श्री बालाजी व जानकी महिला मंडल की ओर से ब्यावर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के विश्राम सत्र में पंडित रविशंकर शास्त्री ने बेटी बचाने का संदेश देते हुए कहा कि देश में घटता लिंगानुपात सभ्य समाज के लिए चिंताजनक है। कोख में बेटी का कत्ल नहीं करें। कन्या भ्रूण हत्या महापाप है। कन्या की हत्या करने वालों को करोड़ों जन्म तक पुनः मनुष्य जीवन प्राप्त नहीं होता है।
कथावाचक ने सुदामा का चरित्र सुनाते हुए कहा कि कृष्ण व सुदामा मित्रता की मिसाल है। विपरित परिस्थिति में साथ निभाए वही सच्चा मित्र है। भागवत सभी वेदों का सार है। भागवत श्रवण से मनुष्य के विचार शुभ होते हैं। सकारात्मक विचारों से ही जीवन सुखमय होता है। अच्छे विचारों से विश्व अच्छा बनेगा। भागवत कथा औषधि के समान है। जो सभी पापों का नाश करती है। उन्होंने कहा कि वस्तु संसार के लिए है और चित्त परमात्मा के लिए। नाम संकीर्तन में सच्चा सुख है। सत्संग करते हुए मन को निर्मल व छल-कपट रहित रखें। सत्संगी के प्रति स्नेह रखें। कर्म और धर्म के प्रति अगाढ़ श्रद्धा होनी चाहिए। प्रवक्ता सुमित सारस्वत ने बताया कि कथा में वृंदा गोयल ने श्रीकृष्ण, कीर्ति गर्ग ने रूक्मणि व केशव गोयल ने सुदामा के रूप में सुदामा प्रसंग का सजीव मंचन किया।
कथा प्रारंभ होने से पूर्व मुख्य यजमान राधेलाल गोयल, शकुंतला गोयल, संदेश गोयल, पल्लवी गोयल, रमेश शर्मा, ललिता शर्मा, गोविंद प्रसाद, स्नेहलता गोयल, स्नेहलता शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, साधना सारस्वत, प्रभा शर्मा, अरविंद शर्मा, राधेश्याम डाणी, जानकी गर्ग, मुकुट बिहारी गोयल, रामप्रसाद मित्तल का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया।
कथा प्रारंभ होने से पूर्व मुख्य यजमान राधेलाल गोयल, शकुंतला गोयल, संदेश गोयल, पल्लवी गोयल, रमेश शर्मा, ललिता शर्मा, गोविंद प्रसाद, स्नेहलता गोयल, स्नेहलता शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, साधना सारस्वत, प्रभा शर्मा, अरविंद शर्मा, राधेश्याम डाणी, जानकी गर्ग, मुकुट बिहारी गोयल, रामप्रसाद मित्तल का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया।
भजन सुनें : सांवरिया तेरी याद में..
महिला मंडल की ओर से कथा आयोजक राधेलाल गोयल व शकुंतला गोयल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। मंच संचालक सुमित सारस्वत ने स्वरचित रचना पाठ किया। प्रबंध समिति अध्यक्ष माणक डाणी व संयोजक केदार गर्ग ने सभी का आभार जताया। कथा में स्वामी अक्षयानंद, महंत फतेहगिरी, चेतनप्रकाश जोशी, सूर्यकुमार गर्ग, विनोद गोयल, ओमप्रकाश रायपुरिया, कांतिलाल डाणी, घनश्याम तंवर, सुनील कौशिक, सुभाष गर्ग, चेतन गर्ग, दामोदर सर्राफ, कमल सिंहल, पार्वती गोयल, स्नेहलता गोयल, सुनीता यादव, प्रभा नवाल, कुसुम डाणी, मधु डाणी, शोभा चौटिया, कविता शर्मा, मीना खंडेलवाल, प्रभा शर्मा, गंगा गर्ग, सुनीता गुप्ता, वंदना खंडेलवाल, चित्रा गोयल, खुशबू सिंहल, नीलू चौधरी, किरण अग्रवाल, कांता सोमानी, कौशल्या फतेहपुरिया सहित सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने धर्मलाभ लिया। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
भजन सुनें : बरसा सूं यो दिन आयो
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