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July 31, 2025

छात्रा के आगे झुकी सरकार, धर्म क्षेत्र के लिए मिसाल बनीं पंजाब की गुरप्रीत कौर, युगों तक याद रहेगी धार्मिक आस्था - Brave Gurpreet Kaur

 

✍🏻 सुमित सारस्वत
जयपुर की पूर्णिमा यूनिवर्सिटी (Poornima University) में पंजाब (Punjab) से एग्जाम देने आई छात्रा को कड़ा और कृपाण धारण करने की वजह से एग्जाम रूम में जाने से रोक दिया. कॉलेज प्रबंधन ने कहा कि कड़ा और कृपाण उतारोगे तभी परीक्षा दे सकोगी. छात्रा ने धर्म की मर्यादा का पालन करने हुए इनको नहीं उतारा तो पूर्णिमा यूनिवर्सिटी ने एग्जाम नहीं देने दिया.

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छात्रा गुरप्रीत कौर (Gurpreet Kaur) पंजाब से न्यायिक सेवा परीक्षा (PCS-J) में शामिल होने जयपुर (Jaipur) आई थी. उनका कहना है कि यह धारा 25 का उल्लंघन और धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है. आपको बता दें कि सिख धर्म का अनुयायी केश, कड़ा, कृपाण रखता है. धर्म के लिए परीक्षा का 'बलिदान' देने वाली गुरप्रीत की हर तरफ सराहना हो रही है.

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इतना ही नहीं, आत्म सम्मान और धार्मिक आस्था से जुड़ा यह मामला देशभर की सुर्खियां बनने के बाद राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने अहम फैसला लिया. अब भविष्य में कड़ा और कृपाण धारण किए किसी भी सिख छात्र या छात्रा को परीक्षा में शामिल होने से नहीं रोका जाएगा. यह गुरप्रीत के आत्म सम्मान की जीत है. यह महज एक फैसला नहीं, बल्कि संपूर्ण देश की धार्मिक स्वतंत्रता के लिए ऐतिहासिक पुष्टि है. गुरप्रीत की जीत धर्म क्षेत्र के लिए एक मिसाल बन गई है. बरसों-बरस तक धर्म के प्रति गुरप्रीत के इस समर्पण की चर्चा होगी. ©सुमित सारस्वत

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सरकार, कब करोगे अमृतकाैर का उपचार ?, क्या डॉक्टरों-मरीजों की मौत का है इंतजार ! - Amritkaur Hospital Building Damaged

✍🏻 सुमित सारस्वत
राजस्थान में ब्यावर जिले के सबसे बड़े राजकीय अमृतकाैर अस्पताल (Amrit Kaur Hospital) की जर्जर बिल्डिंग की मरम्मत करवाने के लिए शासन-प्रशासन शायद डॉक्टरों और मरीजों की मौत का इंतजार कर रहा है. झालावाड़ स्कूल हादसे (Jhalawar School Accident) के बाद जिला अस्पताल में ऐसी ही चर्चा सुनने को मिली. दरअसल, वर्ष 1955 में स्थापित अमृतकौर अस्पताल का 70 साल पुराना भवन मौजूदा वक्त में खुद बीमार है. बीते कई साल से अस्पताल भवन के कई हिस्से बल्लियों के सहारे टिके हैं. यहां कार्यरत चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी और आने वाले मरीज भय के साये में रहते हैं.

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एकेएच में चिकित्सा अधिकारी रहे डॉ. प्रदीप जैन ने चिंता जताते हुए बताया कि पूरे प्रदेश में सरकारी स्कूलों के जर्जर भवनों की चर्चा हो रही है लेकिन जर्जर सरकारी अस्पतालों की चर्चा कोई नहीं कर रहा. जितने जरूरी स्कूल हैं उतने ही जरूरी अस्पताल भी हैं. ब्यावर (Beawar) का सरकारी अस्पताल भवन बरसों से जर्जर और अब बल्लियों के सहारे है. यहां कई मंत्री-सांसद आए, सरकारी अधिकारी आए, सभी ने पुराना जर्जर भवन देखा, नए भवन के वादे किए...लेकिन भूल गए. सिस्टम की सुस्ती देखिए कि सरकार बदल गई लेकिन अस्पताल के हालात नहीं बदले. डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ इमरजेंसी सेवाओं में शामिल है इसलिए अस्पताल आना जरूरी है. अस्पताल की दहलीज पर कदम रखते ही दिल दहलता है लेकिन सरकारी नौकरी होने से चुप रहते हैं. कर्मचारियों का मानना है कि सरकार को समस्या बताना मतलब मुसीबत बोल लेना है. या तो कर्मचारी का ट्रांसफर कर देंगे, या किसी बहाने काम में लापरवाही का नोटिस थमा देंगे.

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गौरतलब है कि राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय का बरसों पुराना भवन जर्जर हो गया है. सुरक्षा के मद्देनजर कई वार्ड बंद कर दिए हैं. नवीन भवन के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार ने स्वीकृति दी थी लेकिन बजट के अभाव में अब तक न तो पुराने भवन की मरम्मत हुई और न ही नया भवन बना. कांग्रेस शासन में मुख्य सचिव रहे निरंजन आर्य, तत्कालीन सांसद और वर्तमान में ब्यावर जिला प्रभारी व उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी (Diya Kumari) समेत कई मंत्री यहां दौरा कर गए और अस्पताल की जर्जर हालत पर चिंता जता गए लेकिन सुधार के लिए किसी ने कोई प्रयास नहीं किए.

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अब सरकारी स्कूलों में होने वाले हादसों को देखकर चिकित्सालय में चारों तरफ यही चर्चा है कि सरकार और जिला प्रशासन शायद अस्पताल में भी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है. यदि मौत के बाद मुआवजा देने की बजाय सरकार (Government) जिंदगियां बचाने की चिंता करे तो शायद कहीं कोई हादसा न हो. उम्मीद है कि सरकार इस सरकारी अस्पताल की जल्द ही सुध लेकर चिकित्साकर्मियों और मरीजों को बड़ी राहत प्रदान करेगी. 
©सुमित सारस्वत

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July 30, 2025

आज हार गए बाबा श्याम !, भक्त जयसिंह राठौड़ का निधन - Devotee of Baba Shyam passed away


✍🏻 सुमित सारस्वत

जिस कलयुग अवतारी बाबा श्याम को हारे का सहारा कहा जाता है वो आज एक भक्त से हार गए. बाबा श्याम के प्रति आस्था रखते हुए लंबे समय तक अस्पताल के बेड पर जिंदगी और मौत से संघर्ष करते हुए ब्यावर के 35 वर्षीय जयसिंह राठौड़ (Jai Singh Rathore) ने आज जयपुर के एसएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया. ढाका रीफ्रैक्टरीज कंपनी में लगातार 12 साल काम करते हुए उन्हें सिलिकोसिस रोग हो गया था. इस रोग की वजह से उनके दोनों फेफड़े खराब हो गए थे. करीब तीन महीने से अस्पताल में इलाज चल रहा था. अहमदाबाद (Ahmedabad) के राजस्थान हॉस्पीटल (Rajasthan Hospital) में इलाज करवाते हुए जीवन की कमाई खर्च कर चंद रोज पहले जयपुर (Jaipur) के एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) लाए थे. आर्थिक स्थिति कमजोर होने और परिस्थितियां प्रतिकूल हाेने के बावजूद जयसिंह की पत्नी पूजा कंवर (Pooja Kanwar) और परिवारजन ने उनका उपचार करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पत्नी तीन महीने से दिन रात अस्पताल में साथ रहकर पति की सेवा में जुटी रहीं.

