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February 24, 2024

अयोध्या में रामकथा की शुरूआत, मोरारी बापू बोले- राम भारत का प्राण और विश्व की आत्मा - Morari Bapu on Ayodhya Ram Mandir

 

सुमित सारस्वत
Ram Katha in Ayodhya: जन-जन के आराध्य भगवान श्री राम की जन्मभूमि पर शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय संत मोरारी बापू (Morari Bapu) के श्रीमुख से रामकथा की शुरूआत हुई. अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) बनने के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से विशाल स्तर पर आयोजित कथा की शुरूआत में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरी महाराज ने बापू का स्वागत किया. भगवान हनुमान को आमंत्रण देने के बाद राम स्तुति गाते हुए बापू ने अपने जीवनकाल की 932वीं रामकथा शुरू की.

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अयोध्या में बना तीनों लोकों का मंदिर

मानस राम मंदिर विषय पर कथा सुनाते हुए मोरारी बापू ने कहा कि लोग कहते हैं कि राम भारत का प्राण है लेकिन मैं कहता हूं कि भारत के राम प्राण नहीं, प्राण के भी प्राण हैं, जीव के भी जीव हैं, सुख के भी सुख हैं. राम भारत का प्राण और विश्व की आत्मा है. राम मंदिर सिर्फ भारत का ही नहीं, तीनों लोकों का मंदिर है. बापू ने कहा कि कुछ मंदिर भव्य होते हैं, कुछ मंदिर दिव्य होते हैं लेकिन राम मंदिर सेव्य है. यह मंदिर जब बाहर से देखो तो भव्य है, अंदर जाओ तो दिव्य है, और जैसे-जैसे ठाकुर जी के समीप जाओगे तो सेव्य है. बरसों से कई संतों-महंतों और लोगों की इच्छा रही कि यह मंदिर बने.

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सातवीं बार सातवें अवतार की कथा
प्रवचन के दौरान बापू ने कहा कि भगवान के दशावतार में राम सातवां अवतार है. मुझे खुशी है कि इस बार अयोध्या में सातवीं कथा करने आया हूं. मेरा परम सौभाग्य है कि राम को राम की कथा सुनाने आया हूं. मुझे पूर्ण विश्वास है कि भगवान राम स्वयं इस कथा का श्रवण अवश्य करेंगे. बापू ने गांधी बापू का वाक्य बोलते हुए कहा कि जिसको रामायण और महाभारत का पता नहीं है, उसे हिन्दुस्तानी कहलाने का अधिकार नहीं. यह ऐसे ग्रंथ हैं जो हर सनातनी के घर में मिलते हैं. साधु का झोला भी देखोगे तो उसमें से भी यही ग्रंथ निकलेंगे.

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गुरु परम ब्रह्म के समान
गुरु महिमा सुनाते हुए कहा कि गुरु परम ब्रह्म के समान है. गुरु ही गणेश है, सूर्य है, शिव है, विष्णु है, जगदंबा है. जगद्गुरु शंकराचार्य कहते हैं कि संत और महंत जगत का कल्याण करने के लिए पूरे विश्व में घूमते रहते हैं. संत, गुरु, नदी, वृक्ष और पर्वत सदैव परहित का काम करते हैं. साधु में वृक्ष के समान सभी गुण होते हैं.

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गर्भगृह में स्थापित होंगे पवित्र धार्मिक ग्रंथ
कथा के लिए अयोध्या आए मोरारी बापू अपने साथ तीन पवित्र धार्मिक ग्रंथ लेकर आए. बापू ने राम मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों को वाल्मिकी रामायण, तुलसी रामायण और रामचरितमानस ग्रंथ भेंट किए. महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह तीनों पवित्र ग्रंथ रामलला के गर्भगृह में स्थापित करेंगे. मंदिर आने वाले भक्त इन पवित्र ग्रंथों का दर्शन कर सकेंगे.
©सुमित सारस्वत

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रामलला मंदिर गर्भगृह में स्थापित होंगे यह पवित्र धार्मिक ग्रंथ, मोरारी बापू ने ट्रस्ट को दिए खास उपहार - Gift of Morari Bapu to Ram Mandir

✍ सुमित सारस्वत
Gift for Lord Ram in Ayodhya: जन-जन के आराध्य भगवान श्री राम की जन्मभूमि पर बने भव्य मंदिर के लिए देश-दुनिया से उपहार आए हैं. अयोध्या में रामकथा के लिए आए अंतर्राष्ट्रीय संत माेरारी बापू (Morari Bapu) भी अपने साथ खास उपहार लेकर आए हैं. उन्होंने शनिवार को यह उपहार मंदिर के लिए भेंट किए.

