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January 14, 2024

Ram Mandir Opening: रामलला प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व करेंगे सुंदरकांड पाठ, दो दिन होंगे कई कार्यक्रम


Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Inauguration) के अवसर पर ब्यावर (Beawar) के देलवाड़ा रोड स्थित कृष्णा कॉलोनी में दो दिवसीय उत्सव हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। कृष्णा कॉलोनी स्थित श्री जागेश्वर महादेव मंदिर (Shiva Temple) में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयोजन को लेकर रविवार शाम मंदिर परिसर में बैठक आयोजित कर रूपरेखा तय की।

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दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरूआत सुंदरकांड पाठ से होगी। रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर 21 जनवरी की शाम मंदिर परिसर में रामचरित मानस की चौपाईयां गाते हुए सुंदरकांड पाठ (Sundarkand Path) करेंगे। भगवान श्रीराम (Lord Ram) के भजन गाएंगे। इसके बाद दूसरे दिन सुबह देव प्रतिमाओं का अभिषेक और पूजन करेंगे। संकीर्तन के साथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह का प्रसारण देखेंगे। उत्सव से पहले मंदिर एवं मूर्तियों का रंग-रोगन और सजावट की जाएगी। महिलाएं रंग-बिरंगी रंगोलियां सजाएंगी। पूरे क्षेत्र में भगवा झंडे लगाए जाएंगे।

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बैठक में आनंदवल्लभ तिवाड़ी, सत्यनारायण सारस्वत, गोपाल शर्मा, प्रबोध बंसल, चंद्रशेखर शर्मा, ओमप्रकाश परिहार, दलपत सिंह राठौड़, प्रदीप डागा, गोपाल सिंह, सुनील शर्मा, संजय अग्रवाल, महेंद्र सिंह, बिरदा सिंह मेहरात, जयवर्धन सिंह गौड़, कृष्णगोपाल कुमावत, अनिल सोनी, सुभाष गर्ग, आकाश अग्रवाल, रमेशचंद्र दाधीच व अन्य क्षेत्रवासी मौजूद रहे। अंत में रामधुन गाकर बैठक का समापन किया। ©सुमित सारस्वत

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January 10, 2024

Lesbian Couple Marriage: दो साल पति-पत्नी की तरह साथ रहने के बाद बंगाल की दो लड़कियों ने ऐसे रचाई शादी, कहानी पढ़कर दंग रह जाओगे

✍ सुमित सारस्वत
Same Sex Marriage In India: भारत में दो लड़कियों की शादी आज चर्चा में है. हर तरफ इस समलैंगिक विवाह की चर्चा हो रही है. लेस्बियन शादी का यह मामला उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सामने आया है. यहां पश्चिम बंगाल (West Bengal) की दो लड़कियों ने हिन्दू रीति-रिवाज से विवाह किया है. शादी करने से पहले यह दोनों पति-पत्नी की तरह एक-दूसरे के साथ रहीं. शादी की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.

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आर्केस्ट्रा ग्रुप में करती थीं काम
यूपी में शादी करने वाली दोनों लड़कियां पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं. एक लड़की का नाम जयश्री राउल (Jayashree Raul) है, जिसकी उम्र 28 साल है. दूसरी लड़की का नाम राखी दास (Rakhi Das) है, जिसकी उम्र 23 साल है. दोनों लड़कियां पश्चिम बंगाल से साथ आईं थीं और चनुकी के एक आर्केस्ट्रा ग्रुप में डांसर का काम करने लगी. करीब तीन साल से दोनों दोस्त थी और साथ काम करते हुए दोनों का एक-दूसरे के प्रति आकर्षण बढ़ गया. देखते ही देखते इनकी दोस्ती (Friendship) प्यार में बदल गई. दो साल तक पति-पत्नी की तरह साथ रहते हुए दोनों का प्यार (Love) इस कदर परवान चढ़ गया कि इन्होंने शादी करने का फैसला किया.

