राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक इस साल 31 अगस्त से 2 सितंबर तक केरल के पालक्काड में आयोजित होगी. तीन दिवसीय बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत (Mohan Bhagwat), सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले (Dattatreya Hosabale) सहित संघ के सभी छह सह सरकार्यवाह और अन्य प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे. संघ की इस बैठक को लेकर देशभर में खासी चर्चा है.
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर (Sunil Ambekar) ने बताया कि बैठक में विविध संगठन के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी तथा अनुभवों का निवेदन तथा आदान-प्रदान करेंगे. राष्ट्रीय हित के विभिन्न विषयों के संदर्भ में वर्तमान परिदृश्य, हाल में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के अन्यान्य आयामों पर योजनाओं के संदर्भ में चर्चा करेंगे. सभी संगठन विविध विषयों पर परस्पर सहयोग तथा समन्वय को और अधिक बढ़ाने हेतु आवश्यक उपायों पर भी चर्चा करेंगे.
बीजेपी के कमजोर प्रदर्शन पर भी मंथन
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के बाद हो रही है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के आम चुनाव में कमजोर प्रदर्शन पर भी मंथन किया जाएगा. बीजेपी अध्यक्ष बदलने पर भी विचार कर सकते हैं. बैठक के ठीक बाद होने वाले जम्मू-कश्मीर और हरियाणा चुनाव की रणनीति भी बन सकती है.
बैठक में यह संगठन होंगे शामिल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के साथ इस बैठक में राष्ट्र सेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिंदू परिषद (VHP), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), विद्या भारती, भारतीय जनता पार्टी (BJP), भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ (BMS) सहित 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे.
पिछले साल पुणे में हुई थी बैठक
आरएसएस (RSS) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय बैठक सामान्यतः वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है. गत वर्ष यह बैठक सितंबर 2023 में पुणे में संपन्न हुई थी. इस बैठक में संघ प्रेरित विविध संगठनों में कार्यरत संगठन के प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होते हैं. यह सभी संगठन सामाजिक जीवन से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के सकारात्मक कार्यों में लोकतांत्रिक पद्धति से सामाजिक परिवर्तन के कार्य में सक्रिय रहते हैं. ©सुमित सारस्वत
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर (Sunil Ambekar) ने बताया कि बैठक में विविध संगठन के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी तथा अनुभवों का निवेदन तथा आदान-प्रदान करेंगे. राष्ट्रीय हित के विभिन्न विषयों के संदर्भ में वर्तमान परिदृश्य, हाल में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के अन्यान्य आयामों पर योजनाओं के संदर्भ में चर्चा करेंगे. सभी संगठन विविध विषयों पर परस्पर सहयोग तथा समन्वय को और अधिक बढ़ाने हेतु आवश्यक उपायों पर भी चर्चा करेंगे.
बीजेपी के कमजोर प्रदर्शन पर भी मंथन
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के बाद हो रही है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के आम चुनाव में कमजोर प्रदर्शन पर भी मंथन किया जाएगा. बीजेपी अध्यक्ष बदलने पर भी विचार कर सकते हैं. बैठक के ठीक बाद होने वाले जम्मू-कश्मीर और हरियाणा चुनाव की रणनीति भी बन सकती है.
बैठक में यह संगठन होंगे शामिल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के साथ इस बैठक में राष्ट्र सेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिंदू परिषद (VHP), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), विद्या भारती, भारतीय जनता पार्टी (BJP), भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ (BMS) सहित 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे.
पिछले साल पुणे में हुई थी बैठक
आरएसएस (RSS) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय बैठक सामान्यतः वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है. गत वर्ष यह बैठक सितंबर 2023 में पुणे में संपन्न हुई थी. इस बैठक में संघ प्रेरित विविध संगठनों में कार्यरत संगठन के प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होते हैं. यह सभी संगठन सामाजिक जीवन से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के सकारात्मक कार्यों में लोकतांत्रिक पद्धति से सामाजिक परिवर्तन के कार्य में सक्रिय रहते हैं. ©सुमित सारस्वत