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December 30, 2023

Rajasthan Cabinet Expansion: आप नेता ने लगाया आरोप, बोले- देश का मजाक बना रही बीजेपी

Rajasthan News: राजस्थान में लंबे इंतजार के बाद भजनलाल सरकार ने कैबिनेट का विस्तार किया है. मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) समेत कुल 25 विधायकों के नाम शामिल हैं. इनमें सुरेंद्रपाल सिंह टीटी का नाम भी शामिल हैं जिन्हें राज्यमंत्री का स्वतंत्र प्रभार सौंपा है. टीटी अभी विधायक नहीं हैं. वे श्रीकरणपुर में होने वाले चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी हैं. वहां 5 जनवरी को मतदान होगा.

राजस्थान में भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल गठन को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता नीलेश बुरड़ ने बीजेपी (BJP) पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी वालों ने सारे देश का मजाक बना रखा है. आम जनता को बेवकूफ बनाने के लिए चुनाव में जीतने से पहले ही मंत्री पद बांट रहे हैं. बुरड़ ने आरोप लगाया कि भाजपा ने श्रीकरणपुर विधानसभा में चुनाव आयोग को ठेंगा दिखाकर आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन किया है.

बुरड़ ने कहा कि श्रीकरणपुर से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी की जीत तय थी. भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्रपाल सिंह टीटी (Surendra Pal Singh) की हार को देखते हुए बीजेपी ने चुनाव से पहले ही टीटी को मंत्री पद की शपथ दिलाई है. देश में यह पहला मामला है जब चुनाव से पहले भाजपा ने अपने प्रत्याशी को मंत्री बनाया है. बुरड़ की मांग है कि चुनाव आयोग इस मामले में संज्ञान लेकर कार्यवाही करे. ©सुमित सारस्वत


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Sumit Saraswat
 
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Rajasthan Cabinet Expansion: सीएम भजनलाल ने ब्यावर को दी बड़ी सौगात, बृजमोहनलाल के बाद दूसरे कैबिनेट मंत्री बने गहलोत, जानें पूरा मामला

✍🏻 सुमित सारस्वत

Rajasthan News: राजस्थान में 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव परिणाम आने के 27वें दिन आज 30 दिसंबर को भजनलाल सरकार की कैबिनेट का विस्तार हुआ. राजभवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने 22 मंत्रियों को शपथ दिलाई. इनमें 12 कैबिनेट मंत्री, 5 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 5 राज्यमंत्री हैं. अब मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) समेत कुल 25 नाम शामिल हैं. प्रदेश के 18 जिलों से यह नए मंत्री बनाए हैं.

ब्यावर के अविनाश को बनाया मंत्री
सीएम भजनलाल ने मंत्रिमंडल विस्तार करते हुए नवगठित ब्यावर (Beawar) जिले को भी बड़ी सौगात दी है. सीएम ने विधायक अविनाश गहलोत (Avinash Gehlot) को कैबिनेट मंत्री बनाया है. वे जिले के जैतारण (Jaitaran) विधानसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार जीतकर विधायक बने हैं. पहली बार वर्ष 2018 में भाजपा से विधायक चुने गए थे. इसके बाद इस साल विधानसभा चुनाव 2023 में लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं. पहली बार मंत्री बने गहलोत को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला है. अविनाश माली समाज का प्रमुख चेहरा है.

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गहलोत बने ब्यावर के दूसरे मंत्री
अविनाश गहलोत ब्यावर क्षेत्र से मंत्री बनने वाले दूसरे विधायक हैं. इनसे पहले वर्ष 1957 में पहली बार ब्यावर को मंत्री पद मिला था. खास बात है कि मंत्री बनने का सौभाग्य भी ब्यावर के पहले विधायक पंडित बृजमोहनलाल शर्मा को ही मिला था. अब तक वे ब्यावर के एकमात्र ऐसे विधायक थे, जिन्हें सरकार ने मंत्री बनाकर सम्मान दिया था.

शंकर सिंह की आस रही अधूरी
ब्यावर क्षेत्र से विधायक शंकर सिंह रावत (Shankar Singh Rawat) को भी मंत्री बनने की उम्मीद थी लेकिन उनकी आस अधूरी रही. रावत ब्यावर विधानसभा सीट से लगातार चौथी बार जीतकर विधायक बने हैं. बीजेपी में उन्हें वसुंधरा राजे का समर्थक माना जाता है. हालांकि वे राजे के सीएम कार्यकाल में भी विधायक रहे थे लेकिन उस वक्त भी उन्हें मंत्री पद नसीब नहीं हुआ. ©सुमित सारस्वत


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December 27, 2023

Khatu Shyam Padyatra : शीश के दानी का ऐसे किया दीदार, पहली बार 250 किलोमीटर पैदल यात्रा कर खाटू पहुंचे ब्यावर के भक्त

सड़क पर भक्तों की लंबी कतार, हाथों में ध्वज निशान, लखदातार के जयकारे, भजनों पर झूमते श्रद्वालु और बाबा श्याम का रथ। यह नजारा दिखा खाटू नगरी में। जहां ब्यावर से पहली बार 250 किलोमीटर की पदयात्रा कर भक्त पहुंचे। पालकी में सवार होकर दरबार में पहुंची बाबा श्याम की सवारी और भक्तों का सैलाब देखने वालों का मन मोह रहा था। खाटूनगरी लखदातार के जयकाराें से गुंजायमान हो गई।