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अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) बनने के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से विशाल स्तर पर रामकथा का आयोजन किया जा रहा है. नौ दिवसीय कथा के लिए अयोध्या आए मोरारी बापू अपने साथ तीन पवित्र धार्मिक ग्रंथ लेकर आए. शनिवार को कथा की शुरूआत से पहले बापू ने राम मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों को वाल्मिकी रामायण, तुलसी रामायण और रामचरितमानस ग्रंथ भेंट किए. महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह तीनों पवित्र ग्रंथ रामलला के गर्भगृह में स्थापित करेंगे. मंदिर आने वाले भक्त इन पवित्र ग्रंथों का दर्शन कर सकेंगे.

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मानस राम मंदिर कथा प्रारंभ होने से पहले राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरी महाराज ने बापू का स्वागत किया. गौरतलब है कि बीती 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. इसके बाद से यहां लगातार भक्तों का आना जारी है. मंदिर बनने के बाद विशाल स्तर पर आयोजित यह पहली कथा है.
©सुमित सारस्वत

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राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या में पहली बार रामकथा करेंगे मोरारी बापू, मंदिर निर्माण के लिए दिया था सबसे बड़ा दान - Ram Katha In Ayodhya Dham

 


✍ सुमित सारस्वत
Ram Katha in Ayodhya: जन-जन के आराध्य भगवान राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए सबसे बड़ा दान देने वाले अंतर्राष्ट्रीय संत मोरारी बापू (Morari Bapu) रामकथा करेंगे. अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) बनने के बाद विशाल स्तर पर आयोजित यह पहली कथा होगी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से आयोजित इस भव्य कथा के लिए व्यापक तैयारियां की गई है. बताया जा रहा है कि कथा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन समेत कई विशिष्ट अतिथि शिरकत करने रामनगरी आएंगे. शुक्रवार शाम बापू ने अयोध्या पहुंचकर श्री राम मंदिर में रामलला दर्शन किए.

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मणिपर्वत क्षेत्र में बना भव्य पांडाल
संत माेरारी बापू आगामी 24 फरवरी से 3 मार्च तक अयोध्या में 'मानस राम मंदिर' विषय पर रामकथा करेंगे. यह उनकी 932वीं रामकथा होगी. इसके लिए तीर्थक्षेत्र पुरम परिसर मणिपर्वत क्षेत्र में भव्य पांडाल का निर्माण करवाया है. पहले दिन 24 फरवरी को कथा शाम 4 बजे से होगी. इसके बाद 25 फरवरी से कथा का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक तय है. कथा के लिए देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं. अधिकांश होटलों और धर्मशालाओं में चार हजार से ज्यादा कमरे बुक हुए हैं.

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प्राण प्रतिष्ठा समारोह में रहे थे मौजूद
विख्यात रामकथा वाचक मोरारी बापू गत 22 जनवरी को हुए रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी मौजूद रहे थे. तब बापू ने मीडिया से कहा था कि 'राम ब्रह्म व्यापक हैं. जैसे सूरज-चांद सबका वैसे ही सूर्यवंशी राम भी सबके हैं. यह सत्य, प्रेम और करुणा का उत्सव है. यह अध्यात्मिक उत्सव है. मैंने दुनिया में इस तरह का माहौल पहले कभी नहीं देखा. देश के करोड़ों लोगों की तरह मैं भी जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनने का इंतजार कर रहा था.'

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बापू ने दिए थे 18.6 करोड़ रुपए
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सबसे बड़ा दान मोरारी बापू ने दिया था. छह दशक से भी अधिक समय से रामकथा का प्रचार-प्रसार कर रहे बापू ने 18.6 करोड़ रुपए दान दिए थे. इनमें भारत से 11.30 करोड़, ब्रिटेन और यूरोप से 3.21 करोड़, अमेरिका, कनाडा और कई अन्य देशों से 4.10 करोड़ शामिल थे. बापू ने महज 15 दिनों में यह राशि जुटाकर राम जन्मभूमि ट्रस्ट को सौंपी थी.
©सुमित सारस्वत

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May 25, 2019

मोरारी बापू ने पीएम नरेंद्र मोदी को दी ये महत्वपूर्ण सलाह | Advice to Narendra Modi