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हिन्दू मंदिर में रचाई शादी
सोमवार की सुबह दोनों युवतियां शादी करने के लिए देवरिया जिले में मझौली राज के भगड़ा भवानी मंदिर पहुंचीं. इस दौरान आर्केस्ट्रा संचालक मुन्ना पाल भी उनके साथ था. जयश्री ने दूल्हे के रूप में शेरवानी पहन रखी थी और राखी ने दुल्हन के रूप में लाल कपड़े पहने. मंदिर में मां दुर्गा को साक्षी मानते हुए हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया. जयश्री ने राखी की मांग में सिंदूर भरा. दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और शादी के बंधन में बंध गए. इनकी शादी का शपथ पत्र भी सामने आया है जिसमें लिखा है कि जयश्री राउल और राखी दास अपनी रजामंदी से शादी कर रही है.
©सुमित सारस्वत

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Ajmer Urs 2024: दरगाह शरीफ पर चढ़ेगी पीएम मोदी की दसवीं चादर, पिछले साल उर्स में भेजी थी भगवा चादर, ख्वाजा के लिए कही यह बात

✍ सुमित सारस्वत
Urs in Ajmer Sharif Dargah: राजस्थान (Rajasthan) की धार्मिक नगरी अजमेर (Ajmer) में स्थित विश्व प्रसिद्ध गरीब नवाज हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती (Khwaja Moinuddin Chishti) की दरगाह में 812वां उर्स शुरू हो गया है. सांप्रदायिक सौहार्द और विश्व शांति का संदेश देने वाला यह उर्स कौमी एकता की मिसाल है. यहां देशभर से हजारों जायरीन ख्वाजा की बारगाह में सजदा करने पहुंचे हैं. मजार पर चादर और अकीदत के फूल पेश कर दुआ कर रहे हैं. जल्द ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की चादर भी मजार शरीफ पर चढ़ाई जाएगी. 11 जनवरी को पीएम मोदी अपने कार्यालय में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी (Jamal Siddiqui) को यह चादर सौंपकर दिल्ली से अजमेर के लिए रवाना करेंगे. सिद्दीकी अजमेर आकर मोदी की तरफ से चादर चढ़ाएंगे.

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इस साल पीएम मोदी की 10वीं चादर
इस्लाम धर्म का सम्मान करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) हर साल अजमेर दरगाह शरीफ के लिए चादर भिजवाते हैं. इस साल दसवीं बार पीएम मोदी की चादर चढ़ाई जाएगी. पिछले साल मोदी ने भगवा रंग की चादर भिजवाई थी. सिद्दीकी ने ही चादर चढ़ाई थी. इनसे पहले आठ चादर पेश करने के लिए मोदी सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी (Mukhtar Abbas Naqvi) आए थे.

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पीएम मोदी ने संदेश में कही थी यह बात

प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल चादर के साथ संदेश भी भिजवाया था. संदेश में कहा, "ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर विश्वभर में उनके अनुयायियों को बधाई एवं शुभकामनाएं. दुनिया को प्रेम, सौहार्द और बंधुत्व का संदेश देने वाले महान सूफी संत के वार्षिक उर्स पर दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर भेजते हुए मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. भारत में विभिन्न पंथों, मान्यताओं और आस्थाओं का सद्भावपूर्ण सह-अस्तित्व हमारे देश की समृद्ध विरासत है. हमारे देश में संतों, पीरों व फकीरों ने शांति, एकता और सद्भावना के पैगाम के जरिए राष्ट्र के सांस्कृतिक ताने-बाने को सदैव मजबूती प्रदान की है."

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ख्वाजा हैं आध्यात्मिक परंपराओं के प्रतीक

पीएम मोदी ने कहा, "ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भारत की महान आध्यात्मिक परंपराओं के प्रतीक हैं. गरीब नवाज द्वारा की गई मानवता की सेवा निरंतर पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी. अनेकता में एकता हमारे देश की खूबसूरती है और सालाना उर्स विभिन्न मान्यता एवं आस्था के लोगों द्वारा इसी भावना को संजोते और सहेजते हुए, इसका उत्सव मनाने का अवसर है. आजादी के अमृत कालखंड में देश सामूहिक सामर्थ्य के जरिए प्रगति की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए आगे कदम बढ़ा रहा है. मुझे विश्वास है कि सामूहिक सामर्थ्य के जरिए देश प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुएगा. ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के उर्स पर मैं दरगाह अजमेर शरीफ से देश की खुशहाली और समृद्धि की कामना करता हूं." ©सुमित सारस्वत

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Ram Mandir Opening: अयोध्या की सीता रसोई में जयपुर के तेल में पकेगा भोजन, सीएम भजनलाल ने राम दरबार का पूजन कर भिजवाए 2100 पीपे

✍ सुमित सारस्वत
अयोध्या जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. रामनगरी में आगामी 22 जनवरी को विशाल स्तर पर आयोजित होने वाले प्रतिष्ठा महोत्सव (Ram Mandir Inauguration) की तैयारियां जोर-शोर से जा रही है. प्रतिष्ठा से पूर्व देशभर से सामग्री अयोध्या (Ayodhya) भिजवाई जा रही है. राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर से चपातियां बनाने की आठ मशीनें भेजे जाने के बाद अब जयपुर (Jaipur) से तेल भी भेजा गया है.