सुमित सारस्वत ने बताया कि कलयुग अवतारी बाबा श्याम के विश्व विख्यात खाटूधाम में ब्यावर (Beawar) के भक्तों का सैलाब उमड़ा। शहर के 500 से ज्यादा श्रद्वालु हर्षोल्लास से झूमते हुए बाबा श्याम (Khatu Shyam Baba) के दरबार में पहुंचे और निशान अर्पित कर सामूहिक दर्शन किया। बाबा से ब्यावर जिले के विकास और सुख-समृद्धि की कामना की। यह यात्रा गत 17 दिसंबर को संयोजक राजेंद्र सिंह राठौड़, मयंक सिंहल, यश सोलंकी व श्याम सिंह निर्वाण के नेतृत्व में ब्यावर के श्री श्याम मंदिर (Shyam Mandir) से प्रारंभ हुई थी। यहां से अजमेर, किशनगढ़, दूदू, जयपुर, हरमाड़ा, चौमूं होते हुए रिंगस पहुंची। 80 पदयात्रियों से शुरू हुई इस पदयात्रा ने जब रिंगस से प्रस्थान किया तो ब्यावर के 500 से ज्यादा श्रद्वालु (Devotees) इसमें शामिल हुए।


पालकी में लखदातार के दरबार पहुंचे प्रभु श्याम

रिंगस के प्राचीन श्याम मंदिर में पंडित विकास शास्त्री व मनोज शर्मा ने भक्तों को पूजा-अर्चना करवाई और भगवान की आरती की। इसके बाद श्रद्वालु गाजे-बाजे के साथ झूमते हुए खाटू की तरफ बढ़े। दिल्ली (Delhi) से मंगवाए गए विशेष सतरंगी फूलों से सजा बाबा का रथ भी यात्रा में भक्तों के साथ शामिल रहा। मार्ग में जगह-जगह आमजन ने शीश के दानी का पूजन कर यात्रियों का स्वागत किया। खाटू (Khatu) के ताेरण द्वार पहुंचने पर बाबा की आरती की। इसके बाद आतिशबाजी के बीच श्याम प्रभु को फूलों से सजी पालकी में लेकर खाटू की गलियों से गुजरे तो लोग ठहर गए। देशभर से धार्मिक नगरी में पहुंचे भक्त बाबा की झलक पाने को बेताब दिखाई दिए। अधिकांश भक्तों ने इस सुंदर नजारे को अपने मोबाइल कैमरे में भी कैद किया। जैसे ही यह पालकी मंदिर परिसर में पहुंची तो चारों तरफ जयकारे गूंजने लगे। कुछ पल के लिए पालकी में सवार ब्यावर के बाबा का खाटू नरेश (Khatu Naresh) से मिलन हुआ। मंदिर में मौजूद भक्तों को यह दुर्लभ नजारा देखने का सौभाग्य मिला।


पदयात्रा में बच्चे भी हुए शामिल

इस पदयात्रा में 7 वर्षीय शुभम सोनी, 10 वर्षीय धैर्यवर्धन सोनी, 11 वर्षीय विदिक शर्मा, 11 वर्षीय राहुल सोनी, 14 वर्षीय अनन्या सक्सेना समेत कई बच्चे भी शामिल हुए। इन बच्चों ने हाथों में निशान लेकर रिंगस से खाटू की पदयात्रा की। दिल्ली से सिमरन कौर, जयपुर से साक्षी सिंहल, तनुज सिंहल, निक्की लोहिया, बीकानेर से चिराग गोयल, जिज्ञासा गोयल समेत कई अन्य स्थानों के भक्त भी शामिल हुए। निशांत मंगल, विजय मंडोरा, हर्ष गर्ग, पवन सोनी, हर्षल चौहान, निर्मल सिंह, अंकित शर्मा ने सेवाएं दी। ©सुमित सारस्वत


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December 25, 2023

Khatu Shyam Padyatra : पहली बार ब्यावर से पदयात्रा कर बाबा श्याम का दर्शन करेंगे 300 से ज्यादा श्रद्वालु

 


कलयुग अवतारी बाबा श्याम के विश्व विख्यात खाटूधाम में मंगलवार को ब्यावर के भक्तों का सैलाब उमड़ेगा। शहर के 300 से ज्यादा श्रद्वालु बाबा श्याम का दर्शन करने के लिए हर्षोल्लास से झूमते हुए पदयात्रा कर पहुंचेंगे। बाबा के दरबार में निशान अर्पित कर सामूहिक दर्शन करेंगे। बाबा से ब्यावर जिले के विकास और सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।


