Ram Mandir Pran Pratishtha: रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर लगभग बनकर तैयार है. आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के यजमान होंगे. भव्य समारोह में शामिल होने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास करीब छह हजार विशिष्ट जन को आमंत्रित कर रहा है. शुक्रवार को न्यास ने इकबाल अंसारी के घर जाकर उन्हें निमंत्रण पत्र सौंपा.
आमंत्रण के बाद क्या बोले अंसारी
आमंत्रण मिलने के बाद इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वर्ष 2019 में जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया तो पूरे देश के मुसलमानों ने समर्थन किया. कहीं एक पत्ता भी नहीं हिला. कहीं कोई धरना, प्रदर्शन नहीं हुआ. हिंदू और मुसलमान के बीच कोई दरार नहीं है. मंदिर का काम पूरा हो चुका है. अयोध्यावासियों के साथ मुझे भी खुशी है कि यहां भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है. अयोध्या में भगवान राम (Lord Ram) साक्षात विराजमान हैं. अयोध्या ऐसी धरती है जहां हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी में भाईचारा है और यह हमेशा बना रहेगा.
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अंसारी की अपील का हुआ था असर
आपको बता दें कि इकबाल अंसारी बहुचर्चित केस में बाबरी पक्षकार रहे थे. वर्ष 2019 में अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Temple) के पक्ष में फैसला आने के बाद इकबाल ने मुसलमानों से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सम्मान देने की अपील की थी. उनकी अपील का देशभर में असर भी हुआ. मुसलमानों ने कोर्ट के आदेश को मानते हुए स्वीकार किया.
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पीएम मोदी पर बरसाए थे फूल
रामनगरी में कौमी एकता और सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखने में इकबाल अंसारी की अहम भूमिका मानी जाती है. चंद रोज पहले गत 30 दिसंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या (Ayodhya) पहुंचे तो रोड शो के दौरान इकबाल ने फूल बरसाकर स्वागत किया. उनकी यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुई थी. ©सुमित सारस्वत
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