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सीएम भजनलाल ने किया पूजन

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) ने बुधवार को जयपुर के चांदपोल स्थित गंगा माता मंदिर से अयोध्या की सीता रसोई (Sita Rasoi) के लिए तेल के 2100 पीपों और राम दरबार शोभायात्रा को रवाना किया. इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने शंखनाद के बीच राम दरबार की पूजा-अर्चना करते हुए प्रदेश की सुख समृद्धि के लिए कामना की. यह कार्यक्रम धर्मयात्रा महासंघ राजस्थान एवं श्री श्याम भजन संध्या परिवार सेवा समिति जयपुर की ओर से आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य समेत बड़ी संख्या में धर्मावलंबी मौजूद रहे.

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रोम-रोम में बसते हैं राम
कार्यक्रम में सीएम भजन लाल शर्मा ने कहा कि 'जन-जन के आराध्य प्रभु श्री राम हमारे रोम-रोम में बसते हैं. अवध में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. मंदिर का निर्माण होने से अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक केंद्र बन गया है. सीता रसोई के लिए सामग्री भेजना सौभाग्य की बात है. अयोध्या महोत्सव में साक्षी बनने वाले भक्तों के लिए सामग्री भेजने के पुण्य कार्य में जयपुरवासी सहभागी बने हैं, इसके लिए उन्हें साधुवाद देता हूं.'

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अजमेर की मशीनों से बनेंगी चपातियां
अयोध्या की सीता रसोई के लिए अजमेर (Ajmer) से 8 चपाती मेकिंग मशीन भी भिजवाई गई थी. अयोध्या भेजे जाने से पहले राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने विधिविधान से मशीनों का पूजन किया था. इन मशीनों की सहायता से रोटियां सेंककर रामभक्तों के लिए भोजन प्रसाद तैयार किया जाएगा. एक मशीन से एक बार में 1200 चपातियां बनेंगी. अजमेर के 50 कार्मिक भी वहां काम कर रहे हैं. ©सुमित सारस्वत

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January 8, 2024

Ram Mandir Opening: अयोध्या में 17 जनवरी को रामलला की शोभायात्रा रद्द, जानें क्या है बड़ी वजह ?


✍ सुमित सारस्वत

Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. रामनगरी में आगामी 22 जनवरी को विशाल स्तर पर आयोजित होने वाले प्रतिष्ठा महोत्सव (Ram Mandir Inauguration) की तैयारियां जोर-शोर से जा रही है. इस बीच भक्तों को मायूस करने वाली सूचना मिली है. अयोध्या (Ayodhya) में 17 जनवरी को प्रस्तावित रामलला की नगर शोभायात्रा रद्द कर दी गई है. इस शोभायात्रा में प्रभु श्री राम की चल प्रतिमा को नगर भ्रमण करवाकर राम मंदिर में विराजमान करना तय किया था. अब सुरक्षा कारणों की वजह से इस शोभायात्रा को रद्द करने का फैसला किया है. इस सूचना से रामभक्तों में मायूसी छा गई है. रामभक्त इस शोभायात्रा में शामिल होने के लिए बड़े बेताब थे.

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सीएम योगी लेंगे तैयारियों का जायजा
प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले मंगलवार को यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अयोध्या आएंगे. मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे राजकीय विमान से महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से कार में सवार होकर हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे. भगवान हनुमान का दर्शन करने के बाद जन्मभूमि मंदिर (Ayodhya Ram Temple) पहुंचकर रामलला का करेंगे दर्शन और पूजन करेंगे. साथ ही यहां हो रही प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियाें का जायजा लेंगे.