सुमित सारस्वत ने बताया कि सोमवार रात सभी भक्तों ने रिंगस के प्राचीन श्याम मंदिर में कीर्तन किया। श्याम परिवार के मनोज शर्मा, विजय मंडोरा, निशांत मंगल व अन्य सदस्यों ने बाबा का गुणगान किया। देर रात तक हुए भक्ति कार्यक्रम में भजनों की धुनों पर भक्त झूम उठे। सभी ने रात्रि विश्राम रिंगस में ही किया। मंगलवार सुबह 9.15 बजे रिंगस के प्राचीन मंदिर से निशान पदयात्रा प्रारंभ होकर दोपहर 2.15 बजे खाटूधाम पहुंचेगी। यह पदयात्रा ब्यावर में फतेहपुरिया चौपड़ स्थित श्री श्याम मंदिर से गत 17 दिसंबर को प्रारंभ हुई थी। मंदिर प्रमुख सुनील कौशिक व विनेश कौशिक ने रथ में सवार बाबा का पूजन कर यात्रा को प्रस्थान करवाया।


यात्रा में राजेंद्र सिंह, मनोज शर्मा, मोहन सिंह, श्याम सिंह, सीमा माहेश्वरी, डॉली सक्सेना, खुशबू सिसोदिया, दर्शना, वंदना, अनन्या, रूबी, गीतिशा, हर्ष गर्ग, यश सोलंकी, रौनक मेवाड़ा, निशांत खत्री, पवन खत्री व अन्य यात्री शामिल हैं। भक्तों के साथ बाबा का रथ भी यात्रा में शामिल है। मार्ग में जगह-जगह विभिन्न संस्थाएं और आमजन शीश के दानी का पूजन कर यात्रियों का स्वागत कर रहे हैं। ©सुमित सारस्वत


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December 23, 2023

Khatu Shyam News: 26 दिसंबर को खाटू पहुंचेगा पैदल जत्था, रिंगस से पदयात्रा में शामिल होंगे ब्यावर के 300 श्रद्वालु

ब्यावर से बाबा श्याम का दर्शन करने के लिए गया पैदल जत्था आगामी 26 दिसंबर को खाटू पहुंचेगा। रिंगस से यात्रा में ब्यावर शहर के करीब 300 से ज्यादा श्रद्वालु शामिल होंगे। हर्षोल्लास से झूमते हुए खाटू धाम पहुंचकर बाबा का सामूहिक दर्शन करेंगे।

जानकारी देते हुए सुमित सारस्वत ने बताया कि यह पदयात्रा गत 17 दिसंबर को ब्यावर (Beawar) में फतेहपुरिया चौपड़ स्थित श्री श्याम मंदिर (Shyam Mandir) से प्रारंभ हुई थी। मंदिर प्रमुख सुनील कौशिक ने रथ में सवार बाबा का पूजन कर यात्रा को प्रस्थान करवाया। करीब 80 श्रद्वालु (Devotees) पदयात्रा कर खाटू धाम (Khatu Shyamji) जा रहे हैं। इस यात्रा में 14 साल की अनन्या सक्सेना समेत 8 महिलाएं भी शामिल हैं। यात्री राजेंद्र सिंह, मनोज शर्मा, मोहन सिंह, श्याम सिंह, सीमा माहेश्वरी, डॉली सक्सेना, खुशबू सिसोदिया, दर्शना, वंदना, अनन्या, रूबी, गीतिशा, हर्ष गर्ग, यश सोलंकी, मयंक सिंहल, निशांत मंगल, विजय मंडोरा, उत्तम गर्ग, रौनक मेवाड़ा, निशांत खत्री, पवन खत्री व अन्य प्रतिदिन करीब 25 किलोमीटर पैदल यात्रा (Travel) कर रहे हैं।

शनिवार रात यात्रा का पड़ाव हरमाड़ा में रहा। रोजाना रात्रि पड़ाव के दौरान यात्री कीर्तन कर रहे हैं। भक्तों के साथ बाबा का रथ भी यात्रा में शामिल है। मार्ग में जगह-जगह विभिन्न संस्थाएं और आमजन शीश के दानी का पूजन कर यात्रियों (Tourist) का स्वागत कर रहे हैं। ©सुमित सारस्वत


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मनीष की रिहाई से ट्रेंड हुए तेजस्वी, 9 महीने बाद जेल से बाहर आया यूट्यूबर - Manish Kashyap News

✍🏻 सुमित सारस्वत

पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) से सशर्त जमानत मिलने के बाद बिहार (Bihar) के यूट्यूबर मनीष कश्यप (Youtuber Manish Kashyap) रिहा कर दिए गए हैं. 9 महीने बाद बेऊर जेल से रिहाई मिलने पर मनीष का स्वागत करने के लिए समर्थकों की भीड़ उमड़ आई. जेल से बाहर निकलते ही मनीष ने बिहार सरकार पर निशाना साधा. मीडिया से बातचीत में कहा कि 'बिहार में कंस की सरकार चल रही है. मेरे खिलाफ साजिश कर 9 महीने जेल में रखा. भगवान कृष्ण ने जेल में जन्म लिया था. बिहार में बहुत सारे कंस हैं, जिन्होंने मेरे खिलाफ साजिश की थी. ये सजा मुझे कोर्ट ने नहीं, नेताओं ने दी थी. मुझ पर एनएसए लगा दिया गया था, जिसे कोर्ट ने हटा दिया. ये जो भीड़ मौजूद है, मैं इनकी आंखों की उम्मीद पूरी करूंगा. जो भी मेरे भाग्य में होगा, वो होगा.'

