Thinker, Writer, Anchor

November 24, 2023

Rajasthan Elections 2023: यहां पहली बार होगा मतदान, सबसे ऊंचे मतदान केंद्र पहुंची पोलिंग टीम

शेरगांव के लिए रवाना होते मतदान दल सदस्य.


✍ सुमित सारस्वत
राजस्थान विधानसभा चुनाव की सभी तैयारियां पूरी है. हर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके, इसलिए निर्वाचन विभाग ने दुर्गम इलाकों में भी मतदान केंद्र बनाए हैं. कल 25 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए मतदान दल प्रदेश के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र शेरगांव तक पहुंच गया है.

आज नवीन भवन विद्यालय में प्रशिक्षण के बाद यह दल सबसे पहले हुआ रवाना हुआ. गुरुशिखर से करीब 17 किलोमीटर पैदल चलकर यह मतदान दल शेरगांव पहुंचा. यहां बने पोलिंग बूथ पर 118 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. निर्वाचन विभाग ने पहली बार यहां पोलिंग बूथ बनाया है. इससे पहले शेरगांव के मतदाता 10 किलोमीटर पैदल चलकर उतरज में मतदान करते थे.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने मीडिया को बताया कि सिरोही जिले के आबू-पिंडवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 4921 फुट की ऊंचाई पर स्थित शेरगांव के वोटर पहली बार अपने ही गांव में वोटिंग कर सकेंगे. मतदान टीम फोरेस्ट गार्ड की मदद से घने जंगल में करीब 17 किलोमीटर तक पगडंडियों पर पैदल चलकर इस मतदान केंद्र तक पहुंची है.
©सुमित सारस्वत


यह भी पढ़ें- दास्तान-ए-आशिकी, जुबान-ए-इश्क


Sumit Saraswat
 
available on :
Share:

November 14, 2023

भाई दूज पर राम की नगरी अयोध्या में क्यों होती है यमराज की पूजा ? जानें यह खास वजह - Yam Puja on Bhai Dooj in Ayodhya

 


सुमित सारस्वत
जन-जन के आराध्य प्रभु श्री राम (Lord Ram) की नगरी में एक दिन यमराज की पूजा भी होती है. काल के देवता कहलाने वाले यमराज की पूजा के लिए विश्व विख्यात धार्मिक नगरी अयोध्या (Ayodhya) में मेला लगता है. हिंदुओं के सबसे बड़े दीपावली महापर्व (Deepwali Festival) पर यह पूजा की जाती है.

कार्तिक शुक्ल मास में दीपावली के तीसरे दिन यम द्वितीया (भाई दूज) के मौके पर अयोध्या के जमथरा घाट (Jamthara Ghat) पर मेला लगता है. बड़ी संख्या में श्रद्वालु यहां यमराज की तपोस्थली पर पूजा करने के लिए पहुंचते हैं. खुद को भयमुक्त रखने और दीर्घायु के लिए यमदेव से प्रार्थना करते हैं.


यह भी पढ़ें- योगी और मोदी बावा हैं


भाई के लिए बहनें रखती हैं व्रत
यम पूजा (Yam Puja) के लिए अलसुबह ही श्रद्वालु घाट पर पहुंच जाते हैं. पवित्र सरयू नदी (Saryu River) में स्नान के बाद यमदेव की पूजा करते हैं. भाई दूज (Bhai Dooj) के अवसर पर बहनें व्रत रखकर अपने भाई के कल्याण और दीर्घायु होने की कामना भी करती हैं.


यह भी पढ़ें- दीपावली पर पटाखों से गई जान


यह है प्राचीन मान्यता
अवध में प्रचलित पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यमराज ने इस तपोस्थली को माता सीता से प्राप्त किया था. मान्यता यह भी है कि यम देव की पूजा-अर्चना करने वालों को मृत्यु का भय नहीं होता. यही वजह है कि जमथरा घाट पर यमराज महाराज की पूजा अर्चना करते हैं. बरसों से यहां यम द्वितीया का मेला लगता है. देशभर से बड़ी संख्या में आस्थावान यम पूजा के लिए इस मेले में आते हैं.
©सुमित सारस्वत


यह भी पढ़ें- दास्तान-ए-आशिकी, जुबान-ए-इश्क


Sumit Saraswat
 
available on :



Share:

November 8, 2023

आज अयोध्या क्यों जा रहे हैं योगी आदित्यनाथ ? पढ़ें पूरी जानकारी - Yogi Adityanath In Ayodhya


✍ सुमित सारस्वत
विश्व विख्यात रामनगरी अयोध्या के लिए आज 9 नवंबर का दिन खास है. 11 नवंबर को होने वाले भव्य दीपोत्सव से पहले आज यहां योगी सरकार की कैबिनेट बैठक होगी. उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. रामकथा पार्क में उनका विमान उतरेगा. यहां से इलेक्ट्रिक बस में सवार होकर हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे. वहां मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ संकटमोचन हनुमान का दर्शन व पूजन करेंगे. जन्मभूमि मंदिर पहुंचकर भगवान रामलला का दर्शन पूजन करेंगे. इसके बाद निर्माणाधीन मंदिर का जायजा लेंगे. आगामी 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे. दर्शन पूजन के बाद योगी कैबिनेट की बैठक होगी.