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विड़बंना है कि जिस ढाका रीफ्रैक्टरीज कंपनी को जयसिंह ने अपने युवा जीवन के 12 साल दिए उस कंपनी के मालिक प्रकाश अंबुरे (Prakash Ambure) ने अपने कर्मचारी का इलाज करवाने में आर्थिक मदद करने की बजाय नेताओं की तरह आश्वासन और झांसे ही दिए. कंपनी मालिक की संवेदनहीनता देखिए कि तीन माह में एक रुपए की मदद नहीं दी बल्कि ऐसी विकट स्थिति में सहायता करने की बजाय अप्रेल माह में उपचार अवधि की सैलरी काट ली. खैर, जगजाहिर है कि कुछ करोड़पति के लिए मानव जीवन की कोई कीमत नहीं होती. वे अपना पैसा सामाजिक और धार्मिक दिखावे पर ही खर्च करना पसंद करते हैं जहां उनका नाम हो और उन्हें मंच पर बुलाकर मालाएं पहनाई जाए. अगर अंबुरे परिवार अपने कर्मचारी के उपचार में आर्थिक सहायता करता तो शायद दो मासूम बच्चियों के सिर से पिता का साया नहीं उठता. जयसिंह की मृत्यु से पूजा और उसकी दो बेटियों का जीवन खराब हो गया है.

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जयसिंह और पूजा, दोनों पति-पत्नी की बाबा श्याम में गहरी आस्था रही. हर ग्यारस मंदिर जाकर बाबा का दर्शन और घर में ज्योत जलाना उनका नियम रहा. अस्पताल में रहते हुए मंदिर नहीं जा सकते थे तो परिचित भक्त को रुपए देकर मंदिर में प्रसाद चढ़वाया. साल में कई बार खाटू धाम की पैदल यात्रा करते. श्याम भक्ति का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि कुछ महीनों पहले जयसिंह जब ढाई साल बाद विदेश से लौटा तो सबसे पहले बाबा श्याम के धाम खाटू गया था. 7 मई को उपचार के लिए अहमदाबाद गया तो वहां भी श्री राधा गोविंद देव जी मंदिर जाकर दोनों पति-पत्नी ने भगवान का दर्शन किया.

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जयसिंह रोज सुबह अपने सभी परिचितों को व्हाट्सएप पर बाबा श्याम (Baba Shyam) का दर्शन भेजना कभी नहीं भूलते. हैरानी होगी कि अस्पताल के बेड पर रहते हुए भी सुबह अपनी पत्नी से मोबाइल मांगते और श्याम का दर्शन कर सभी को बाबा की फोटो भेजने का क्रम जारी रहा. उनके मोबाइल के स्टेटस पर भी बाबा की तस्वीरें ही नजर आती थीं. व्यक्तिगत मुलाकात और कॉल रिसीव करने पर भी मुख से जय श्री श्याम (Jai Shri Shyam) ही निकलता था. उपचार के दौरान भरोसे के साथ इतनी तड़प थी कि अस्पताल से छुट्टी मिलने पर घर जाने से पहले श्याम मंदिर जाएंगे लेकिन इस बार हारे का सहारा कहलाने वाले बाबा श्याम हार गए ! न जाने क्या वजह रही कि कलयुग अवतारी अपने एक भक्त काे बचा नहीं पाए ! 
©सुमित सारस्वत

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July 18, 2025

स्कूलों में स्टूडेंट्स का यौन शोषण कर रहे टीचर, राजस्थान में हुआ बड़ा खुलासा - Sexual harassment of Students in Schools

शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाली एक और सनसनीखेज वारदात सामने आई है. राजस्थान (Rajasthan) के चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) जिले में सरकारी स्कूल के एक शिक्षक ने विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें की और उनके वीडियो बनाए. परीक्षा में फेल करने का डर दिखाकर कई स्टूडेंट्स को अपनी हवस का शिकार बनाया. स्टूडेंट्स के वीडियो वायरल होने पर हंगामा मच गया है.

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बेगूं उपखंड में आंवलहेडा गांव के महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक की काली करतूत सामने आने के बाद गांव का माहौल गर्म है. ग्रामीणों ने स्कूल पहुंचकर आक्रोश प्रदर्शन करते हुए शिक्षक (Teacher) के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की. हंगामे की सूचना पर प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने आरोपी अध्यापक शंभूलाल को हिरासत में लेकर जांच शुरू की है. आरोपी के खिलाफ पोक्सो, एससी-एसटी, आईटी एक्ट समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है. टीचर का शिकार हुए 15 से ज्यादा स्टूडेंट्स के बयान लेकर मेडिकल जांच करवाई जा रही है. पीड़ित स्टूडेंट्स की उम्र 12 से 18 साल बताई जा रही है. बताया गया कि यह टीचर बीते 7 साल से इसी स्कूल में कार्यरत था.

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चंद रोज पहले भीलवाड़ा (Bhilwara) में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को छात्रा का यौन शोषण करते ग्रामीणों ने पकड़ा था. टीचर स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों को ट्यूशन पढ़ाने के नाम पर घर बुलाकर उनसे अश्लील हरकतें करता था. गांव की महिलाओं को भी यौन शोषण का शिकार बनाया. इससे पहले ब्यावर, सीकर व अन्य इलाकों में भी टीचर्स की ऐसी करतूतें सामने आई हैं.

अपने बच्चों पर नजर रखें. आजकल स्कूलों में कई टीचर परीक्षा में पास करने का झांसा देकर बच्चों का देह शोषण करने लगे हैं. आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. बेशक, शिक्षा जरूरी है लेकिन बच्चों की सुरक्षा (Safety) के लिए अभिभावकों की सजगता भी जरूरी है. हर घर में बच्चे हैं, अतः आपसे आग्रह है कि मासूमों की सुरक्षा से जुड़ा यह संदेश जन-जन तक जरूर पहुंचाएं. 
©सुमित सारस्वत

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July 13, 2025

स्कूल टीचर कर रहे स्टूडेंट्स का यौन शोषण, पेरेंट्स रखें यह सावधानी - Sexual harassment of Students

अपने बच्चों पर नजर रखें. आजकल स्कूलों में कई टीचर परीक्षा में पास करने का झांसा देकर बच्चों का देह शोषण करने लगे हैं. आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला राजस्थान के भीलवाड़ा का है, जहां एक सरकारी स्कूल टीचर बच्चियों को ट्यूशन पढ़ाने के नाम पर घर बुलाकर उनसे अश्लील हरकतें करता था. जानकारी होने पर गांव वालों ने टीचर के घर पर धावा बोलकर उसे एक नाबालिग छात्रा के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ा है. टीचर टॉवेल लपेटे हुए बाहर आया और छात्रा बिस्तर पर मिली. इसके बाद ग्रामीणों ने टीचर की जमकर धुनाई की. पता लगा कि टीचर ने बीते एक साल में कई लड़कियों के साथ अनैतिक कृत्य किया है. इतना ही नहीं, गांव की गरीब महिलाओं को काम दिलवाने के बहाने घर बुलाकर गलत हरकतें करता था. टीचर की करतूत और रंगे हाथ पकड़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कांड उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक को एपीओ कर जांच शुरू कर दी है.