मनीष की रिहाई के बाद 'एक्स' पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) तेजी से ट्रेंड कर रहे हैं. दरअसल, लोग मनीष के साथ हुए कृत्य को गलत करार देते हुए इसे तेजस्वी का पतन बता रहे हैं. लोग मनीष को बिहार का भविष्य बता रहे हैं. रिहाई के बाद राजनीति में आने के सवाल पर मनीष ने मीडिया से कहा कि 'अगर भाग्य में होगा तो मैं इन लोगों के बीच पत्रकार के रूप में पत्रकारिता करूंगा. मुझे बिहार को बदलना है.'

आपको बता दें कि तमिलनाडु (Tamilnadu) में बिहारियों पर हमले के कथित वीडियो वायरल करने के मामले में मनीष कश्यप के खिलाफ मदुरै में केस हुआ था. इसके बाद उन पर बिहार में भी आईपीसी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज हुए. कुछ समय तक मनीष कश्यप को तमिलनाडु की मदुरै जेल में भी रखा गया. इसके बाद प्रोडक्शन वारंट पर बिहार पुलिस (Bihar Police) उन्हें लेकर पटना आई थी. अब उन्हें सभी मामलों में जमानत मिल गई है. ©सुमित सारस्वत


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Sumit Saraswat
 
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December 6, 2023

Rajasthan CM Name: कौन बनेगा राजस्थान सीएम ? जानें बीजेपी नेता के वायरल पत्र की सच्चाई

सुमित सारस्वत

Rajasthan CM Update: राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2023) में बहुमत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री का चयन करना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. चुनाव परिणाम के साथ चार दिन बीत जाने के बाद भी अब तक सीएम का नाम तय नहीं हुआ है. इस बीच सोशल मीडिया पर बीजेपी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी का सियासी पत्र वायरल हो रहा है. इस पत्र में राजस्थान के लिए एक मुख्यमंत्री व दो उप मुख्यमंत्री के नाम लिखे हैं. आपको बताते हैं कि इस वायरल पत्र की सच्चाई क्या है..

सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहे पत्र की सच्चाई जानने के लिए पार्टी स्तर पर पता किया तो कहीं इस पत्र की पुष्टि नहीं हुई. पता लगा कि अभी मुख्यमंत्री के नाम को लेकर पार्टी नेता मंथन कर रहे हैं. इसके बाद बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. नाम तय होने के बाद पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे. यह पर्यवेक्षक बीजेपी विधायक दल की बैठक लेंगे. उस बैठक में प्रस्ताव रखकर सीएम के नाम पर चर्चा होगी. भाजपा विधायक (BJP MLA) सर्वसम्मति से सीएम (Chief Minister of Rajasthan) का चयन करेंगे.

एक दर्जन से ज्यादा नेताओं के नाम
आपको बता दें कि अभी बीजेपी (BJP) में राजस्थान के लिए एक दर्जन से ज्यादा नेताओं के नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं. इनमें महंत और महिलाओं के नाम भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री बनने के लिए नेताओं के समर्थक सोशल मीडिया पर मांग भी उठा रहे हैं. संभवत: बीजेपी नेता के नाम से यह पत्र भी अज्ञात शख्स ने एडिट कर वायरल किया होगा. इस बात से यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पत्र सही नहीं है.

सीएम के नए चेहरों की चर्चा
सियासी सूत्रों की मानें तो इस बार बीजेपी राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को मुख्यमंत्री बना सकती है. बताया जा रहा है कि गैर-विधायक को भी सीएम बना सकते हैं. यदि ऐसा होता है तो मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुधंरा राजे (Vasundhara Raje) को सूबे का मुखिया बनने का मौका नहीं मिलेगा.
©सुमित सारस्वत


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November 24, 2023

Rajasthan Elections 2023: यहां पहली बार होगा मतदान, सबसे ऊंचे मतदान केंद्र पहुंची पोलिंग टीम

शेरगांव के लिए रवाना होते मतदान दल सदस्य.


✍ सुमित सारस्वत
राजस्थान विधानसभा चुनाव की सभी तैयारियां पूरी है. हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके, इसलिए निर्वाचन विभाग ने दुर्गम इलाकों में भी मतदान केंद्र बनाए हैं. कल 25 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए मतदान दल प्रदेश के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र शेरगांव तक पहुंच गया है.

आज नवीन भवन विद्यालय में प्रशिक्षण के बाद यह दल सबसे पहले हुआ रवाना हुआ. गुरुशिखर से करीब 17 किलोमीटर पैदल चलकर यह मतदान दल शेरगांव पहुंचा. यहां बने पोलिंग बूथ पर 118 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. निर्वाचन विभाग ने पहली बार यहां पोलिंग बूथ बनाया है. इससे पहले शेरगांव के मतदाता 10 किलोमीटर पैदल चलकर उतरज में मतदान करते थे.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने मीडिया को बताया कि सिरोही जिले के आबू-पिंडवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 4921 फुट की ऊंचाई पर स्थित शेरगांव के वोटर पहली बार अपने ही गांव में वोटिंग कर सकेंगे. मतदान टीम फोरेस्ट गार्ड की मदद से घने जंगल में करीब 17 किलोमीटर तक पगडंडियों पर पैदल चलकर इस मतदान केंद्र तक पहुंची है.
©सुमित सारस्वत