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सर्किट हाउस में करेंगे प्रदर्शनी का अवलोकन
मंदिर दर्शन के बाद सीएम पुलिस कंट्रोल रूम, लता मंगेशकर चौक, नगर निगम की ओर से निर्माण कराए जा रहे टेंट सिटी का निरीक्षण करेंगे. दोपहर एक बजे सर्किट हाउस में वन विभाग व नगर विकास की प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे. दोपहर 2 बजे मंडल आयुक्त सभागार में विकास कार्य और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक लेंगे. इसके बाद 3 बजे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के पदाधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक करेंगे. भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए की जा रही तैयारियों की प्रगति के बारे में जानकारी लेंगे. ट्रस्ट की बैठक के बाद संतों से भी मुलाकात का कार्यक्रम है. शाम 4.45 बजे अयोध्या एयरपोर्ट से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे. पूरी यात्रा के दौरान सीएम योगी करीब छह घंटे अयोध्या में रहेंगे. ©सुमित सारस्वत

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विधानसभा अध्यक्ष देवनानी बोले- 'सदियों पुराना सपना हो रहा पूरा, हर भारतीय दीवाली मनाए' - Vasudev Devnani on Ram Mandir

✍ सुमित सारस्वत
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. सोमवार को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने एक धार्मिक कार्यक्रम में कहा कि आने वाली 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी. भारतीयों का सदियों पुराना सपना पूरा होगा. यह दिन प्रत्येक भारतीय और संपूर्ण सनातन समाज के लिए गर्व का क्षण है. इस दिन पूरा देश दीवाली मनाए. प्रत्येक भारतीय अपने घर पर दीपक जलाए. हर मंदिर में उत्साह के साथ उत्सव मनाया जाए.

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भारतीयों को सनातन संस्कृति पर गर्व
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए हमने 500 साल तक संघर्ष किया है. इसके लिए हजारों कारसेवकों ने अपना बलिदान दिया है. सत्य की जीत होने के बाद अब पूरा भारत राममय हो रहा है. अयोध्या नगरी विश्व का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल बन रही है. प्रत्येक भारतीय को समृद्ध सनातन संस्कृति पर गर्व है. मुझे भी गर्व है कि मैं एक सनातनी हूं.

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संत समाज के पथ प्रदर्शक
देवनानी सोमवार को अजमेर (Ajmer) के वैशाली नगर स्थित प्रेमप्रकाश आश्रम में संत रामप्रकाश के नामकरण दीक्षा समारोह में भाग लेने पहुंचे थे. यहां आश्रम के संत राजूराम को उनकी त्याग, तपस्या के बाद संत समाज ने नया नाम संत रामप्रकाश दिया. कार्यक्रम में भीलवाड़ा के महामंडलेश्वर हंसराम महाराज, संत ब्रह्मानंद शास्त्री समेत कई संतों ने प्रवचन दिए. देवनानी ने कहा कि संत समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं. संतों की कृपा से ही ईश्वर की भक्ति और प्राप्ति संभव है. संतों के कथन पर चलने वाला समाज सदैव आगे बढ़ता है. युवाओं को संतों के बताए मार्ग पर चलना चाहिए. संतों के विचार श्रवण करने और उनका अनुसरण करने से जीवन का कल्याण हो सकता है. ©सुमित सारस्वत

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Ram Mandir Opening: अजमेर में बनी 8 मशीनों से अयोध्या की सीता रसोई में सिकेंगी रोटियां, जानें रामभक्तों को कैसे मिलेगा भोजन प्रसाद?


✍ सुमित सारस्वत

Ramlala Pran Pratishtha: देशभर में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की चर्चा है. अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण होने से पूरा देश खुश है. हर सनातनी अपने आराध्य प्रभु राम के आगमन की जोर-शोर से तैयारियां कर रहा है. रामलला का दर्शन करने पहुंचने वाले भक्तों के लिए भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर से 8 चपाती मेकिंग मशीन अयोध्या भेजी गई है. रामभक्तों के लिए इन मशीनों की सहायता से रोटियां सेंककर भोजन प्रसाद तैयार किया जाएगा.

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने किया पूजन
सोमवार को अजमेर (Ajmer) से अयोध्या (Ayodhya) भेजे जाने से पहले अजमेर उत्तर विधायक व राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने विधिविधान से इन मशीनों का पूजन किया. इसके बाद हरी झंडी दिखाकर मशीनों के वाहन को रवाना किया. जिस वाहन में मशीन भेजी गई, उसे रवानगी से पहले सजाया गया. लोगों ने जय सियाराम का जयघोष किया. इस दौरान पूर्व महापौर धर्मेंद्र गहलोत, भाजपा (BJP) के अजमेर जिलाध्यक्ष रमेश सोनी, महिला मोर्चा अध्यक्ष व पार्षद भारती श्रीवास्तव समेत जनप्रतिनिधि और आमजन मौजूद रहे.

