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December 20, 2017

भक्ति में विश्वास जरूरी : पं.रविशंकर

पंडित रविशंकर शास्त्री ने भक्त चरित्र सुनाते हुए कहा कि भक्ति में शक्ति है। भाव से पुकारो तो भगवान अवश्य आते हैं। भक्त प्रहलाद, मीरा, अहिल्या प्रमाण हैं। भाव से अर्पण करो तो भगवान स्वीकार करते हैं। भगवान राम ने शबरी के झूठे बेर खाए। भक्ति में विश्वास होना चाहिए। वे श्री बालाजी व जानकी महिला मंडल की ओर से राधाकुंज गार्डन में आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस प्रवचन दे रहे थे।

कथावाचक ने कहा कि भक्ति निष्काम होनी चाहिए। भगवान जिसे अपना लेते हैं उसे कभी छोड़ते नहीं। कलयुग में भगवत प्राप्ति का एकमात्र माध्यम नाम संकीर्तन है। हरे कृष्ण, हरे राम महामंत्र का जाप नित्य करना चाहिए। जहां भगवान का सत्संग हो वही तीर्थ है। जब संतों का मिलन हो, वाणी हरि गुण गाए तो समझो हरि से मिलन होगा। आदत बुरी सुधार लो, बस हो गया भजन.. गाते हुए बुराईयों से दूर रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि परमात्मा को पाने के लिए मोह, माया के साथ हर बुराई का त्याग करना होगा। यह याद रखना होगा कि सिर्फ राम नाम सत्य है, बाकी सब छल है। जब प्राण तन से निकलेंगे तब मोक्ष प्राप्ति में राम का नाम ही काम आएगा। उन्होंने गोवर्धनवासी सांवरे तुम बिन रहा ना जाए.., ए जी म्हारा नटवर नागरिया.. भजन सुनाया तो श्रोता झूम उठे। बुधवार को ध्रुव चरित्र व नृसिंह अवतार प्रसंग का गुणानुवाद होगा।

संत ने दिया मुस्कुराने का संदेश
कथा में पधारे अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के संत रामप्रसाद महाराज ने मुस्कुराने का संदेश दिया। ‘गुलिस्तां वालों तुम गुलों से मुस्कुराना सीख लो, हर एक दिल में तुम अपना घर बनाना सीख लो..’ शेर सुनाते हुए कहा कि कृष्ण कथा मुस्कुराने की प्रेरणा प्रदान करती है। चेहरे पर मुस्कुराहट कभी कम न होने देना। खुद हंसते रहना और दूसरों को हंसाते रहना। हंसी बांटने से दोगुनी होती है। जब तक तन में प्राण है तब तक हंसते मुस्कुराते रहो। कभी समस्या आए या तनाव हो तो भी मुस्कुराना न छोड़ें। संत केवलराम रामस्नेही, संत गोपालराम रामस्नेही, संत उदयराम का भी आगमन हुआ। मंच संचालन सुमित सारस्वत ने किया। कथा प्रारंभ होने से पूर्व यजमान चेतनप्रकाश जोशी, हेमलता जोशी, दामोदर शर्मा, कविता शर्मा, राकेश यादव, सुनीता यादव, ओमप्रकाश गुप्ता, विमला गुप्ता, सूर्यकुमार गर्ग, हेमलता गर्ग, दिल्ली से आए नंदकिशोर अग्रवाल, किरण अग्रवाल, भीलवाड़ा से आए दिनेश सिंहल, सुमन सिंहल, जालोर से आए नथमल बजाज, कांता बजाज, पं.शीतलप्रसाद, लीला मित्तल, मुन्नी मित्तल, पार्वती मंगल, मंजू गोयल का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया। माणक डाणी, केदार गर्ग, राधेलाल गोयल, चेतन गर्ग, शकुंतला गोयल ने अतिथियों का स्वागत किया। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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Sumit Saraswat available on :
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Location: Beawar, Rajasthan, India

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