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November 14, 2023

भाई दूज पर राम की नगरी अयोध्या में क्यों होती है यमराज की पूजा ? जानें यह खास वजह - Yam Puja on Bhai Dooj in Ayodhya

 


सुमित सारस्वत
जन-जन के आराध्य प्रभु श्री राम (Lord Ram) की नगरी में एक दिन यमराज की पूजा भी होती है. काल के देवता कहलाने वाले यमराज की पूजा के लिए विश्व विख्यात धार्मिक नगरी अयोध्या (Ayodhya) में मेला लगता है. हिंदुओं के सबसे बड़े दीपावली महापर्व (Deepwali Festival) पर यह पूजा की जाती है.

कार्तिक शुक्ल मास में दीपावली के तीसरे दिन यम द्वितीया (भाई दूज) के मौके पर अयोध्या के जमथरा घाट (Jamthara Ghat) पर मेला लगता है. बड़ी संख्या में श्रद्वालु यहां यमराज की तपोस्थली पर पूजा करने के लिए पहुंचते हैं. खुद को भयमुक्त रखने और दीर्घायु के लिए यमदेव से प्रार्थना करते हैं.


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भाई के लिए बहनें रखती हैं व्रत
यम पूजा (Yam Puja) के लिए अलसुबह ही श्रद्वालु घाट पर पहुंच जाते हैं. पवित्र सरयू नदी (Saryu River) में स्नान के बाद यमदेव की पूजा करते हैं. भाई दूज (Bhai Dooj) के अवसर पर बहनें व्रत रखकर अपने भाई के कल्याण और दीर्घायु होने की कामना भी करती हैं.


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यह है प्राचीन मान्यता
अवध में प्रचलित पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यमराज ने इस तपोस्थली को माता सीता से प्राप्त किया था. मान्यता यह भी है कि यम देव की पूजा-अर्चना करने वालों को मृत्यु का भय नहीं होता. यही वजह है कि जमथरा घाट पर यमराज महाराज की पूजा अर्चना करते हैं. बरसों से यहां यम द्वितीया का मेला लगता है. देशभर से बड़ी संख्या में आस्थावान यम पूजा के लिए इस मेले में आते हैं.
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November 8, 2023

आज अयोध्या क्यों जा रहे हैं योगी आदित्यनाथ ? पढ़ें पूरी जानकारी - Yogi Adityanath In Ayodhya


✍ सुमित सारस्वत
विश्व विख्यात रामनगरी अयोध्या के लिए आज 9 नवंबर का दिन खास है. 11 नवंबर को होने वाले भव्य दीपोत्सव से पहले आज यहां योगी सरकार की कैबिनेट बैठक होगी. उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. रामकथा पार्क में उनका विमान उतरेगा. यहां से इलेक्ट्रिक बस में सवार होकर हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे. वहां मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ संकटमोचन हनुमान का दर्शन व पूजन करेंगे. जन्मभूमि मंदिर पहुंचकर भगवान रामलला का दर्शन पूजन करेंगे. इसके बाद निर्माणाधीन मंदिर का जायजा लेंगे. आगामी 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे. दर्शन पूजन के बाद योगी कैबिनेट की बैठक होगी.

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सीएम योगी दोपहर 12 बजे अंतर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में बैठक करेंगे. सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे. बैठक में दीपोत्सव समेत कई प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. कैबिनेट की बैठक लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी राम कथा पार्क में जाएंगे. वहां मीडिया को कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देंगे. योगी सरकार की बैठक के लिए रामकथा पार्क और राम कथा संग्रहालय को सजाया है.

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9 नवंबर अयोध्या के लिए खास
आपको बता दें कि अयोध्या के लिए 9 नवंबर का दिन बेहद खास है. 9 नवंबर 1979 को रामलला के सम्मान में पहला आधार रखा था. बाबरी मस्जिद राम मंदिर प्रकरण का फैसला भी 9 नवंबर 2019 को हुआ था. अब एक बार फिर 9 नवंबर को कैबिनेट की बैठक होने जा रही है.
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November 7, 2023

पटाखों से गई विवाहिता की जान, दीपावली पूर्व ब्यावर में भीषण आगजनी - Massive Fire in Rajasthan on Diwali

✍ सुमित सारस्वत
दीपावली पर पटाखे जानलेवा हैं. इन्हीं पटाखों की वजह से राजस्थान के ब्यावर में आज बुधवार तड़के एक युवा महिला ने जान गंवा दी. यहां नेहरु गेट इलाके के एक रिहायशी मकान में आगजनी की भीषण घटना ने सनसनी फैला दी. हादसे के बाद दमकल ने मौके पर पहुंच आग पर काबू पाया. प्रशासनिक अधिकारियों ने मौका मुआयना किया.
जानकारी के मुताबिक, ब्यावर के नेहरु गेट इलाके में रहने वाले राजेंद्र माली अपने रिहायशी मकान में पटाखे का कारोबार करते हैं. इसके लिए प्रशासन ने लाइसेंस दिया है. सरकारी अनुमति के बाद ही वे अपने मकान के बाहर दुकान लगाकर पटाखों की बिक्री कर रहे थे. मकान के अंदर ही गोदाम बना रखा है. मंगलवार तड़के करीब चार बजे राजेंद्र अपने परिवार के साथ पटाखे पैक कर रहे थे. इस दौरान अचानक आग लग जाने से मकान धूं-धूं कर जलने लगा. राजेंद्र का पूरा परिवार घबराकर घर से बाहर निकला. मकान में रखे पटाखे फूटने पर हुए धमाकों से इलाका दहल गया. क्षेत्र के लोग नींद से जागकर घरों से बाहर निकल आए. क्षेत्र में दहशत के साथ अफरा-तफरी मच गई.