इससे पहले सीकर में एक प्राइवेट स्कूल के टीचर ने एक छात्रा को एग्जाम नोट्स देने के बहाने घर बुलाकर दुष्कर्म किया. मेल टीचर ही नहीं, फीमेल टीचर भी स्टूडेंट्स का यौन शोषण कर रहीं हैं. मुंबई और गुरुग्राम में महिला टीचर ने छात्रों के साथ दुष्कर्म किया. यह मामले तो महज बानगी है. ऐसे अनेक मामले सामने आए हैं जब शिक्षा और संस्कार देने वाले शिक्षकों ने विद्या के मंदिरों को शर्मसार कर छात्र-छात्राओं को शिकार बनाया है.


बेशक, शिक्षा जरूरी है लेकिन बच्चों की सुरक्षा के लिए अभिभावकों की सजगता भी जरूरी है. हर घर में बच्चे हैं, अतः आपसे आग्रह है कि मासूमों की सुरक्षा से जुड़ा यह संदेश जन-जन तक जरूर पहुंचाएं. ©सुमित सारस्वत

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May 28, 2025

राजस्थान महिला कांग्रेस में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति, अलका लांबा ने जारी की पहली सूची - Rajasthan Mahila Congress

✍🏻 सुमित सारस्वत
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा (Alka Lamba) ने बुधवार को राजस्थान प्रदेश महिला कांग्रेस के 16 जिला अध्यक्षों की पहली सूची जारी की. ब्यावर (Beawar) में जिला अध्यक्ष पद पर युवा नेत्री इशिका जैन (Ishika Jain) को नियुक्त किया है. अब तक कांग्रेस में महज एक सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर सक्रिय भागीदारी निभा रही इशिका को महज 23 साल की उम्र में बड़ा पद मिलना सिटी की सियासत में चर्चा का विषय बन गया है.

जिस तरह महत्वपूर्ण खबर का कवरेज करने और जमीनी हकीकत जानने के लिए पत्रकार ग्राउंड जीरो (Ground Zero) पर जाकर रिपोर्टिंग करता है उसी तरह इशिका ने भी पार्टी में धरातल पर काम कर पॉइंट जीरो (Point Zero) से राजनीति की शुरुआत की. सियासी समर्पण का परिणाम यह निकला कि संगठन ने एक सामान्य कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेदारी देकर सम्मान से नवाजा. लांबा ने काम से प्रभावित होकर कुछ समय पहले इशिका को प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल किया था. अब जिला अध्यक्ष की अहम जिम्मेदारी सौंपी है. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ तस्वीर वायरल होने के बाद पहली बार पार्टी की सुर्खियों में आई इशिका ने बेहद कम समय में लंबी सियासी छलांग लगाई है.

इशिका की यह नियुक्ति उन नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत है जो पद पर होने के बावजूद पार्टी के प्रति समर्पित नहीं है, जो पार्टी के कार्यक्रमों से नदारद रहते हैं, जो संगठन हित से ज्यादा स्वहित सोचते हैं. संगठन कोई भी हो, काम करने वाले को प्रतिफल मिलता ही है, चाहे देर से ही. उम्मीद की जानी चाहिए कि छोटी उम्र में बड़ा पद पाकर इशिका अपनी सियासी कला का बेहतरीन प्रदर्शन कर मंद हो चुकी महिला कांग्रेस को गति प्रदान करेंगी. -सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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May 27, 2025

विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की नई रणनीति, पहली बार ब्लॉक के अधीन मंडल का गठन - New Strategy of Congress

✍🏻 सुमित सारस्वत
सूबे में विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के बाद अब नई रणनीति अपनाते हुए पहली बार ब्लॉक के अधीन नए मंडल गठन कर अध्यक्ष नियुक्त किए हैं. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने ब्यावर विधानसभा क्षेत्र के दो ब्लॉक में 11 मंडल गठन किए हैं. ब्यावर ब्लॉक में 5 और जवाजा ब्लॉक में 6 मंडल अध्यक्षाें की घोषणा की है.

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युवाओं के भरोसे कांग्रेस की कमान
प्रदेश आलाकमान ने इस बार युवाओं पर भरोसा जताते हुए उन्हें कमान सौंपी है. ब्यावर (Beawar) ब्लॉक के ज्योतिबा फुले में राम यादव, श्री बालाजी में हिमांशु शर्मा, शहीद भगत सिंह में पृथ्वीराज गहलोत, बाबा रामदेव में महेंद्र सामरिया और श्री परशुराम में चंद्रशेखर शर्मा को मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया है.

जवाजा (Jawaja) ब्लॉक के रूपनगर में सिकंदर, गणेशपुरा में हरिराम मेघवाल, भालिया में तिकेंद्र सिंह रावत, राजियावास में दिनेश सिंह रावत, जवाजा में पूरणमल शर्मा और देलवाड़ा में हुसैन मोहम्मद को मंडल अध्यक्ष का दायित्व सौंपा है. पीसीसी चीफ डोटासरा ने इन नियुक्तियों के साथ भरोसा जताया है कि अब कांग्रेस पार्टी जमीनी स्तर पर मजबूत होगी. नवनियुक्त अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को मजबूत करने में पूर्ण समर्पण भाव से योगदान देंगे.

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मंडल गठन से कांग्रेस को मिलेगी मजबूती
भाजपा (BJP) जब बूथ तक पन्ना प्रमुख बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है तब कहीं जाकर अब कांग्रेस (Congress) ने मंडल अध्यक्ष बनाए हैं. देर से ही सही, लेकिन पार्टी का यह फैसला निश्चित तौर पर कांग्रेस को अधिक मजबूत बनाने में मददगार साबित हो सकता है. अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले निकाय चुनाव में यह नवनियुक्त मंडल अध्यक्ष कितनी शिद्दत के साथ कार्य कर पार्टी का परचम लहराने और सफलता में सक्रिय भागीदारी निभा सकेंगे.
©सुमित सारस्वत


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April 23, 2025

ठेकेदार के भरोसे शहर की 'प्यास' !, अकुशल लेबर से गड़बड़ाई जल वितरण व्यवस्था, पूर्व एईएन ने स्टाफ की कमी पर जताई चिंता - Water Crisis


काल्पनिक चित्र (AI)
✍🏻 सुमित सारस्वत

बीसलपुर लाइन से जुड़े ब्यावर शहर में इन दिनों पेयजल वितरण व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है. कई इलाकों में पेयजल समय पर नहीं आ रहा है तो कई जगह दूषित सप्लाई हो रही है. कुछ इलाकों में लीकेज की शिकायतें भी मिली है. इन सारी समस्याओं से शहर की जनता त्रस्त है.


