहिए। -सुमित सारस्वत, मो.9462737273
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हर घर में हो गौ पालन
बापू ने कथा में गौ सेवा का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि गाय विश्व की मां है। गौ माता की रक्षा होनी चाहिए। हर घर में गाय का पालन होना चाहिए। ठाकुरजी को गाय अतिप्रिय है। इसमें देवताओं का वास है। गऊ सेवा देव सेवा के समान है। गाय पर कभी अत्याचार ना होने दें। बापू ने बरसाना की गौशाला को 5 लाख रुपए के तुलसी दानपत्र की घोषणा भी की।
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