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घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी
इत्तला मिलते ही दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे. दमकल के दो वाहन ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. प्रत्यक्षदर्शी अश्विनी प्रजापति ने बताया कि हादसे में मकान मालिक राजेंद्र की विवाहिता पुत्री डिंपल सांखला की मौत हो गई. विवाहिता की उम्र करीब 27 वर्ष बताई है. भीषण आगजनी की सूचना पर जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह, एसपी नरेंद्र सिंह, एसडीएम मृदुल सिंह भी घटनास्थल का जायजा लेने मय टीम मौके पर पहुंचे.

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'काल' ने रोका पीहर में
पीड़ित परिवार के मित्र अश्विनी ने बताया कि राजेंद्र की पुत्री डिंपल सांखला शादीशुदा है और उनके दो साल की पुत्री है. डिंपल का पीहर निकट ही कृष्णा कॉलोनी क्षेत्र में है, इसलिए वे अपने पिता के काम में मदद करने के लिए आ जाती थी. रोजाना शाम तक घर लौट जाती थी लेकिन सोमवार रात देर हो जाने पर पीहर में ही रूक गई. आग लगने के बाद परिवार के साथ डिंपल भी सुरक्षित घर से बाहर निकल गई थी लेकिन उसका मोबाइल अंदर ही रह गया. वो मोबाइल लाने के अंदर दौड़ी लेकिन 'काल' ने आग की लपटों में घेर लिया और उसकी मृत्यु हो गई. ©सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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October 5, 2023

धूमधाम से मनाएंगे अग्रसेन जयंती महोत्सव, 10 दिन कई कार्यक्रमों में दिखेगा उत्साह - Agrasen Jayanti Mahotsav 2023

 


सुमित सारस्वत
अग्रवाल समाज के आराध्य श्री अग्रसेन महाराज का 5147वां जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा. इस अवसर पर ब्यावर में दस दिन तक सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा. जिनमें समाज के हर सदस्य का उत्साह दिखाई देगा. गुरुवार को समाज पदाधिकारियों ने फतेहपुरिया बगीची में आयोजित कार्यक्रम में पुस्तिका का विमोचन किया.

जयंती संयोजक अमित बंसल ने बताया कि ब्यावर में 7 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक हर्षोल्लास से महोत्सव मनाएंगे. 7 अक्टूबर को महाराजा का पूजन और माल्यार्पण कर ध्वारोहण से महोत्सव की शुरूआत करेंगे. इसके बाद समाज सदस्यों के लिए कई कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं का आयोजन करेंगे. समाज अध्यक्ष मुकेश अरड़का ने कहा कि अग्रवाल समाज सदैव सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहता है. वर्षभर सामाजिक कार्य किए जाते हैं. जयंती महोत्सव के पहले ही दिन रक्तदान शिविर लगाएंगे. बच्चों और बालिकाओं को गुड टच बेड टच और आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देंगे. गौशाला जाकर गौमाता की सेवा करेंगे.

विमोचन कार्यक्रम के दौरान श्रवण बंसल, मुकेश गर्ग, निर्मल बंसल, रमेश बंसल, रमेशचंद गोयल, शैलेंद्र गुप्ता, अशोक गोयल, नितेश गोयल, प्रेम जिंदल, सतीश गर्ग, भरत मंगल, रोशन बादशाह, पवन रायपुरिया, नरेश मित्तल, सुनील सिंहल, सुनील जिंदल, राजकुमार गोयल, ललिता जालान, सीमा गुप्ता, सीमा बंसल, मयंक सिंहल, चिराग गर्ग व अन्य समाज सदस्य मौजूद रहे.

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महाराजा के दरबार में बरसेगा भक्ति रस

जयंती सह संयोजक निखिल जिंदल ने बताया कि 8 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से फतेहपुरिया बगीची में अग्र फन फेयर लगाएंगे. बालक-बालिकाओं और महिला-पुरूषों के लिए आयु वर्ग के अनुसार अलग-अलग खेलकूद व सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं होंगी. सतीश सर्राफ ने बताया कि 10 अक्टूबर को रात 8 बजे से श्री श्याम रस महोत्सव भजन संध्या में कोलकाता के गायक सौरभ शर्मा के साथ जयपुर के अभिषेक नामा व ब्यावर के निशांत मंगल भजनों की प्रस्तुति देंगे. पूर्वा डाणी ने बताया कि 12 अक्टूबर को रात 8 से कवि सम्मेलन में अरुण जैमिनी, विवेक पारीक, मणिका दुबे, दीपक पारीक, कुशल कुशवाहा व चिराग जैन काव्य रचनाएं सुनाएंगे. 14 अक्टूबर को गायक गोपाल वर्मा राणी सती दादी का मंगलपाठ करेंगे.