समस्या के बारे में पड़ताल करने पर विभागीय सूत्रों ने बताया कि पेयजल व्यवस्था बिगड़ने का एक मुख्य कारण दौलतपुरा पंप हाउस की खराब हालत है. यहां लंबे समय से मशीनों का रखरखाव नहीं हुआ. कुछ मशीनें खराब बताते हैं तो कुछ मशीनें दम तोड़ने के कगार हैं. यही कारण है कि जितना प्रेशर चाहिए उतने प्रेशर से सप्लाई नहीं आती. उच्चाधिकारियों से इन मशीनों की जांच करवानी चाहिए. यह भी अंदेशा है कि यदि पंप हाउस पर मशीनों की स्थिति समय रहते नहीं सुधरी तो मई-जून में हालत और अधिक बदतर हो सकते हैं. दूसरा कारण यह मालूम हुआ कि जल वितरण, मेंटिनेंस और लीकेज ठीक करने काम काम ठेके पर दिया हुआ है. इसी लापरवाही की वजह से शिकायतों के बावजूद लंबे समय तक लीकेज ठीक नहीं होते और जनता परेशान है. 


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जल वितरण व्यवस्था चुनौतीपूर्ण

इस मामले में जलदाय विभाग के रिटायर्ड सहायक अभियंता संजीव माथुर ने बताया कि "ब्यावर में जल वितरण व्यवस्था हमेशा से चुनौतीपूर्ण रही है. मेरे समय में 179 कर्मचारी कार्यरत थे और सुपरवाइजरी स्टाफ की कमी थी. इसके बावजूद उस वक्त कामचोर तथा नेता टाइप कर्मचारियों को एडजस्ट करते हुए भी सुपरवाइजरी कार्य हो जाता था. आज की परिस्थिति में स्थिति ज्यादा विकट है. करीब 125 स्टाफ रिटायर हो चुका है. सुपरवाइजरी स्टाफ की भी कमी है. अभी करीब 55 कर्मचारी कार्यरत हैं. इनमें से भी 20-25 स्टाफ रिटायरमेंट के नजदीक है जो 2025 से 2027 के बीच रिटायर होने वाले हैं. ऐसे में जल वितरण और रखरखाव व्यवस्था पूरी तरह ठेकेदार की अकुशल लेबर पर निर्भर है." माथुर ने बताया कि "वर्तमान में सहायक अभियंता अपने 5 कनिष्ठ अभियंता के स्थान पर सिर्फ 1 कनिष्ठ अभियंता से सुपरवाइजरी कार्य करवा रहे हैं. महिला होते हुए भी एईएन का कार्य उच्च कोटि का है और सराहनीय है."


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पेयजल समस्या से आमजन में आक्रोश

हाल ही शहर में पेयजल समस्या को लेकर वार्ड संख्या 45 के क्षेत्रवासियों ने जलदाय विभाग के दफ्तर पर विरोध प्रदर्शन किया. भाजपा नेता निखिल रावत, वीरेंद्र रावत, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल आर्य ने जल वितरण व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी. इस मामले में कांग्रेस नेता अजय शर्मा ने सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि "मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने में सरकार फेल हो रही है. जनता को न तो समय पर पानी मिल रहा है और न ही बिजली. शर्मा ने कहा कि जिला मुख्यालय पर रोजाना जल सप्लाई का नियम है लेकिन स्थानीय प्रशासन अनदेखी कर जनता को परेशान कर रहा है. जब जयपुर और अजमेर जिला मुख्यालय में रोजाना जल सप्लाई हो रही है तो ब्यावर में क्यों नहीं?" इस मामले में हमने सहायक अभियंता से बात करने का प्रयास किया लेकिन संपर्क नहीं हो सका.


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April 20, 2025

दुष्कर्मी महिला को 20 साल की जेल, होटल में 15 साल के लड़के को शराब पिलाकर बनाया था हवस का शिकार

✍ सुमित सारस्वत
मामला चौंकाने वाला है लेकिन हकीकत है. कलयुग में महिलाएं भी 'दुष्कर्म' करने लगी है. हैरान कर देने वाला यह मामला राजस्थान (Rajasthan) का है, जहां एक 40 साल की महिला ने 15 साल के नाबालिग लड़के को अपनी हवस का शिकार बनाया.

शारीरिक संबंध बनाने से पहले लड़के को शराब भी पिलाई. यौन शोषण (Sexually Abused) के इस मामले में अब बूंदी पॉक्सो कोर्ट (Pocso Court) ने महिला को दोषी मानकर 20 साल की सजा सुनाई है. साथ ही 45 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. इस मामले में 17 गवाह और 37 दस्तावेज पेश किए गए थे.

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जानकारी के अनुसार, बूंदी (Bundi) की एक महिला ने 7 नवंबर 2023 को दी रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि 40 साल की महिला ने उसके बेटे का यौन शोषण किया है. अगस्त 2023 में आरोपी महिला लड़के को अपने साथ जयपुर ले गई. वहां एक होटल के रूम में उसे शराब पिलाई और शारीरिक शोषण (Rape) किया. पुलिस ने नाबालिग को जयपुर से बरामद कर मामले की जांच की. लड़के के बयान सुनकर सभी दंग रह गए. लड़के ने आपबीती में महिला की करतूतों का खुलासा किया.

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सांस्कृतिक प्रदेश (Cultural State) राजस्थान का यह मामला सोचने पर मजबूर करने वाला है कि सभ्य समाज किस दिशा की ओर बढ़ रहा है. जिस समाज में बढ़ते अपराधों के बीच बुलंद आवाज में महिला सुरक्षा (Women Safety) की मांग की जा रही हो उसी समाज की महिलाएं अपनी हवस मिटाने के लिए दुष्कर्म जैसे अपराध करने लगी है. इस मामले से जेहन में सवाल हैं कि क्या अब लड़के भी घर के बाहर सुरक्षित नहीं रहेंगे ? क्या अब बेटों को भी सिखाना होगा कि दुष्कर्मी महिलाओं से कैसे बचें ?
©सुमित सारस्वत

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December 17, 2024

राजस्थान सरकार का एक साल पूरा, पीएम मोदी ने दी यह सौगातें - PM Modi in Rajasthan

✍🏻 सुमित सारस्वत
राजस्थान में सीएम भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा (BJP) सरकार का एक साल पूरा हाे गया है. इस मौके पर मंगलवार को राजधानी जयपुर (Jaipur) में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narenda Modi) ने कई सौगात दी. दादिया में आयोजित ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ (Ek Varsh Parinaam Utkarsh) कार्यक्रम में ऊर्जा, सड़क एवं रेलवे से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.



समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि इन परियोजनाओं से राजस्थान के पर्यटन, किसानों और नौजवानों को बहुत फायदा होगा. ये परियोजनाएं राजस्थान में पेयजल की चुनौती का स्थाई समाधान करेंगी और राजस्थान को देश में सबसे बेहतर संपर्क वाले राज्यों में से एक बनाएंगी. इससे राजस्थान में निवेश को बल मिलेगा. रोजगार के कई अवसर बनेंगे.

आधिकारिक बयान के अनुसार, मोदी ने ऊर्जा, सड़क, रेलवे (Railways) और जल (Water) से जुड़ी 46,300 करोड़ रुपए से अधिक की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. 11,000 करोड़ रुपए से अधिक की 9 परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें केंद्र सरकार की 7 और राज्य सरकार की 2 परियोजनाएं शामिल हैं. पीएम ने 35,300 करोड़ रुपए से अधिक की 15 परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिनमें केंद्र सरकार की 9 और राज्य सरकार की 6 परियोजनाएं शामिल हैं.

आधिकारिक बयान के अनुसार, मोदी ने जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया उनमें नवनेरा बैराज, स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन नेटवर्क और परिसंपत्ति प्रबंधन प्रणाली से जुड़ी परियोजनाएं, रेलवे के भीलड़ी-समदड़ी-लूणी-जोधपुर-मेड़ता रोड-डेगाना-रतनगढ़ खंड का विद्युतीकरण शामिल है. अधिकारियों के अनुसार, ये परियोजनाएं लोगों के आवागमन को सुगम बनाने और प्रधानमंत्री के हरित ऊर्जा के दृष्टिकोण के अनुरूप राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेंगी.


प्रधानमंत्री ने 9,400 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से रामगढ़ बैराज और महलपुर बैराज के निर्माण कार्य तथा चंबल नदी पर नहर के माध्यम से नवनेरा बैराज से बीसलपुर बांध और ईसरदा बांध तक पानी पहुंचाने की प्रणाली की आधारशिला रखी. सरकारी कार्यालय भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने, पूगल (बीकानेर) में 2000 मेगावाट के एक सौर पार्क और 1000 मेगावाट के दो चरणों के सौर पार्कों के विकास तथा सैपऊ (धौलपुर) से भरतपुर-डीग-कुम्हेर-नगर-कामाण एवं पहाड़ी तथा चंबल-धौलपुर-भरतपुर तक पेयजल आपूर्ति लाइन के ‘रेट्रोफिटिंग’ (पुरानी या कम कुशल व्यवस्था में बदलाव किए बिना नई, अधिक ऊर्जा कुशल प्रौद्योगिकियों को लगाने की प्रक्रिया) कार्य का भी शिलान्यास किया.

मोदी ने लूणी-समदड़ी-भीलड़ी डबल लाइन, अजमेर-चंदेरिया डबल लाइन और जयपुर-सवाई माधोपुर डबल लाइन रेलवे परियोजना के साथ-साथ अन्य ऊर्जा पारेषण से संबंधित परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया. समारोह में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma), मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav), केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल, केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी, उप उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, दिया कुमारी (Diya Kumari), पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje), बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ (Madan Rahore) समेत कई मंत्री, जनप्रतिनिधि और प्रदेशभर से पहुंचे हजारों लोग मौजूद रहे.


©सुमित सारस्वत

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December 12, 2024

श्री सीमेंट ने तोड़ा किसान का घर, कंपनी की तानाशाही के खिलाफ प्रदर्शन - Farmers protest against Shree Cement

✍🏻 सुमित सारस्वत
श्री सीमेंट कंपनी एक बार फिर विवादों में है. इस बार कंपनी पर किसानों के घर तोड़ने का गंभीर आराेप लगा है. मुआवजा नहीं मिलने पर एक किसान ने कंपनी के प्रवेश द्वार पर आत्मदाह का प्रयास किया. बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद लाेगों ने श्री सीमेंट (Shree Cement) कंपनी पर तानाशाही करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया.

किसान विद्याधर ने दो दिन पहले इच्छा मृत्यु के लिए एसडीएम और कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी दिया था. इत्तला मिलने पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) भी मौके पर पहुंचे और कंपनी की मनमानी के खिलाफ गेट पर चढ़ गए. गुढ़ा ने किसान का समर्थन करते हुए जमीन का मुआवजा मांगा. मामला झुंझुनूं (Jhunjhunu) के नवलगढ़ (Nawalgarh) का है.

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प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कंपनी प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने आरोप लगाया कि श्री सीमेंट कंपनी ने नियमों को ताक में रखकर नवलगढ़ में प्लांट लगाया है. कंपनी के पास पॉल्यूशन की एनओसी नहीं है. बिना बाउंड्री के माइनिंग और ब्लास्टिंग कर रहे हैं. ब्लास्टिंग से कोई भी हादसा हो सकता है, कोई मर सकता है. गुढ़ा ने दावा किया कि उनके पास कंपनी की 50 कमियां हैं. प्रशासन चोरों की रखवाली कर रहा है. किसान परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है और प्रशासनिक अधिकारी कंपनी की पैरवी कर रहे हैं.

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प्रदर्शन के दौरान मौके पर मौजूद एक ग्रामीण ने बताया कि करीब एक महीने पहले श्री सीमेंट कंपनी प्रबंधन ने किसान का घर ताेड़कर उसे बेघर कर दिया. किसान के बच्चे छोटे हैं और वाइफ प्रेगनेंट है. एक अन्य ग्रामीण ने आरोप लगाया कि कंपनी ने बीते 2-3 साल में कई किसानों के घर तोड़ दिए. खेत उजाड़ दिए. अभी उनके पास रहने को छत नहीं है. न कंपनी सुनवाई कर रही है और न ही प्रशासन ने सुध ली है. कंपनी ने इलाके का पर्यावरण संतुलन बिगाड़ दिया है. किसानों (Farmers) की मांग है कि उन्हें जमीन का उचित मुआवजा मिलना चाहिए. साथ ही बेघर हुए परिवार के किसी एक सदस्य को कंपनी में रोजगार दिया जाए.

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इस मामले में कंपनी के यूनिट हैड एचसी गुप्ता ने मीडिया को बताया कि प्रभावित किसानों को 26 लाख रुपए प्रति बीघा का मुआवजा निर्धारित किया गया, वह देने को तैयार हैं. आश्वासन के बाद किसानों ने कंपनी को सात दिन का अल्टीमेटम और चेतावनी दी है कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करेंगे. अब देखना रोचक होगा कि उत्तर भारत की बड़ी कंपनी किसान के आगे झुकेगी या फिर आंदोलन (Farmers Protest) उग्र होगा. ©सुमित सारस्वत

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November 27, 2024

अजमेर दरगाह में संकटमोचन शिव मंदिर !, कोर्ट ने याचिका मंजूर कर दरगाह कमेटी व अन्य को भेजा नोटिस, जानें क्या है पूरा मामला - Ajmer Dargah Case

✍🏻 सुमित सारस्वत
ज्ञानवापी (Gyanvapi Mosque) और ताजमहल (Tajmahal) के बाद अब अजमेर की विश्व विख्यात ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा किया गया है. हिंदू सेना (Hindu Sena) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कोर्ट में याचिका दायर कर अजमेर दरगाह (Ajmer Dargah) में संकटमोचन महादेव मंदिर होने का दावा किया है. जिसे अजमेर सिविल न्यायालय पश्चिम ने स्वीकार करते हुए सुनने योग्य माना है. कोर्ट ने अल्पसंख्यक मंत्रालय, दरगाह कमेटी अजमेर और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) को नोटिस देकर पक्ष रखने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होगी.