भारत में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत से ऐतिहासिक जीत हासिल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से सत्ता में आए हैं। इसे लेकर पूरे देश में जश्न मनाया जा रहा है। इस बीच अंतर्राष्ट्रीय रामकथा वाचक मोरारी बापू ने पीएम मोदी को बधाई देते हुए सलाह दी है।

राजस्थान में वागड़ क्षेत्र के खड़गदा गांव में आयोजित मानस कबंध रामकथा में बापू ने कहा कि दो दिन रविवार तक विजय उत्सव मना लो और सोमवार से काम पर लग जाओ। जनता ने जनादेश दिया है तो गरीब के झोंपड़े तक जाओ। सबसे मिलो। समस्याओं का समाधान करो। यद्यपि हमारा प्रधानमंत्री कभी छुट्‌टी नहीं ले रहा है पांच साल में कभी अवकाश नहीं लिया। ये हर पल काम करता है। फिर भी साधु होने के नाते मैं सबसे कहूंगा। कटुता मुक्त होकर सबसे प्रेम करो। चाहे तुम सत्ता में हो या विपक्ष में। अब आओ, सबको गले लगा लो। कटुता मुक्त जीत से सब मिलकर शुभ में लग जाएं।


राजनीति कहती है, दुश्मन का दुश्मन मित्र है। मेरी व्यासपीठ कहती है, दुश्मन का दुश्मन भी मित्र हो और दुश्मन भी मित्र हो। ऐसे हम आगे बढ़ें। अब मैत्री हो। अब परस्पर प्रीत हो। सब कटुता, बोले हुए निवेदन सबका अध्याय पूरा कर दो और प्रसन्नता से सबको साथ लिए लाभ के लिए नहीं, राष्ट्र के शुभ के लिए आगे बढ़ें। नया भारत का सपना हम देख रहे हैं तो मूल भारत का गौरव, जो बातें मूल भारत को पुन: स्थापित करने में बाकी हो, उनको मुकम्मल करते हुए आगे बढ़ें और नए भारत का सृजन करें।

  
आजकल राजनीति लाभ में लग जाती है, शुभ में कोई नहीं लगता। आओ, हम सब छोटे-बड़े लाभों को छोड़ दें और एकजुट होकर सबका शुभ करें। ऐसा साधु का विनय है। हनुमानजी आपको बहुत बल दे और इस बल का फल राष्ट्र और विश्व को प्राप्त हो। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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May 24, 2019

मोरारी बापू ने रामकथा में किया मोदी का राजतिलक | Rajtilak of Narendra Modi


भारत में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत से ऐतिहासिक जीत हासिल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से सत्ता में आए हैं। इस जीत से संत समाज में भी खुशी है। आज अंतर्राष्ट्रीय रामकथा वाचक मोरारी बापू ने इस विजय पर प्रसन्नता व्यक्त की है।


राजस्थान में वागड़ क्षेत्र के खड़गदा गांव में आयोजित मानस कबंध रामकथा में बापू ने नरेंद्र मोदी का शब्दों से राजतिलक कर दिया। बापू बोले, जीत हुई है। अब संसदीय दल की बैठक होगी। फिर राष्ट्रपति के पास जाएंगे। फिर वो आमंत्रण देंगे। फिर शपथ होगी। राज्यारोहण होगा। इस प्रक्रिया में कई दिन लगेंगे। आओ हम सब प्रेम का कुमकुम, करुणा का अक्षत और सत्य का दीपक लेकर आज ही मोदीजी का राजतिलक कर दें। इसके बाद बापू ने आशीर्वाद स्वरूप कहा, खुश रहो।


गौरतलब है कि मोरारी बापू और नरेंद्र मोदी दोनों ही मूलत: गुजरात राज्य से हैं। बापू समय-समय पर अपनी व्यासपीठ से मोदी के कार्यों की सराहना करते रहते हैं। मोदी स्वयं भी बापू को काफी मानते हैं और जब भी मौका मिलता है बापू की रामकथा में पहुंचकर आशीर्वाद जरूर लेते हैं। एक ही प्रांत के होने से दोनों के बीच आत्मीय रिश्ता है। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273

 
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मोरारी बापू ने पीएम मोदी को दिया एक और नया सूत्र | New Suggestion For PM Modi

राजस्थान में वागड़ क्षेत्र के खड़गदा में आयोजित रामकथा में अंतर्राष्ट्रीय संत मोरारी बापू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज एक और नया सूत्र दिया है। मोदी को संबोधित करते बापू बोले, सबका साथ, सबका विकास और कल आपने कहा सबका विश्वास। मोदी साहब एक और सूत्र लगा लीजिए- सबको विश्राम। सबको आनंद, प्रसन्नता, शांति भी प्राप्त हो।