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सदियों पुराना सपना होगा पूरा
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी. भारतीयों का सदियों पुराना सपना पूरा होगा. इसके लिए हमने 500 साल तक संघर्ष किया है. हजारों कारसेवकों ने अपना बलिदान दिया है. अब पूरा भारत राममय हो रहा है. अयोध्या नगरी विश्व का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल बन रही है. खुशी है कि इसमें अजमेर की सहभागिता भी है. मां सीता भोजनशाला में अजमेर से मशीनें जाने से पुण्य प्राप्त होगा.

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एक बार में बनेंगी 1200 चपातियां
मशीन निर्माता राजेश एवं मनीष शर्मा ने बताया कि यह अजमेरवासियों का सौभाग्य है कि अयोध्या की सीता रसोई (Sita Rasoi Ayodhya) में अजमेर की मशीनों से भक्तों के लिए चपाती प्रसाद बनेगा. एक मशीन से एक बार में 1200 चपातियां बना सकेंगे. अजमेर के 50 कार्मिक वहां काम कर रहे हैं. इन मशीनों के लिए अयोध्या से संत गोपालदास महाराज ने ऑर्डर किया था. ©सुमित सारस्वत

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January 5, 2024

Ram Mandir Inauguration: अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में मुसलमान भी होंगे शामिल, इकबाल ने दिया यह जवाब


Ram Mandir Pran Pratishtha: रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर लगभग बनकर तैयार है. आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के यजमान होंगे. भव्य समारोह में शामिल होने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास करीब छह हजार विशिष्ट जन को आमंत्रित कर रहा है. शुक्रवार को न्यास ने इकबाल अंसारी के घर जाकर उन्हें निमंत्रण पत्र सौंपा.

आमंत्रण के बाद क्या बोले अंसारी

आमंत्रण मिलने के बाद इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वर्ष 2019 में जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया तो पूरे देश के मुसलमानों ने समर्थन किया. कहीं एक पत्ता भी नहीं हिला. कहीं कोई धरना, प्रदर्शन नहीं हुआ. हिंदू और मुसलमान के बीच कोई दरार नहीं है. मंदिर का काम पूरा हो चुका है. अयोध्यावासियों के साथ मुझे भी खुशी है कि यहां भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है. अयोध्या में भगवान राम (Lord Ram) साक्षात विराजमान हैं. अयोध्या ऐसी धरती है जहां हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी में भाईचारा है और यह हमेशा बना रहेगा.

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अंसारी की अपील का हुआ था असर
आपको बता दें कि इकबाल अंसारी बहुचर्चित केस में बाबरी पक्षकार रहे थे. वर्ष 2019 में अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Temple) के पक्ष में फैसला आने के बाद इकबाल ने मुसलमानों से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सम्मान देने की अपील की थी. उनकी अपील का देशभर में असर भी हुआ. मुसलमानों ने कोर्ट के आदेश को मानते हुए स्वीकार किया.

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पीएम मोदी पर बरसाए थे फूल

रामनगरी में कौमी एकता और सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखने में इकबाल अंसारी की अहम भूमिका मानी जाती है. चंद रोज पहले गत 30 दिसंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या (Ayodhya) पहुंचे तो रोड शो के दौरान इकबाल ने फूल बरसाकर स्वागत किया. उनकी यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुई थी. ©सुमित सारस्वत

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Rajasthan Ministers News: राजस्थान में मंत्रियों को विभागों का बंटवारा, जानें किस मंत्री को मिला कौनसा मंत्रालय?

Rajasthan Cabinet Expansion: राजस्थान में लंबे इंतजार के बाद सीएम भजनलाल सरकार के मंत्रियों को मंत्रालय का बंटवारा कर दिया गया है. राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल में विभाग बंटवारे के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है. जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) ने गृह विभाग, कार्मिक विभाग, आबकारी विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, आयोजना विभाग, नीति निर्धारण प्रकोष्ठ - मुख्यमंत्री सचिवालय, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) एवं सामान्य प्रशासन विभाग अपने पास ही रखे हैं.

जानें किसे मिला कौनसा मंत्रालय ?

