सड़क पर भक्तों की लंबी कतार, हाथों में ध्वज निशान, लखदातार के जयकारे, भजनों पर झूमते श्रद्वालु और बाबा श्याम का रथ। यह नजारा दिखा खाटू नगरी में। जहां ब्यावर से पहली बार 250 किलोमीटर की पदयात्रा कर भक्त पहुंचे। पालकी में सवार होकर दरबार में पहुंची बाबा श्याम की सवारी और भक्तों का सैलाब देखने वालों का मन मोह रहा था। खाटूनगरी लखदातार के जयकाराें से गुंजायमान हो गई।
सुमित सारस्वत ने बताया कि कलयुग अवतारी बाबा श्याम के विश्व विख्यात खाटूधाम में ब्यावर (Beawar) के भक्तों का सैलाब उमड़ा। शहर के 500 से ज्यादा श्रद्वालु हर्षोल्लास से झूमते हुए बाबा श्याम (Khatu Shyam Baba) के दरबार में पहुंचे और निशान अर्पित कर सामूहिक दर्शन किया। बाबा से ब्यावर जिले के विकास और सुख-समृद्धि की कामना की। यह यात्रा गत 17 दिसंबर को संयोजक राजेंद्र सिंह राठौड़, मयंक सिंहल, यश सोलंकी व श्याम सिंह निर्वाण के नेतृत्व में ब्यावर के श्री श्याम मंदिर (Shyam Mandir) से प्रारंभ हुई थी। यहां से अजमेर, किशनगढ़, दूदू, जयपुर, हरमाड़ा, चौमूं होते हुए रिंगस पहुंची। 80 पदयात्रियों से शुरू हुई इस पदयात्रा ने जब रिंगस से प्रस्थान किया तो ब्यावर के 500 से ज्यादा श्रद्वालु (Devotees) इसमें शामिल हुए।
पालकी में लखदातार के दरबार पहुंचे प्रभु श्याम
रिंगस के प्राचीन श्याम मंदिर में पंडित विकास शास्त्री व मनोज शर्मा ने भक्तों को पूजा-अर्चना करवाई और भगवान की आरती की। इसके बाद श्रद्वालु गाजे-बाजे के साथ झूमते हुए खाटू की तरफ बढ़े। दिल्ली (Delhi) से मंगवाए गए विशेष सतरंगी फूलों से सजा बाबा का रथ भी यात्रा में भक्तों के साथ शामिल रहा। मार्ग में जगह-जगह आमजन ने शीश के दानी का पूजन कर यात्रियों का स्वागत किया। खाटू (Khatu) के ताेरण द्वार पहुंचने पर बाबा की आरती की। इसके बाद आतिशबाजी के बीच श्याम प्रभु को फूलों से सजी पालकी में लेकर खाटू की गलियों से गुजरे तो लोग ठहर गए। देशभर से धार्मिक नगरी में पहुंचे भक्त बाबा की झलक पाने को बेताब दिखाई दिए। अधिकांश भक्तों ने इस सुंदर नजारे को अपने मोबाइल कैमरे में भी कैद किया। जैसे ही यह पालकी मंदिर परिसर में पहुंची तो चारों तरफ जयकारे गूंजने लगे। कुछ पल के लिए पालकी में सवार ब्यावर के बाबा का खाटू नरेश (Khatu Naresh) से मिलन हुआ। मंदिर में मौजूद भक्तों को यह दुर्लभ नजारा देखने का सौभाग्य मिला।पदयात्रा में बच्चे भी हुए शामिल
इस पदयात्रा में 7 वर्षीय शुभम सोनी, 10 वर्षीय धैर्यवर्धन सोनी, 11 वर्षीय विदिक शर्मा, 11 वर्षीय राहुल सोनी, 14 वर्षीय अनन्या सक्सेना समेत कई बच्चे भी शामिल हुए। इन बच्चों ने हाथों में निशान लेकर रिंगस से खाटू की पदयात्रा की। दिल्ली से सिमरन कौर, जयपुर से साक्षी सिंहल, तनुज सिंहल, निक्की लोहिया, बीकानेर से चिराग गोयल, जिज्ञासा गोयल समेत कई अन्य स्थानों के भक्त भी शामिल हुए। निशांत मंगल, विजय मंडोरा, हर्ष गर्ग, पवन सोनी, हर्षल चौहान, निर्मल सिंह, अंकित शर्मा ने सेवाएं दी। ©सुमित सारस्वत
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