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दरगाह पक्ष की तरफ से आई प्रतिक्रिया
अजमेर शरीफ दरगाह (Ajmer Sharif Dargah) के खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने इस मामले पर मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कभी बाबरी मस्जिद, कभी मथुरा, कभी काशी, कहीं मस्जिदें शहीद की जा रही है, कहीं मॉब लिचिंग, यह एक एजेंडे के तहत बीते 10 साल से हो रहा है. 800 साल पुरानी अजमेर दरगाह में हर देश, हर धर्म के करोड़ों लोग आते हैं. अभी जनवरी के पहले सप्ताह से 813वां उर्स (Ajmer Urs 813) शुरू होगा. इससे पहले सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश हुई है, हालांकि यह कोशिश सफल नहीं होगी.
©सुमित सारस्वत

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November 21, 2024

नजर चूकी और माल पराया, शादियों में चोरियां कर रही ‘बैंड बाजा बारात' गैंग, राजस्थान के इन दो शहरों में हुई वारदात - Theft in Wedding

✍🏻 सुमित सारस्वत
आधुनिकता की चकाचाैंध के बीच अब शादियों में चोरी की वारदातें बढ़ने लगी है. ‘बैंड बाजा बारात' गैंग के गुर्गे नकली मेहमान बनकर शादियों में पहुंचते हैं और मौका देखते ही माल पर हाथ साफ कर देते हैं. शादी में परिवार वालों की नजर चूकी और माल पराया हो जाता है. शादियों की सीजन के बीच गुरुवार को राजस्थान (Rajasthan) के दो शहरों में चोरी के मामले सामने आए, जहां बदमाशों ने शादियों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया और गहने व कैश से भरा बैग लेकर फरार हो गए. अब पुलिस मैरिज गार्डन में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश में जुटी है.

सगाई से पहले 13 लाख के गहने चोरी
राजधानी जयपुर (Jaipur) में हाइवे स्थित मिरेकल मैरिज गार्डन में झोटवाड़ा निवासी श्रवण चौधरी के बेटे की सगाई समारोह का प्रोग्राम हो रहा था. इस दौरान स्टेज पर जाने के लिए उनकी बेटी हाथ में लगा बैग रिश्तेदार महिला के पास रखकर चली गई. तभी दो बदमाश आए और नजर बचाकर कुर्सी के पास रखा बैग चुराकर ले गए. कुछ देर बाद जब लड़की लौटी तो बैग चोरी होने का पता चला. गहने-कैश का बैग चोरी की सूचना पर हरमाड़ा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, बैग में 13 लाख रुपए के गहने और 8 हजार रुपए रखे थे. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फरार चोरों की तलाश जारी है.

मायरा भरने से पहले लाखों की चोरी
ब्यावर (Beawar) के राधाकुंज गार्डन में शादी (Marriage) के बीच हल्दी की रस्म के दौरान एक चोर गहनों और कैश से भरा बैग लेकर फरार हो गया. पीड़ित सुरेश वैष्णव अपने भांजे की शादी के लिए मायरा भरने आए थे. वैष्णव विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष हैं. शादी में चोरी की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और परिवार वालों से वारदात की जानकारी लेकर सीसीटीवी फुटेज खंगाले. वीडियो में एक चोर बैग चुराकर भागता दिख रहा है. धर्मीचंद वैष्णव की ओर से दी शिकायत के मुताबिक, बैग में 15 तोला स्वर्ण आभूषण और 5 लाख रुपए थे. ब्यावर में चोरी की ऐसी ही वारदात केसरीनंदन गार्डन में सीताराम शर्मा के पुत्र की शादी में हुई थी.

चोरी में नाबालिगों का इस्तेमाल
गुरुवार को ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच ने ‘बैंड बाजा बारात’ गैंग का पर्दाफाश किया है, जो शादियों में चोरी करने के लिए मशहूर थी. यह गैंग महिलाओं और बच्चों का इस्तेमाल करती थी. क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर संजय भाटिया ने मीडिया को बताया कि गैंग के लोग महिलाओं और बच्चों का कॉन्ट्रैक्ट कर उन्हें बाकायदा ट्रेनिंग देते थे. इसके बाद शादियों के मौसम में किराए पर कमरा लेकर चोरी को अंजाम देते. गैंग पहले शादी में परिवार वालों की पहचान करती, फिर ऐसे बैग को टारगेट करती जिसमें कैश या जेवरात होने की संभावना होती. बैग चोरी करने के बाद इसे तुरंत दूसरे सदस्य को पास किया जाता. यह बैग तीन-चार लोगों के जरिए रेलवे स्टेशन तक पहुंचता और वहां से ट्रेन के जरिए गांव भेज दिया जाता.
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August 23, 2024

पीएम मोदी और चीफ जस्टिस 25 अगस्त को आएंगे राजस्थान, जानिए क्या है वजह? - PM Modi in Rajasthan

PM Modi in Jodhpur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 25 अगस्त को राजस्थान आएंगे. वे यहां जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट स्थापना के प्लेटिनम जुबली समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे. राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े विशिष्ट अतिथि और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ अध्यक्ष होंगे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma), विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजीव खन्ना, न्यायाधीश पंकज मित्थल, न्यायाधीश संदीप मेहता समेत कई न्यायाधीश शामिल होंगे.

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पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट
पीएम नरेंद्र मोदी रविवार शाम 4 बजे जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे. वहां से उनका काफिला झालामंड स्थित हाईकोर्ट परिसर के कार्यक्रम स्थल पहुंचेगा. पीएम मोदी करीब दो घंटे रूकेंगे. उनके दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट है. सुरक्षा के मद्देनजर ड्रोन पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं, पीएम के स्वागत की तैयारियां भी जारी है. शहर में जगह-जगह स्वागत द्वार और होर्डिंग्स लगाए जाएंगे. ©सुमित सारस्वत

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June 9, 2024

PM Modi Oath Ceremony: मोदी मंत्रिमंडल में राजस्थान का दबदबा, पीएम मोदी के साथ इन 5 मंत्रियों ने ली शपथ

✍ सुमित सारस्वत
PM Modi Swearing-In Ceremony: रविवार की शाम राष्ट्रपति भवन में भारत की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने तीसरी बार पीएम पद के लिए शपथ ली. इनके साथ केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की. राजस्थान के अलवर से भूपेंद्र यादव, जोधपुर से गजेंद्र सिंह शेखावत, बीकानेर से अर्जुनराम मेघवाल को मंत्रिमंडल में शामिल किया है. अजमेर से भागीरथ चौधरी राज्यमंत्री के रूप में पहली बार मंत्री बने हैं. इनके साथ ही जोधपुर में जन्मे अश्विनी वैष्णव को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया है. मोदी मंत्रिमंडल में इस बार राजस्थान (Rajasthan) से जुड़े 5 सांसदों के मंत्री पद की शपथ लेने से प्रदेश का दबदबा बढ़ा है.