बापू ने स्पष्ट किया कि, व्यासपीठ पर बैठा एक साधु सत्ता को सलाह नहीं दे रहा है। सलाह देना मेरा काम भी नहीं है। पूरा जगत जानता है कि मैं सबसे एक सम्मानित डिस्टेंस करके रहता हूं। लेकिन रामचरितमानस के नाते, रामचरितमानस के विचार के नाते सलाह नहीं, विनय करता हूं। सलाह कौन किसकी मानता है। विनय साधु करता है।


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भगवान वशिष्टजी ने चित्रकूटजी की सभा में भगवान राम को कहा कि आप राजा हैं। यद्यपि अभी आपका वनवास है लेकिन लोक ह्दय में आप राजा हैं। भरत साधु है। ये भरत रूपी साधु की विनय सुनिए, सलाह नहीं। साधु होने के नाते एक फकीर के नाते। बापू बोले कि, नरेंद्र भाई आप कल बोले कि मैं फकीर हूं। आपने कहा कि एक फकीर की झोली में मेरे देश ने बहुत प्यार डाला है। आप अपने को फकीर कहते हैं तो हम तो साधु हैं ही। एक फकीर, फकीर को सलाह नहीं दे रहा, विनय कर रहा है। कोई माई का लाल मेरी व्यासपीठ पर उंगली नहीं उठा सकता कि बापू किसी प्रभाव में हैं। मैं किसी के प्रभाव में नहीं, अपने स्वभाव में हूं।
 

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बापू ने अपनी बातें बोलने के बाद मोदी को आह्वान करते हुए कहा कि बावाजी जब भी समय मिले, मेरी बातें सुन लेना। न सुनो तो भी कोई बात नहीं। बावा ने बीज बो दिया है। मेरा काम मैंने पूरा किया। एक राष्ट्र नागरिक के नाते एक सम्मानित दूरी रखते हुए जीने वाले साधु का विनय है।
-सुमित सारस्वत की रिपोर्ट, मो.09462737273

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मोरारी बापू बोले, भारत ने प्यार और दुलार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिषेक किया | Morari Bapu Speech on PM Modi


अंतर्राष्ट्रीय रामकथा वाचक मोरारी बापू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्र को ऐतिहासिक जीत की बधाई देते हुए हर्ष जताया।
राजस्थान के खड़गदा में हो रही रामकथा में बापू ने कहा कि कल विजय समारोह में आदरणीय प्रधानमंत्री साहब बोले कि ये विजय भारत की विजय है। ये अच्छी बात है। इसलिए मैं सबसे पहले समग्र राष्ट्र को बधाई देना चाहता हूं। क्योंकि भारत की भूमि ने जाति-पाति, वर्ग, वर्ण, मजहब ने साक्षी बनकर राष्ट्र की आत्मा को पूछकर निर्णय लिया है। ये बहुत बड़ा प्यार और दुलार का अभिषेक भारत ने जिस व्यक्ति पर किया वो आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी को भी बधाई। पूरी राजपीठ को एक साधु की व्यासपीठ बधाई दे रही है।

जीत के बाद मोदी के पहले संबोधन की बापू ने सराहना की। वे बोले कि, कल मोदीजी ने अच्छी बात कही कि भूल होती है लेकिन मैं किसी के प्रति द्वेषपूर्ण नहीं रहूंगा। किसी के प्रति बदले की भावना नहीं रखूंगा। साधु इस वक्तव्य का स्वागत करता है।
 
आप की अदालत में रजत शर्मा जी ने जब मुझसे पूछा कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए आपको क्या कहना है। तब मैंने स्पष्ट कहा था कि राजनीति में साम, दाम, दंड, भेद सब होता है मगर कहूंगा कि इस आदमी की राष्ट्र भक्ति पर दुनिया का कोई माई का लाल उंगली नहीं उठा सकता। यह मेरा प्रमाण पत्र नहीं, मेरा प्रेम पत्र है। एक शेर सुनाता हूं, 'कभी किसी को छला नहीं, यारों इसीलिए मैं चला नहीं।' इसके बाद बापू ने एक और शेर सुनाया 'गजल की पूरी किताब बकरी खा गई, पूरे शहर में चर्चा है कि बकरी शेर खा गई।' इन शेरों पर पांडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
-सुमित सारस्वत की रिपोर्ट, मो.09462737273

