✍🏻 सुमित सारस्वत
दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) एक बार फिर देश की सुर्खियों में है. कभी कपल्स की अश्लील हरकतों के कारण, कभी लड़ाई झगड़ों के कारण, तो कभी फूहड़ रील्स को लेकर चर्चा में रहने वाली मेट्रो इस बार एक पोस्टर के कारण देश की सुर्खियों में आई है.
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मामले के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस के लिए यूवीकैन फाउंडेशन ने एक विज्ञापन जारी किया है. AI जेनरेटेड इस विज्ञापन (Breast Cancer Awareness Advertisement) को ज्यादा क्रिएटिव बनने के चक्कर में ऐसा बना दिया कि बवाल मच गया. दिल्ली मेट्रो में लगे विज्ञापन को देखकर पैसेंजर्स ने आपत्ति की. पोस्टर को देखकर मेट्रो में सफर करने वाली महिलाओं और लड़कियों को शर्म आ गई. विज्ञापन में लिखा है- 'हर महीने अपने संतरे की जांच करें.'
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ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता के लिए बनाकर लगाए गए इस पोस्टर की हर तरफ आलोचना हो रही है. लोग इन पोस्टर्स को अश्लील बताकर विरोध कर रहे हैं. ब्रेस्ट को संतरे के रूप में संदर्भित किए गए इस पोस्टर में एक बस के अंदर संतरे पकड़े महिलाओं की एआई-जनरेटेड तस्वीरें हैं. महिलाओं का कहना है कि- ‘ये ब्रेस्ट हैं, संतरे नहीं.’ सोशल मीडिया पर कई लोगों ने DMRC से सवाल किया है कि ट्रेन में इस तरह के विज्ञापन क्यों लगाने दिए? बवाल मचने के साथ ही लोग इन पोस्टर्स को तत्काल हटाने की मांग कर रहे हैं.
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इस मामले में यूवीकैन फाउंडेशन (YouWeCan Foundation) ने मीडिया को दिए बयान में कहा है कि अगर संतरों के इस्तेमाल से लोग ब्रेस्ट के स्वास्थ्य की बात करते हैं और उससे एक भी जिंदगी बचती है तो यह सार्थक है. उन्होंने इस बात पर चिंता भी जताई कि भारत में ब्रेस्ट की बात करने में लोग असहज महसूस करते हैं. शर्म करने की बजाय ब्रेस्ट अवेयरनेस की बात करनी चाहिए. ©सुमित सारस्वत
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January 5, 2025
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» ‘ये ब्रेस्ट हैं, संतरे नहीं…’, जानें इस बात पर क्यों मचा बवाल ? - These are Breasts not Oranges
‘ये ब्रेस्ट हैं, संतरे नहीं…’, जानें इस बात पर क्यों मचा बवाल ? - These are Breasts not Oranges
Location:
New Delhi, Delhi, India
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