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December 12, 2024

श्री सीमेंट ने तोड़ा किसान का घर, कंपनी की तानाशाही के खिलाफ प्रदर्शन - Farmers protest against Shree Cement

✍🏻 सुमित सारस्वत
श्री सीमेंट कंपनी एक बार फिर विवादों में है. इस बार कंपनी पर किसानों के घर तोड़ने का गंभीर आराेप लगा है. मुआवजा नहीं मिलने पर एक किसान ने कंपनी के प्रवेश द्वार पर आत्मदाह का प्रयास किया. बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद लाेगों ने श्री सीमेंट (Shree Cement) कंपनी पर तानाशाही करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया.

किसान विद्याधर ने दो दिन पहले इच्छा मृत्यु के लिए एसडीएम और कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी दिया था. इत्तला मिलने पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) भी मौके पर पहुंचे और कंपनी की मनमानी के खिलाफ गेट पर चढ़ गए. गुढ़ा ने किसान का समर्थन करते हुए जमीन का मुआवजा मांगा. मामला झुंझुनूं (Jhunjhunu) के नवलगढ़ (Nawalgarh) का है.

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प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कंपनी प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने आरोप लगाया कि श्री सीमेंट कंपनी ने नियमों को ताक में रखकर नवलगढ़ में प्लांट लगाया है. कंपनी के पास पॉल्यूशन की एनओसी नहीं है. बिना बाउंड्री के माइनिंग और ब्लास्टिंग कर रहे हैं. ब्लास्टिंग से कोई भी हादसा हो सकता है, कोई मर सकता है. गुढ़ा ने दावा किया कि उनके पास कंपनी की 50 कमियां हैं. प्रशासन चोरों की रखवाली कर रहा है. किसान परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है और प्रशासनिक अधिकारी कंपनी की पैरवी कर रहे हैं.

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प्रदर्शन के दौरान मौके पर मौजूद एक ग्रामीण ने बताया कि करीब एक महीने पहले श्री सीमेंट कंपनी प्रबंधन ने किसान का घर ताेड़कर उसे बेघर कर दिया. किसान के बच्चे छोटे हैं और वाइफ प्रेगनेंट है. एक अन्य ग्रामीण ने आरोप लगाया कि कंपनी ने बीते 2-3 साल में कई किसानों के घर तोड़ दिए. खेत उजाड़ दिए. अभी उनके पास रहने को छत नहीं है. न कंपनी सुनवाई कर रही है और न ही प्रशासन ने सुध ली है. कंपनी ने इलाके का पर्यावरण संतुलन बिगाड़ दिया है. किसानों (Farmers) की मांग है कि उन्हें जमीन का उचित मुआवजा मिलना चाहिए. साथ ही बेघर हुए परिवार के किसी एक सदस्य को कंपनी में रोजगार दिया जाए.

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इस मामले में कंपनी के यूनिट हैड एचसी गुप्ता ने मीडिया को बताया कि प्रभावित किसानों को 26 लाख रुपए प्रति बीघा का मुआवजा निर्धारित किया गया, वह देने को तैयार हैं. आश्वासन के बाद किसानों ने कंपनी को सात दिन का अल्टीमेटम और चेतावनी दी है कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करेंगे. अब देखना रोचक होगा कि उत्तर भारत की बड़ी कंपनी किसान के आगे झुकेगी या फिर आंदोलन (Farmers Protest) उग्र होगा. ©सुमित सारस्वत

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March 24, 2019

खेलन सखियन सो फाग मेरो लाला जावे सासरिए | Fag Bhajan

श्री विहार में धूमधाम से मनाया फाग उत्सव


फाल्गुन का महीना, श्रीजी बाबा का चित्ताकर्षक दरबार, फूलों की झमाझम बौछार और भजनों पर झूमते रसिया। मन को आनंदित कर देने वाला यह नजारा दिखाई दिया श्री विहार स्थित सतलज में। यहां रसिकों के रसिया रास बिहारी ठाकुर का सातवां विशाल फाग उत्सव आयोजित किया गया। इसमें श्री श्यामा श्याम वंदना परिवार की ओर से मधुर भजनों की मंदाकिनी बहाई गई। भक्तों ने 800 किलो फूलों से होली खेली।

आयोजक राकेश कीर्ति शर्मा ने बताया कि गायक गोपाल वर्मा ने भगवान गणेश व हनुमान वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके बाद सांवरिया आपा होली तो खेलां जी.., आज बिरज में होली रे रसिया.., रंग मत डाले रे सांवरिया.., रोज-रोज नहीं आना यह फागुण.., खेलन सखियन सो फाग मेरो लाला जावे सासरिए.. जैसे होली भजनों की सुमधुर प्रस्तुति देकर फाग की मस्ती लुटाई। ढोल और चंग की थाप के साथ घूमर और धमाल की धुनों पर भक्त झूम उठे। करीब चार घंटे तक लगातार रंग-बिरंगे फूल बरसते रहे। कार्यक्रम में पहुंचा हर भक्त अपनी उम्र और ओहदे को भूलकर झूमता हुआ फाग के रंग में रंगा नजर आया।


