बरेली रामकथा में मानस अपराध पर प्रवचन देते हुए संत मोरारी बापू ने कहा कि महाभारत की प्रमुख चरित्र द्रोपदी पहली साहसी महिला थीं, जो महाभारत काल में अन्याय के प्रति मुखर हुई थीं। वर्तमान में चारों ओर अपराध ही अपराध है। अब भगवान के अवतार लेने का समय है या शायद भगवान का अवतार हो भी गया हो। क्योंकि जब भी धरा पर अधर्म (अपराध) बढ़ा है, भगवान ने अवतार लिया है।यह भी पढ़ें : बापू ने रामकथा में दिया नया नारा
बापू ने ‘ए मेरे पांव के छालों तुम लहू उगलो, कुछ सिरफिरे लोग मंजिल का निशां मागेंगे’ शेर सुनाते हुए एयर स्ट्राइक पर सबूत मांगने वालों पर तंज कसा। हालांकि, उन्होंने किसी राजनीतिक पार्टी या नेता का नाम नहीं लिया। बापू बोले, खूब साहित्य पढ़ो, नॉवेल पढ़ो, कहानियां पढ़ो। मगर हमारे मूल ग्रन्थों को मत भूलो। मैं मेरे भाइयों-बहनों से आग्रह करता हूं, महाभारत पढ़ो। जीवन जीना सीख जाओगे।






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