बीकानेर (Bikaner) से अर्जुनराम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) चौथी बार सांसद बने हैं. 70 वर्षीय मेघवाल ने कांग्रेस के गोविंदराम को 55,711 वोट से हराया है. पिछली सरकार में कानून एवं न्याय मंत्री, संस्कृति एवं संसदीय कार्यमंत्री रहे. बीजेपी में दलित समाज के प्रमुख नेता हैं.

जोधपुर (Jodhpur) से गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Shekhawat) तीसरी बार सांसद बने हैं. 56 वर्षीय शेखावत ने कांग्रेस के करण सिंह को 1,14,750 मत से हराया है. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) को हराने पर इन्हें मंत्री पद की सौगात मिली थी. पिछली सरकार में जल शक्ति मंत्री के रूप में बखूबी काम किया था. बीजेपी में राजपूत समाज के प्रमुख नेता हैं.

अलवर (Alwar) से सांसद भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) को संगठन में बेहतरीन काम करने पर फिर से मंत्री पद की सौगात मिली है. कई राज्यों में प्रभारी रहे 56 वर्षीय यादव ने कांग्रेस के ललित यादव को 48,282 वोट से हराया. पिछली सरकार में श्रम एवं राेजगार मंत्रालय का जिम्मा संभाला था.

अजमेर (Ajmer) से भागीरथ चौधरी (Bhagirath Choudhary) दूसरी बार सांसद बने हैं. 69 वर्षीय चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी व डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी को 3,29,991 मत से हराया. वर्तमान में बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हैं. किशनगढ़ से दो बार विधायक भी रहे हैं. अब इन्हें पहली बार बतौर राज्यमंत्री केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया है. राजस्थान में जाट समाज के प्रमुख नेता हैं.

अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) का जन्म राजस्थान के जोधपुर जिले में हुआ था. उनकी शिक्षा भी जोधपुर से ही हुई. आईएएस रहे वैष्णव अभी उड़ीसा (Odisha) से सांसद हैं. पिछली सरकार में वैष्णव ने रेल मंत्री के रूप में रेल मंत्रालय का काम संभाला था. उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाली. एक बेहतरीन मंत्री के रूप में लोगों ने उनके काम को बखूबी सराहा था. यही वजह रही कि उन्हें फिर से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया है.
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December 6, 2023

Rajasthan CM Name: कौन बनेगा राजस्थान सीएम ? जानें बीजेपी नेता के वायरल पत्र की सच्चाई

सुमित सारस्वत

Rajasthan CM Update: राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2023) में बहुमत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री का चयन करना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. चुनाव परिणाम के साथ चार दिन बीत जाने के बाद भी अब तक सीएम का नाम तय नहीं हुआ है. इस बीच सोशल मीडिया पर बीजेपी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी का सियासी पत्र वायरल हो रहा है. इस पत्र में राजस्थान के लिए एक मुख्यमंत्री व दो उप मुख्यमंत्री के नाम लिखे हैं. आपको बताते हैं कि इस वायरल पत्र की सच्चाई क्या है..

सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहे पत्र की सच्चाई जानने के लिए पार्टी स्तर पर पता किया तो कहीं इस पत्र की पुष्टि नहीं हुई. पता लगा कि अभी मुख्यमंत्री के नाम को लेकर पार्टी नेता मंथन कर रहे हैं. इसके बाद बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. नाम तय होने के बाद पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे. यह पर्यवेक्षक बीजेपी विधायक दल की बैठक लेंगे. उस बैठक में प्रस्ताव रखकर सीएम के नाम पर चर्चा होगी. भाजपा विधायक (BJP MLA) सर्वसम्मति से सीएम (Chief Minister of Rajasthan) का चयन करेंगे.

एक दर्जन से ज्यादा नेताओं के नाम
आपको बता दें कि अभी बीजेपी (BJP) में राजस्थान के लिए एक दर्जन से ज्यादा नेताओं के नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं. इनमें महंत और महिलाओं के नाम भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री बनने के लिए नेताओं के समर्थक सोशल मीडिया पर मांग भी उठा रहे हैं. संभवत: बीजेपी नेता के नाम से यह पत्र भी अज्ञात शख्स ने एडिट कर वायरल किया होगा. इस बात से यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पत्र सही नहीं है.

सीएम के नए चेहरों की चर्चा
सियासी सूत्रों की मानें तो इस बार बीजेपी राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को मुख्यमंत्री बना सकती है. बताया जा रहा है कि गैर-विधायक को भी सीएम बना सकते हैं. यदि ऐसा होता है तो मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुधंरा राजे (Vasundhara Raje) को सूबे का मुखिया बनने का मौका नहीं मिलेगा.
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November 24, 2023

Rajasthan Elections 2023: यहां पहली बार होगा मतदान, सबसे ऊंचे मतदान केंद्र पहुंची पोलिंग टीम

शेरगांव के लिए रवाना होते मतदान दल सदस्य.


✍ सुमित सारस्वत
राजस्थान विधानसभा चुनाव की सभी तैयारियां पूरी है. हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके, इसलिए निर्वाचन विभाग ने दुर्गम इलाकों में भी मतदान केंद्र बनाए हैं. कल 25 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए मतदान दल प्रदेश के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र शेरगांव तक पहुंच गया है.

आज नवीन भवन विद्यालय में प्रशिक्षण के बाद यह दल सबसे पहले हुआ रवाना हुआ. गुरुशिखर से करीब 17 किलोमीटर पैदल चलकर यह मतदान दल शेरगांव पहुंचा. यहां बने पोलिंग बूथ पर 118 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. निर्वाचन विभाग ने पहली बार यहां पोलिंग बूथ बनाया है. इससे पहले शेरगांव के मतदाता 10 किलोमीटर पैदल चलकर उतरज में मतदान करते थे.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने मीडिया को बताया कि सिरोही जिले के आबू-पिंडवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 4921 फुट की ऊंचाई पर स्थित शेरगांव के वोटर पहली बार अपने ही गांव में वोटिंग कर सकेंगे. मतदान टीम फोरेस्ट गार्ड की मदद से घने जंगल में करीब 17 किलोमीटर तक पगडंडियों पर पैदल चलकर इस मतदान केंद्र तक पहुंची है.
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August 24, 2023

चुनावी साल में देंगे कौमी एकता का संदेश, जानें क्या है बागावास की सद्भावना वाहन रैली के मायने ? - Sadbhavna Rally



✍ सुमित सारस्वत
चुनावी साल में जनता के बीच एक्टिव रहने वाले इन्दर सिंह बागावास आगामी 27 अगस्त को ब्यावर में सद्भावना वाहन रैली निकालेंगे. यह रैली रविवार को सुबह 10 बजे मिशन ग्राउंड से प्रारंभ होगी. खास बात है इस रैली में सभी धर्मों के लोग शामिल होंगे. इसकी वजह है कि बागावास हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों का सम्मान और समर्थन करते हैं. वे मोहर्रम जुलूस में मुसलमानों के लिए छबील लगाते हैं और गुरुद्वारा जाकर सिखों के साथ लंगर छकते हैं. हिंदुओं के आयोजन में भी अग्रिम पंक्ति में दिखते हैं. सामाजिक एकता का एक उदाहरण यह भी है कि राजपूत नेता बागावास के प्रचार-प्रसार की कमान माली नेताओं ने संभाल रखी है.
 