यह भी पढ़ें- योगी और मोदी बावा हैं

सीएम योगी दोपहर 12 बजे अंतर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में बैठक करेंगे. सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे. बैठक में दीपोत्सव समेत कई प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. कैबिनेट की बैठक लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी राम कथा पार्क में जाएंगे. वहां मीडिया को कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देंगे. योगी सरकार की बैठक के लिए रामकथा पार्क और राम कथा संग्रहालय को सजाया है.

यह भी पढ़ें- क्यों बढ़ी इन पेरेंट्स की चिंता?

9 नवंबर अयोध्या के लिए खास
आपको बता दें कि अयोध्या के लिए 9 नवंबर का दिन बेहद खास है. 9 नवंबर 1979 को रामलला के सम्मान में पहला आधार रखा था. बाबरी मस्जिद राम मंदिर प्रकरण का फैसला भी 9 नवंबर 2019 को हुआ था. अब एक बार फिर 9 नवंबर को कैबिनेट की बैठक होने जा रही है.
©सुमित सारस्वत

यह भी पढ़ें- दास्तान-ए-आशिकी, जुबान-ए-इश्क

Sumit Saraswat available on :
Share:

November 7, 2023

पटाखों से गई विवाहिता की जान, दीपावली पूर्व ब्यावर में भीषण आगजनी - Massive Fire in Rajasthan on Diwali

✍ सुमित सारस्वत
दीपावली पर पटाखे जानलेवा हैं. इन्हीं पटाखों की वजह से राजस्थान के ब्यावर में आज बुधवार तड़के एक युवा महिला ने जान गंवा दी. यहां नेहरु गेट इलाके के एक रिहायशी मकान में आगजनी की भीषण घटना ने सनसनी फैला दी. हादसे के बाद दमकल ने मौके पर पहुंच आग पर काबू पाया. प्रशासनिक अधिकारियों ने मौका मुआयना किया.
जानकारी के मुताबिक, ब्यावर के नेहरु गेट इलाके में रहने वाले राजेंद्र माली अपने रिहायशी मकान में पटाखे का कारोबार करते हैं. इसके लिए प्रशासन ने लाइसेंस दिया है. सरकारी अनुमति के बाद ही वे अपने मकान के बाहर दुकान लगाकर पटाखों की बिक्री कर रहे थे. मकान के अंदर ही गोदाम बना रखा है. मंगलवार तड़के करीब चार बजे राजेंद्र अपने परिवार के साथ पटाखे पैक कर रहे थे. इस दौरान अचानक आग लग जाने से मकान धूं-धूं कर जलने लगा. राजेंद्र का पूरा परिवार घबराकर घर से बाहर निकला. मकान में रखे पटाखे फूटने पर हुए धमाकों से इलाका दहल गया. क्षेत्र के लोग नींद से जागकर घरों से बाहर निकल आए. क्षेत्र में दहशत के साथ अफरा-तफरी मच गई.

यह भी पढ़ें- सुसाइड के मामलों ने बढ़ाई पेरेंट्स की चिंता

घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी
इत्तला मिलते ही दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे. दमकल के दो वाहन ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. प्रत्यक्षदर्शी अश्विनी प्रजापति ने बताया कि हादसे में मकान मालिक राजेंद्र की विवाहिता पुत्री डिंपल सांखला की मौत हो गई. विवाहिता की उम्र करीब 27 वर्ष बताई है. भीषण आगजनी की सूचना पर जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह, एसपी नरेंद्र सिंह, एसडीएम मृदुल सिंह भी घटनास्थल का जायजा लेने मय टीम मौके पर पहुंचे.

यह भी पढ़ें- भगवान तू जालिम क्यों बन गया!

'काल' ने रोका पीहर में
पीड़ित परिवार के मित्र अश्विनी ने बताया कि राजेंद्र की पुत्री डिंपल सांखला शादीशुदा है और उनके दो साल की पुत्री है. डिंपल का पीहर निकट ही कृष्णा कॉलोनी क्षेत्र में है, इसलिए वे अपने पिता के काम में मदद करने के लिए आ जाती थी. रोजाना शाम तक घर लौट जाती थी लेकिन सोमवार रात देर हो जाने पर पीहर में ही रूक गई. आग लगने के बाद परिवार के साथ डिंपल भी सुरक्षित घर से बाहर निकल गई थी लेकिन उसका मोबाइल अंदर ही रह गया. वो मोबाइल लाने के अंदर दौड़ी लेकिन 'काल' ने आग की लपटों में घेर लिया और उसकी मृत्यु हो गई. ©सुमित सारस्वत, मो.9462737273

यह भी पढ़ें- नुपूर की कहानी सुनकर क्यों रोए बिग बी

Sumit Saraswat available on :




Share:

Featured Post

दास्तान-ए-आशिकी, जुबान-ए-इश्क | Famous Love Story

ग्लोबलाइजेशन के इस युग ने हमारी जेनरेशन को वैलेंटाइंस डे का तोहफा दिया है। यह दिन प्यार के नाम होता है। इतिहास के पन्ने पलटने पर आप पाएंगे...

Amazon Big Offer

Advt

Blog Archive

Copyright

इस ब्लॉग में दिये किसी भी लेख या उसके अंश और चित्र को बिना अनुमति के किसी भी अन्य वेबसाइट या समाचार-पत्र, पत्रिका में प्रकाशित नहीं किया जा सकता। अनुमति के लिये केवल मेल पर सम्पर्क करें: sumit.saraswat09@gmail.com

Pageviews

Labels

Recent Posts

Unordered List

Theme Support