काशी में मानस मसान कथा के द्वितीय दिवस रामकथा मर्मज्ञ संत मोरारी बापू ने कहा कि यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी भी मेरी तरह बावा है। योगी नाथ संप्रदाय से हैं। उन्होंने बाबा और बावा के बीच का अंतर स्पष्ट करते हुए बताया कि बाबा पाने की चाह रखते हैं। हम बावा हैं। बावा फकीर होते हैं और उन्हें पाने की चाह नहीं होती। बावा लोग तो अपने पास होता है वो भी दूसरों को दे देते हैं। योगी और मोदी भी इसी भाव के साथ जनता की सेवा कर रहे हैं।
बापू ने बताया कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब एक कथा में आए थे। मंच पर उनके साथ गुजरात समाचार पत्र के संपादक भी बैठे थे। एक मुख्यमंत्री और दूसरा तंत्री। इन दोनों के बीच मैं बावा। तब मोदीजी ने कहा, 'मैं भी बावा हूं।' बापू ने चुटकी लेते हुए बताया कि जब मोदीजी प्रधानमंत्री बने तो मैंने उन्हें बधाई देने के लिए फोन किया। उनसे बात करके बोला एक बावा को दूसरे बावा की बधाई। प्रधानमंत्रीजी को मंच वाली बात याद आ गई और हंसने लगे। बापू के इस विनोद पर पांडाल में ठहाके लगे। बापू बोले, 'जिओ तो ऐसे जिओ जैसे सब हमारे हैं, मरो तो ऐसे मरो जैसे कुछ भी हमारा नहीं।' -सुमित सारस्वत, मो.9462737273
व्हाट्सएप पागलपन है
बापू ने तेजी से पांव पसार चुके व्हाट्सएप को लेकर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप पाश्चात्य से भेजा गया पागलपन है। लोग 24 घंटे मोबाइल पर लगे रहते हैं। घर-परिवार और दफ्तर का काम भूल गए हैं। बापू ने सलाह दी कि मोबाइल से दूर रहें। यह सेहत के लिए हानिकारक है। रात को जब फ्री होकर सोने जाएं तब कुछ समय व्हाट्सएप देख लो, दिनभर नहीं।
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