दिया कुमारी - वित्त विभाग, पर्यटन विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल अधिकारिता विभाग, कला, साहित्य, संस्कृति और पुरातत्व विभाग

डॉ. प्रेमचंद बैरवा - तकनीकी शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा एवं हौम्योपैथी आयुष विभाग

किरोड़ीलाल मीणा - कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग

गजेंद्र सिंह खींवसर - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, ईएसआई

कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ - उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, युवा मामलात और खेल विभाग, कौशल नियोजन एवं उद्यमिता विभाग, सैनिक कल्याण विभाग

मदन दिलावर - विद्यालयी शिक्षा विभाग (स्कूल एजुकेशन), पंचायती राज विभाग, संस्कृत शिक्षा विभाग

कन्हैयालाल चौधरी - जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, भू-जल विभाग

जोगाराम पटेल - संसदीय कार्य विभाग, विधि एवं विधिक कार्य विभाग और विधि परामर्शी कार्यालय, न्याय विभाग

सुरेश सिंह रावत - जल संसाधन विभाग, जल संसाधन (आयोजना) विभाग

अविनाश गहलोत - सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग

सुमित गोदारा - खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, उपभोक्ता मामलात विभाग

जोराराम कुमावत - पशुपालन एवं डेयरी विभाग, गोपालन विभाग, देवस्थान विभाग

बाबूलाल खराड़ी - जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, गृह रक्षा विभाग

हेमंत मीणा - राजस्व विभाग, उपनिवेशन विभाग


राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को मिले यह मंत्रालय


सुरेन्द्रपाल सिंह टी.टी. - कृषि विपणन विभाग, कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता विभाग, इंदिरा गांधी नहर विभाग, अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग

संजय शर्मा - वन विभाग, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग

गौतम कुमार - सहकारिता विभाग, नागरिक उड्डयन विभाग

झाबर सिंह खर्रा - नगरीय विकास विभाग, स्वायत्त शासन विभाग

हीरालाल नागर - ऊर्जा विभाग


राज्यमंत्रियों को मिले यह मंत्रालय

डॉ. मंजू बाघमार - महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल अधिकारिता विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग

ओटाराम देवासी - पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा

कृष्ण कुमार विश्नोई - उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, युवा मामलात और खेल विभाग, कौशल नियोजन एवं उद्यमिता विभाग

जवाहर सिंह बेढम -
गृह विभाग, गोपालन विभाग, पशुपालन एवं डेयरी विभाग मत्स्य विभाग

उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य अवितरित विभागों का कार्य मुख्यमंत्री स्वयं देखेंगे.
©सुमित सारस्वत

 

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January 3, 2024

मकर संक्रांति पर करेंगे रक्त दान, मानव सेवा संकल्प शिविर में होगा संग्रह - Blood Donation on Makar Sankranti

दान-पुण्य के पर्व मकर संक्रांति पर मानव सेवा संकल्प संस्था रक्त संग्रह करेगी. इस दिन शहर के लोग दान के रूप में अपना रक्त दे सकेंगे. फतेहपुरिया बगीची में आयोजित होने वाले शिविर में रक्त संग्रह किया जाएगा. संस्था प्रमुख अजय शर्मा ने बताया कि शिविर संयोजक अमित बंसल, प्रशांत भराड़िया और अजमत काठात होंगे.


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शर्मा ने बताया कि एक समय था जब रक्तदान को लेकर लोगों के मन में भय होता था, लोग रक्तदान करने से कतराते थे, परिजनों व रिश्तेदारों को भी जरूरत होने पर बहुत मुश्किल से रक्त उपलब्ध होता था. ऐसे समय में मानव सेवा संकल्प के सदस्यों ने रक्तदान के प्रति जनमानस में फैली भ्रांतियों को दूर किया और शहर में रक्तदान को लेकर अलख जगाई. परिणामस्वरूप स्वैच्छिक रक्तदान के प्रति जनता जागरूक हुई.


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सदस्य प्रवीण बड़ौला ने बताया कि शिविर के लिए विभिन्न सामाजिक संस्थाओं व संगठनों से संपर्क करेंगे. कॉलेज और कोचिंग सेंटर में भी स्वैच्छिक रक्तदान को लेकर व्याख्यान आयोजित करेंगे. शहर के मुख्य मार्गों पर स्कूली छात्रों की रैली के जरिए स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने का संदेश देंगे. ©सुमित सारस्वत


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पहली बार गृह जिले में आगमन पर फुले को नमन कर क्या बोले मंत्री गहलोत - Avinash Gehlot in Beawar

 

राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत बुधवार को जयपुर (Jaipur) से जैतारण जाते वक्त ब्यावर रूके. मंत्री बनने के बाद पहली बार आगमन पर विधायक शंकर सिंह रावत (Shankar Singh Rawat) व नगर परिषद सभापति नरेश कनौजिया के नेतृत्व में बीजेपी (BJP) कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका गर्मजाेशी से स्वागत किया. गहलोत ने सातपुलिया स्थित फुले सर्किल पहुंचकर महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. यहां माली समाज ने उनका अभिनंदन किया.