अतिथि के रूप में अयोध्या से आए संत उमाशंकर महाराज, नवनीत हेड़ा, एन.के. मिश्रा, एस.के. सोनी, सुमित सारस्वत, वंदना शर्मा, अंजू हेड़ा, नीरु सिंहल, अनुराग खुशबू जैन, के.के. जैन, सुनील गुप्ता, पंकज शर्मा, बृजवल्लभ पाराशर, मनोरंजन कुमार, श्याम खंडेलवाल, मनीषा गर्ग, कुसुम मालू, वर्षा तापड़िया, आशा मूंदड़ा, रेणु जागेटिया, ताशु अग्रवाल, उर्मिला भाटी, श्याम शर्मा, मुकेश दाधीच, मोनू अरोड़ा, हेमंत शर्मा, सतीश गर्ग, संजय घीया, विजय तंवर, अनिरुद्ध शर्मा, मुकेश टांक, दिनेश गोयल, मनीष जैन ने शिरकत की। रवि शर्मा, रजनीश माहेश्वरी, नवनीत पाराशर, नरसिंह तंवर, संतोष गुप्ता ने फूलों से ठाकुरजी का आकर्षक दरबार सजाया। आरती के बाद सभी को विशेष भेंट स्वरूप प्रभु का नजराना दिया गया।

कार्यक्रम में सुरेंद्र शर्मा, गिरिजा शंकर, मुरली मनोहर, राजेंद्र शर्मा, विजय शर्मा, दीनदयाल, राजेश हेड़ा, अशोक पसारी, तारा सोनी, रेणु मिश्रा, प्रीति शर्मा, सुनीता हेड़ा, संगीता पसारी, ज्योति स्वरूप, राजेश शर्मा, प्रिंसी, रितिका, कंचन, अलका, पिंकी, सुनीता, ऊषा, कीर्ति, रेणु सहित जयपुर, जोधपुर, पाली, गुड़गांव, जैतारण, रास व ब्यावर के गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
 -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
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Sumit Saraswat available on :
 
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February 18, 2018

क्या मृतक परिवारों का दर्द बांटेगा खरबपति श्री सीमेंट प्रबंधन !

श्री सीमेंट के नाम खुला पत्र

बांगड़ परिवार

श्रीमान, ब्यावर शहर जिसने आप को बहुत कुछ दिया आज इसी शहर की धरती पर इतिहास का सबसे बड़ा हादसा घटित हुआ है। प्रत्येक शहरवासी की आँखें नम और ह्रदय में दर्द है। हर हाथ मदद को तैयार। ऐसी विकट परिस्थिति में मेरा निवेदन है कि श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर के वार्षिकोत्सव पर होने वाले भव्य आयोजन को सूक्ष्म और सादगी पूर्ण तरीके से किया जाए और इसमें खर्च होने वाली अथाह धनराशि ना केवल पीड़ित परिवार बल्कि उन परिवारों पर खर्च की जाए जिनके सपनों के आशियाने टूट गए हैं। मेरी यह भावपूर्ण विनती है आपसे और ऐसा निवेदन समर्थ व्यक्ति से ही किया जाता है। संकटमोचन राम भक्त हनुमान आपके इस कदम से विगत वर्षों की तुलना में अधिक प्रसन्न होंगें।
मुझे ये भी विदित है कि आपकी तरफ से मृतकों के लिए एक-एक लाख रुपए सहायता की घोषणा की जा चुकी है। पर यह सर्व विदित है कि इतने रुपए में तो एक कमरा भी मुश्किल से बन पाता है। मेरा निवेदन है कि मन्दिर वार्षिकोत्सव में होने वाले व्यर्थ खर्च को रोक कर ब्यावर के नाम खर्च किया जाए। आपका पूरा ब्यावर सदैव ऋणी रहेगा क्योंकि यह हादसा किसी एक परिवार के साथ नहीं बल्कि ब्यावर के साथ हुआ है। ना केवल मैं बल्कि ब्यावर का हर वासी आज दुखी मन से आपसे यह विन्रम निवेदन करता है।

परोपकाराय फलन्ति वृक्षाः परोपकाराय वहन्ति नद्यः।
परोपकाराय दुहन्ति गावः परोपकारार्थ मिदं शरीरम्॥
परोपकार के लिए वृक्ष फल देते हैं, नदियाँ परोपकार के लिए ही बहती है और गाय परोपकार के लिए दूध देती हैं। अर्थात् यह शरीर भी परोपकार के लिए ही है।

निवेदक
पंडित कृष्ण वल्लब शर्मा
(9414009285)
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