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कहने को तो यह रैली वीर क्रांतिकारी शहीदों तथा महापुरूषों के सम्मान में निकाली जा रही है लेकिन लोगों के बीच चर्चा है कि बागावास इस बड़ी रैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेंगे. इसके लिए वे स्वयं ग्राउंड जीरो पर तैयारियों में जुटे हैं. जनसंपर्क कर विभिन्न संगठनों से समर्थन जुटा रहे हैं. साेशल मीडिया पर भी ऑडियो-वीडियो तकनीक के जरिए प्रचार कर रहे हैं. शहीदों को श्रद्धांजलि देने की बात कहकर लोगों को बुला रहे हैं. गौर करने वाली बात है कि उन्होंने अपने प्रचार में नाम के साथ किसी संगठन या संस्था का कोई पद नहीं लिखा है. वे सामान्य शहरवासी, सामाजिक कार्यकर्ता या नेता के रूप में आयोजन कर रहे हैं, यह रैली से ही स्पष्ट होगा. पोस्टर-बैनर में 'अपराध मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त ब्यावर' जरूर लिखा है.
©SumitSaraswatSP
 
 
सद्भावना रैली में शामिल होंगी झांकियां
सद्भावना वाहन रैली में अमर जवान ज्योति, भारत माता, काकोरी कांड, शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, मंगल पांडे, राजू रावत, भीमराव अंबेडकर, मातादीन वाल्मीकि, राजेंद्र लाहिड़ी, हेमू कालानी, मायाराम फुलवारी, दामोदर राठी, परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह भाटी, मेजर दलपत सिंह, हवलदार अब्दुल हमीद, मेजर होशियार सिंह, मिसाइल मैन अब्दुल कलाम, वीर सावरकर व अन्य वीरों की झांकियां शामिल होंगी.
 
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इन मार्गों से गुजरेगी वाहन रैली
सद्भावना वाहन रैली मिशन ग्राउंड से शुरू होकर भगत चौराहा, डाकघर तिराहा, अजमेरी गेट, भारत माता सर्किल, सिटी डिस्पेंसरी, समता भवन मार्ग, मालियान चौपड़, शाहपुरा मोहल्ला, चांग गेट, अंबेडकर सर्किल, गांधी सर्किल, पाली बाजार, भारत माता सर्किल होते हुए सुभाष उद्यान पहुंचेगी.
-सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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August 19, 2023

World Photography Day: जयपुर में छाए ब्यावर के यह मेले, राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में इन तस्वीरों की चर्चा



विश्व फोटोग्राफी दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय फोटो प्रदर्शनी में ब्यावर के मेले छाए हैं. राजधानी जयपुर के जवाहर कला केंद्र में राजस्थान फोटो फेस्टिवल के तहत तीन दिवसीय नजर फोटो एग्जिबिशन लगी है. जिसमें ब्यावर के इंटरनेशनल जर्नलिस्ट सुमित सारस्वत और मुख्यमंत्री के छायाकार अमित सारस्वत की चार तस्वीरें प्रदर्शित की है. जिनमें ब्यावर का ऐतिहासिक बादशाह मेला, कोड़ामार होली, मतदान महोत्सव शामिल है. इनके अलावा सारस्वत की उदयपुर कर्फ्यू के दौरान ली गई महिलाओं की मार्मिक तस्वीर भी विजिटर्स के बीच चर्चा में है.

जयपुर फोटो प्रदर्शनी में इंटरनेशनल जर्नलिस्ट सुमित सारस्वत की तस्वीरों को निहारती विजिटर्स.

एग्जीबिशन संरक्षक रेणुका कुमावत ने बताया कि इस फोटो प्रदर्शनी में 200 से अधिक छायाकारों ने भाग लिया है और 330 से अधिक तस्वीरें प्रदर्शित की है. इसमें फोटोजर्नलिस्ट, फैशन फोटोग्राफर, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर और स्ट्रीट फोटोग्राफर्स की तस्वीरें शामिल हैं.

जयपुर फोटो प्रदर्शनी में सीएम फोटोग्राफर अमित सारस्वत की तस्वीरों को निहारती विजिटर्स.

राज्यपाल कलराज मिश्र व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फोटो प्रदर्शनी की सराहना की है. ब्यावर के नागरिक भी इस प्रदर्शनी को देखने पहुंच रहे हैं. यह प्रदर्शनी जयपुर कला केंद्र में 18 अगस्त से 20 अगस्त तक लगी है. -सुमित सारस्वत

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August 14, 2023

सीएम अशोक गहलोत का संवेदनशील फैसला, कोरोना से अनाथ बालक-बालिकाओं को वयस्क होने पर मिलेगी सरकारी नौकरी

 


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक संवेदनशील फैसला किया है. राजस्थान सरकार कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बालक-बालिकाओं को वयस्क होने पर अनुकंपात्मक नियुक्ति देगी. सीएम गहलोत ने इसके लिए विभिन्न सेवा नियमों में संशोधन के प्रस्ताव को प्रशासनिक स्वीकृति दी है.

कार्मिक विभाग के प्रस्ताव अनुसार अनाथ हुए बालक-बालिकाओं को वयस्क होने पर पे मैट्रिक्स एल-9 में नियुक्ति दी जाएगी. वह अनाथ बालक/बालिका नियुक्ति प्राप्त कर सकेंगे, जिनके जैविक अथवा दत्तक ग्रहण करने वाले माता-पिता की मृत्यु कोरोना के कारण 31 मार्च, 2023 अथवा इससे पूर्व हुई हो. ऐसे अनाथ बालक/बालिका को भी नियुक्ति दी जाएगी जिनके माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु पूर्व में हो चुकी हो तथा दूसरे की मृत्यु कोरोना के कारण 31 मार्च 2023 या उससे पूर्व हुई हो और अनाथ होने के समय जिसकी आयु 18 वर्ष से अधिक नहीं हो.

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प्रस्ताव में अनाथ के माता-पिता की मृत्यु की अंतिम दिनांक मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना-2021 में प्रावधित 15 अक्टूबर, 2022 से विस्तारित करते हुए 31 मार्च, 2023 की गई है. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने बजट वर्ष 2023-24 में कोरोना के कारण अनाथ हुए बालक-बालिकाओं को वयस्क होने पर सरकारी नौकरी दिए जाने की घोषणा की थी. -सुमित सारस्वत


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