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मंत्री अविनाश गहलोत (Avinash Gehlot) ने कहा कि ब्यावर (Beawar) जिले का होने के नाते यहां की प्रमुख समस्याओं को दूर करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. केंद्र सरकार की विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत चलाए जा रहे अभियान में जन कल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का हरसंभव प्रयास करेंगे. ब्यावर आगमन पर गहलोत ने अजमेर रोड पर वंदे गौ मातरम् चैरिटेबल की ओर से संचालित सर्वजीव चिकित्सालय का भी अवलोकन किया और सेवा को सराहा. ब्यावर में स्वागत कार्यक्रम के बाद मंत्री गहलोत ने जैतारण (Jaitaran) प्रस्थान किया.
©सुमित सारस्वत


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January 2, 2024

New TV Serial: आज से कलर्स पर आएगा 'मेरा बालम थानेदार', सीरियल में दिखेंगे पुष्कर के धोरे और सरोवर

Mera Balam Thanedar Serial: राजस्थान की सभ्यता और संस्कृति पूरी दुनिया में अनूठी है. इसकी झलक अब बॉलीवुड की फिल्मों और टीवी सीरियल्स में भी देखने को मिल रही है. विश्व प्रसिद्ध टेंपल सिटी पुष्कर (Temple City Pushkar) में बने धारावाहिक 'दीया और बाती हम' की सफलता के बाद यहां बना एक और नया सीरियल आ रहा है. यह नया शो 'मेरा बालम थानेदार' कलर्स चैनल पर बुधवार से शुरू होगा. शगुन पांडे (Shagun Pandey) और श्रुति चौधरी (Shruti Choudhary) के इस धारावाहिक का पहला एपिसोड रात 9.30 बजे प्रसारण होगा. इस सीरियल का प्रोमो भी सामने आया है, जो काफी जबरदस्त है.

कम उम्र में विवाह विषय पर आधारित
'मेरा बालम थानेदार' सीरियल में शगुन पांडे और श्रुति चौधरी मुख्य भूमिका में हैं. यह शो श्रृंखला कम उम्र में विवाह विषय पर आधारित है. इस राजस्थानी धारावाहिक में श्रुति ने बुलबुल और शगुन ने वीर प्रताप सिंह का किरदार निभाया है. कहानी में बुलबुल एक युवा लड़की है जो मानती है कि यदि झूठ से किसी का भला हो तो झूठ बोलना बुरा नहीं है. दूसरी ओर, वीर एक पुलिस अधिकारी है जिन्हें झूठ और धोखे से नफरत है. एक ऐसा अधिकारी, जो किसी भी प्रकार के धोखे को गंभीर अपराध मानता है. बुलबुल के माता-पिता उसकी वास्तविक उम्र छुपाकर कम उम्र में ही वीर से शादी करवा देते हैं. इसी बाल विवाह के इर्द-गिर्द यह कहानी है.

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अजमेर-पुष्कर में फिल्माए शॉट
'मेरा बालम थानेदार' की प्रेम कहानी राजस्थान (Rajasthan) की पृष्ठभूमि पर आधारित है और दो व्यक्तियों के जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है. इनमें एक समर्पित पुलिस अधिकारी है और एक उत्साही किशोर लड़की. शो का नायक वीर एक ईमानदार और सिद्धांतवादी पुलिस अधिकारी है जो झूठ से नफरत करता है. राजस्थानी पृष्ठभूमि पर आधारित इस सीरियल की शूटिंग 6 दिसंबर 2023 को पुष्कर में शुरू हुई थी. अधिकतर शॉट अजमेर (Ajmer) और पुष्कर (Pushkar) में फिल्माए हैं. इस शो में पुष्कर सरोवर के घाट भी जगमगाते दिखाई देंगे. शो के मुख्य किरदारों की शादी भी पुष्कर के कोटा घाट पर विवाह मंडप बनाकर करवाई गई थी.

