भारतीय सेना को समर्पित सूरत की रामकथा अनूठी होगी। इस कथा का आरंभ राष्ट्रगान के साथ होगा। कथा से पूर्व तिरंगा फहराया जाएगा। कथा स्थल को तिरंगे के केसरिया, सफेद, हरा रंग के कपड़े से सजाया जा रहा है। हर कथा के प्रारंभ में पोथीयात्रा निकाली जाती है। प्रथा है कि यह पवित्र पोथी आयोजक या उसका परिवार लेकर चलता है लेकिन सूरत कथा में पाेथी सैनिकों और हाल ही अहमदाबाद के शहीद परिवार के सिर पर होगी। सैनिकों और शहीद परिवारों को समर्पित यह राम-राष्ट्रकथा आगामी 2 से 10 दिसंबर तक होगी। इस कथा में 200 करोड़ रुपए एकत्रित कर सैनिक कल्याण के लिए दान किए जाएंगे।
देखें : दुनिया की सबसे अनूठी शादी
राम-राष्ट्रकथा के लिए अब तक दो दुल्हन ने अपनी शादी के संगीत समारोह व अन्य कार्यक्रम रद्द कर राशि को कथा में दान दी है। मूल अमरेली के मोटा लीलिया तालुका के भेंसाण गांव निवासी कांतिभाई मांगरोलिया की बेटी डॉ. नतल की शादी 23 दिसंबर को होने वाली है। उसने संगीत का कार्यक्रम रद्द कर 51 हजार रुपए कथा में दान दिए। इसके अलावा एक हफ्ते पहले वराछा में वल्लभाचार्य रोड पर कैलाशधाम सोसाइटी में रहने वाले हरेश मालाणी की बेटी जानकी ने 51 हजार रुपए दान दिए। जानकी की शादी 12 दिसंबर को है। शादी में संगीत संध्या रखी गई थी, उसके लिए 50 हजार से ज्यादा का खर्च होना था। यह कार्यक्रम रद्द कर 51 हजार रुपए कथा में दान किया। इसके अलावा रिटायर्ड एसीपी आरएच हडिया को बहादुरी के लिए हर माह 2000 रुपए मिलते हैं। उन्होंने एक साल की रकम 24 हजार दान में दी। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
पढ़ें : देश की सबसे बड़ी रामकथा
Sumit Saraswat available on :
0 comments:
Post a Comment