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गाजे-बाजे से निकलेगी विशाल शोभायात्रा

प्रचार मंत्री चंद्रेश गर्ग ने बताया कि 15 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से विशाल शोभायात्रा निकालेंगे. जिसमें महिलाएं सिर पर मंगल कलश धारण कर शामिल होंगे. समाज सदस्यों के साथ महाराजा का रथ और कई धार्मिक झांकियां शामिल होंगी. यह शोभायात्रा अग्रसेन भवन से प्रारंभ होकर मुख्य मार्गों व बाजारों से होते हुए फतेहपुरिया बगीची पहुंचेगी. जहां हवन और महाप्रसाद होगा. रात 7.30 बजे से फतेहपुरिया बगीची में बालिकाओं और महिलाओं के लिए गरबा डांडिया नाईट होगी.

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August 30, 2023

सुसाइड के मामलों ने बढ़ाई पेरेंट्स की चिंता, अब बच्चों को अकेला नहीं छोड़ रहे अभिभावक - Kota Suicide Case


सुमित सारस्वत
एजुकेशन सिटी कोटा से आए दिन किसी न किसी स्टूडेंट के सुसाइड करने का मामला सामने आ रहा है. कोचिंग स्टूडेंट्स की मौत (Death) के बढ़ते आंकड़ों से अभिभावकों को डर सताने लगा है. अब परिवार वाले अपने बच्चे को अकेला छोड़ने से घबरा रहे हैं. यही वजह है कि देश के विभिन्न राज्यों से अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों के साथ कोटा आकर रहने लगे हैं. छात्रों का ख्याल रखने के लिए माता-पिता और दादा-दादी कोटा (Education City Kota) शिफ्ट हुए हैं.

बिहार की रहने वाली शिम्पी कुमारी के बेटे और बेटी दोनों कोटा में नीट और जेईई की तैयारी कर रहे हैं. दोनों बच्चों का ख्याल रखने के लिए शिम्पी बिहार (Bihar) छोड़कर राजस्थान (Rajasthan) आई है और कोटा में बच्चों के साथ है. बिहार के सीतामढी जिले की 80 वर्षीय नीरु देवी भी जेईई की तैयारी कर रहे अपने पोते के साथ कोटा रहने लगी है. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना जिले की संध्या द्विवेदी भी कोटा में जेईई की पढ़ाई कर अपने बेटे का ख्याल रखने के लिए कोटा आई हैं. उनके पति घर पर अन्य जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं. चंडीगढ़ (Chandigarh) में सॉफ्टवेयर इंजीनियर शिवानी जैन ने नीट की तैयारी कर रही अपनी बेटी के साथ रहने के लिए ऑफिस से छुट्टी लेने का फैसला किया है.

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पेरेंट्स अब अपने बच्चों को हॉस्टल में रखने से कतरा रहे हैं. उनका मानना है कि परिवार का सदस्य साथ होने से बच्चों को अकेलेपन का अहसास नहीं होगा. उनकी गतिविधियों और व्यवहार पर नजर भी रख सकेंगे. साथ ही बच्चों को घर का बना खाना मिलेगा तो सेहत भी अच्छी रहेगी. आपको बता दें कि कोटा में हर साल ढाई लाख से अधिक छात्र इंजीनियरिंग (JEE) और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए नीट (NEET) जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते हैं. आंकड़ों के मुताबिक, कोटा में इस साल अब तक 24 छात्रों ने खुदकुशी (Suicide) की है. पिछले साल 15 छात्रों ने आत्महत्या की थी.

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‘आधे दिन पढ़ाई, आधे दिन मस्ती’
कोटा में छात्रों के बढ़ते आत्महत्या के मामलों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने अहम फैसला लिया है. अब सप्ताह में एक दिन ‘आधे दिन पढ़ाई, आधे दिन मस्ती’ का निर्णय लिया है ताकि छात्रों का मानसिक दबाव कम हो. आत्महत्या की प्रवृत्ति वाले छात्रों की पहचान करना और मनोवैज्ञानिक परामर्श देने का कार्य भी करेंगे. छात्रों पर पाठ्यक्रम का बोझ कम करने के प्रयास में कोचिंग संस्थानों को विषय विशेषज्ञों की एक समिति बनाने के लिए कहा है.
©सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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August 25, 2023

अश्विन पाठक के सानिध्य में 3100 आसन पर होगा भव्य सुंदरकांड पाठ, रामकृष्ण सत्संग मंडल करेगा आयोजन - Sundarkand Path in Beawar

अंतर्राष्ट्रीय सुंदरकांड पाठ वाचक अश्विन कुमार पाठक. फाेटो : अमित सारस्वत

 

राजस्थान की धार्मिक नगरी ब्यावर में श्री रामकृष्ण सत्संग मंडल विशाल स्तर पर सुंदरकांड पाठ का संगीतमय आयोजन करेगा. विश्व विख्यात सुंदरकांड पाठ वाचक अश्विन कुमार पाठक के सानिध्य में यह पाठ 3100 आसन पर होगा.