संस्कृति और आस्था का संगम
राजस्थानी संस्कृति से सराबाेर यह शो आस्था को भी प्रकट करता है. इस सीरियल की नायिका कलयुग अवतारी देव खाटूश्याम बाबा (Khatu Shyam Baba) के प्रति गहरी आस्था रखती है. एक सीन में बुलबुल खाटूश्यामजी से प्रार्थना करते हुए कह रही है कि आपको तो पता है मुझे बचपन से शादी का शौक है. मेरी शादी जल्दी करवा दीजि
ए. ©सुमित सारस्वत

 

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Building collapsed near Ajmer Sharif Dargah: उर्स से पहले अजमेर दरगाह इलाके में ढही जर्जर इमारत, 400 साल पहले हुआ था निर्माण, जानें पूरा मामला


राजस्थान के अजमेर में स्थित विश्व विख्यात दरगाह शरीफ के निकट मंगलवार दोपहर एक बड़ा हादसा घटित हो गया. यहां दोपहर करीब 3.30 बजे दरगाह के गेट नंबर 5 के सामने तीन मंजिला इमारत ढह गई. 8 जनवरी से ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स शुरू होने से ठीक पहले हुए इस हादसे ने प्रशासन के होश उड़ा दिए. अचानक हुए इस हादसे ने हड़कंप मचा दिया. इत्तला मिलते ही पूरा प्रशासनिक अमला बचाव टीम के साथ मौके पर पहुंचा. एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. बचाव कार्य के दौरान अजमेर रेंज आईजी लता मनोज कुमार, जिला कलेक्टर भारती दीक्षित, एसपी चूनाराम जाट मौके पर मौजूद रहे. हादसे में किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है.

खादिम की थी पुरानी बिल्डिंग
घटना के वक्त मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद ने बताया कि यह अजमेर (Ajmer) का रिहायशी इलाका है. घटना के वक्त इमारत में कोई नहीं था. यह एक खादिम की पुरानी इमारत थी जो करीब 400 साल पहले अकबर के जमाने में बनी थी. बिल्डिंग ढहने पर मलबा गिरा तो आसपास खड़े लोग दौड़कर दूर चले गए. सब सुरक्षित हैं.


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विधानसभा अध्यक्ष ने कलेक्टर से ली जानकारी
हादसे के बाद विधानसभा अध्यक्ष व अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने दिल्ली से ही अजमेर कलेक्टर भारती दीक्षित को कॉल कर घटना की जानकारी ली. अजमेर दक्षिण विधायक अनिता भदेल (Anita Bhadel) ने मीडिया से कहा कि बिल्डिंग ढहने की खबर दुखद है. जानकारी मिलने के तुरंत बाद एसडीएम और पुलिस अधिकारी से बात की. फिलहाल किसी जनहानि का समाचार नहीं मिला है. जर्जर इमारतों को हटवाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा करूंगी, ताकि दरगाह और यहां आने वाले जायरीनों की सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे.

स्टे के कारण नहीं गिरा सके बिल्डिंग

अजमेर जिला कलेक्टर भारती दीक्षित (IAS Bharti Dixit) ने मीडिया को बताया कि एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस समेत प्रशासन की पूरी टीम मौके पर पहुंची. किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है. जो बिल्डिंग गिरी है उसे प्रशासन ने जर्जर घोषित कर दी थी. कल सोमवार ही मैंने और प्रशासनिक टीम ने इसका मौका मुआयना किया था और इस बिल्डिंग को खाली करवा दिया था. इस बिल्डिंग पर कोर्ट का स्टे होने के कारण इसे गिरा नहीं पाए. 8 जनवरी से शुरू होने जा रहे उर्स के मध्य नजर दरगाह क्षेत्र के आसपास की अन्य जर्जर इमारतों का सर्वे करवाकर तत्काल प्रभाव से आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी तरह की अनहोनी घटना उर्स के दौरान नहीं हो.

आसपास की इमारतों को करवाया खाली
अजमेर रेंज आईजी लता मनोज कुमार (IG Lata Manoj Kumar) ने मीडिया को बताया कि जर्जर बिल्डिंग गिरने की सूचना पर कलेक्टर, एसपी समेत पूरा प्रशासनिक दल मौके पर पहुंचा. जो भी टीम और एजेंसी बचाव कार्य के लिए काम करती है वो सभी मौके पर मौजूद है. प्रयास कर रहे हैं कि किसी को कोई नुकसान नहीं हो. आसपास की कुछ बिल्डिंग जर्जर नजर आ रही है, उन्हें भी खाली करवा रहे हैं ताकि कोई और हादसा न हो. फिलहाल किसी तरह की जनहानि सामने नहीं आई है. मलबा हटवाकर देख रहे हैं कि कोई नीचे नहीं दबा हो. ©सुमित सारस्वत


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