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March 25, 2019

द्रोपदी के पांच नहीं, चौदह पति हैं फिर भी वो कुंवारी | Draupadi is Virgin

अंतर्राष्ट्रीय रामकथा वाचक संत मोरारी बापू उत्तर प्रदेश के बरेली में मानस अपराध कथा कर रहे हैं। महाभारत के प्रसंगों को केंद्र में रखकर हो रही इस कथा में बापू ने द्रोपदी को लेकर जो कहा, उसे सुनकर श्रोता हैरत में पड़ गए।

बापू ने कहा, द्रोपदी कुंवारी है। उसके पांच नहीं, चौदह से ज्यादा पति है। आपको सुनकर हैरत होगी कि इतने पति वाली स्त्री कुंवारी कैसे, लेकिन यह हकीकत है। शास्त्र में विधान मिला है कि पंच कन्या कुंवारी है। द्रोपदी इन्हीं में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जो स्त्री प्रातःकाल स्नान करती है वो कुंवारी है। रात्रि में उसका जीवन बदलता है मगर हर दिन सुबह स्नान करने से उसका कौमार्य फिर लौट आता है। द्रोपदी, कन्याकुमारी, सरस्वती, भीष्म की बुद्धि, जिसकी अखंड शरणागति हो, वो कुंवारी है। ऐसा मेरी व्यासपीठ मानती है।


द्रोपदी को कुंवारी बताने के बाद बापू बोले, आप कहेंगे कि उसके तो बच्चे थे, फिर कुंवारी कैसे ? इसका जवाब बताते हुए बापू ने कहा कि द्रोपदी का तन भले कुंवारा नहीं था, मगर उसका मन कुंवारा था। द्रोपदी का मन कौमार्य से भरा था। 

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पहली साहसी महिला थीं महाभारत की द्रोपदी | Brave Draupadi

बरेली रामकथा में मानस अपराध पर प्रवचन देते हुए संत मोरारी बापू ने कहा कि महाभारत की प्रमुख चरित्र द्रोपदी पहली साहसी महिला थीं, जो महाभारत काल में अन्याय के प्रति मुखर हुई थीं। वर्तमान में चारों ओर अपराध ही अपराध है। अब भगवान के अवतार लेने का समय है या शायद भगवान का अवतार हो भी गया हो। क्योंकि जब भी धरा पर अधर्म (अपराध) बढ़ा है, भगवान ने अवतार लिया है।

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बापू ने ‘ए मेरे पांव के छालों तुम लहू उगलो, कुछ सिरफिरे लोग मंजिल का निशां मागेंगे’ शेर सुनाते हुए एयर स्ट्राइक पर सबूत मांगने वालों पर तंज कसा। हालांकि, उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी या नेता का नाम नहीं लिया। बापू बोले, खूब साहित्य पढ़ो, नॉवेल पढ़ो, कहानियां पढ़ो। मगर हमारे मूल ग्रन्थों को मत भूलो। मैं मेरे भाइयों-बहनों से आग्रह करता हूं, महाभारत पढ़ो। जीवन जीना सीख जाओगे।
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इन चार तरह के अपराधों से बचें, वरना बर्बाद हो जाएगा जीवन : मोरारी बापू

रामगंगा के तट पर बसे भगवान शिव की नाथ नगरी बरेली में मानस अपराध रामकथा के प्रथम दिन संत मोरारी बापू ने कहा कि अपराधों की बहुत बड़ी लिस्ट है। लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि आप और हम चार तरह के अपराध न करें। यदि शांति पानी है, प्रसन्नता प्राप्त करनी है तो। पहला, देह का अपराध कभी न करें। देश के लिए, धर्म के लिए, मोहब्बत के लिए देह बहुत जरूरी है। दूसरा, देव का अपराध न करें। हालांकि परमात्मा नाराज नहीं होते लेकिन करना नहीं चाहिए। तीसरा, देश का अपराध न करें। याद रखें जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है। देह, देव और देश का अपराध कभी मत करना। और अगर यह अपराध हो भी जाए तो मोरारी बापू आपसे प्रार्थना करता है कि किसी के दिल का अपराध कभी न करना। मानस का अर्थ है दिल। दिल का अपराध न करें। यह बड़ा अपराध माना जाएगा।

हम इन नौ दिनों में महाभारत की घटनाओं को याद करते हुए अपराध पर चर्चा करेंगे। डरने के लिए नहीं, डराने के लिए नहीं, इसलिए कि हम इससे मुक्त हो सकें। अपराधों से ग्रस्त इस दुनिया में नौ दिन परमात्मा ने हमें दिए हैं। इसके बारे में हम चर्चा करें। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
 
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