मीडिया प्रभारी सुमित सारस्वत ने बताया कि आगामी भाद्रपद माह में 23 सितंबर शनिवार को देलवाड़ा रोड स्थित राधाकुंज गार्डन में पाठ का आयोजन करेंगे। सुंदरकांड पाठ वाचक अश्विन कुमार पाठक (Ashwin Kumar Pathak) व्यासपीठ पर विराजित होकर पाठ करेंगे. 3100 आसन पर होने वाले पाठ में पुरूष श्वेत वस्त्र व महिलाएं लाल चुनरी पहनकर सम्मिलित होंगी. श्रद्धालुओं को पाठ के लिए पुस्तक आयोजन स्थल पर ही निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी.

आयोजन की तैयारियों में जुटा मंडल

कार्यक्रम की व्यवस्थाओं संबंधी चर्चा के लिए मंडल अध्यक्ष कैलाश मूंदड़ा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित होगी. यह बैठक 26 अगस्त शनिवार को शाम 4 बजे राधाकुंज गार्डन में होगी. बैठक में चर्चा के बाद मंडल सदस्यों को आवश्यक जिम्मेदारियां सौंपी जाएगी. गौरतलब है कि ब्यावर (Beawar) में श्री रामकृष्ण सत्संग मंडल हर साल विशाल स्तर पर सुंदरकांड पाठ (Sunderkand Path) का आयोजन करवाता है. पिछले साल 10 सितंबर को 2100 आसन पर सुंदरकांड पाठ करवाया था. -सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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August 24, 2023

चुनावी साल में देंगे कौमी एकता का संदेश, जानें क्या है बागावास की सद्भावना वाहन रैली के मायने ? - Sadbhavna Rally



✍ सुमित सारस्वत
चुनावी साल में जनता के बीच एक्टिव रहने वाले इन्दर सिंह बागावास आगामी 27 अगस्त को ब्यावर में सद्भावना वाहन रैली निकालेंगे. यह रैली रविवार को सुबह 10 बजे मिशन ग्राउंड से प्रारंभ होगी. खास बात है इस रैली में सभी धर्मों के लोग शामिल होंगे. इसकी वजह है कि बागावास हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों का सम्मान और समर्थन करते हैं. वे मोहर्रम जुलूस में मुसलमानों के लिए छबील लगाते हैं और गुरुद्वारा जाकर सिखों के साथ लंगर छकते हैं. हिंदुओं के आयोजन में भी अग्रिम पंक्ति में दिखते हैं. सामाजिक एकता का एक उदाहरण यह भी है कि राजपूत नेता बागावास के प्रचार-प्रसार की कमान माली नेताओं ने संभाल रखी है.
 
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कहने को तो यह रैली वीर क्रांतिकारी शहीदों तथा महापुरूषों के सम्मान में निकाली जा रही है लेकिन लोगों के बीच चर्चा है कि बागावास इस बड़ी रैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेंगे. इसके लिए वे स्वयं ग्राउंड जीरो पर तैयारियों में जुटे हैं. जनसंपर्क कर विभिन्न संगठनों से समर्थन जुटा रहे हैं. साेशल मीडिया पर भी ऑडियो-वीडियो तकनीक के जरिए प्रचार कर रहे हैं. शहीदों को श्रद्धांजलि देने की बात कहकर लोगों को बुला रहे हैं. गौर करने वाली बात है कि उन्होंने अपने प्रचार में नाम के साथ किसी संगठन या संस्था का कोई पद नहीं लिखा है. वे सामान्य शहरवासी, सामाजिक कार्यकर्ता या नेता के रूप में आयोजन कर रहे हैं, यह रैली से ही स्पष्ट होगा. पोस्टर-बैनर में 'अपराध मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त ब्यावर' जरूर लिखा है.
©SumitSaraswatSP
 
 
सद्भावना रैली में शामिल होंगी झांकियां
सद्भावना वाहन रैली में अमर जवान ज्योति, भारत माता, काकोरी कांड, शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, मंगल पांडे, राजू रावत, भीमराव अंबेडकर, मातादीन वाल्मीकि, राजेंद्र लाहिड़ी, हेमू कालानी, मायाराम फुलवारी, दामोदर राठी, परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह भाटी, मेजर दलपत सिंह, हवलदार अब्दुल हमीद, मेजर होशियार सिंह, मिसाइल मैन अब्दुल कलाम, वीर सावरकर व अन्य वीरों की झांकियां शामिल होंगी.
 
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इन मार्गों से गुजरेगी वाहन रैली
सद्भावना वाहन रैली मिशन ग्राउंड से शुरू होकर भगत चौराहा, डाकघर तिराहा, अजमेरी गेट, भारत माता सर्किल, सिटी डिस्पेंसरी, समता भवन मार्ग, मालियान चौपड़, शाहपुरा मोहल्ला, चांग गेट, अंबेडकर सर्किल, गांधी सर्किल, पाली बाजार, भारत माता सर्किल होते हुए सुभाष उद्यान पहुंचेगी.
-सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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