संत मोरारी बापू काशी में ‘जलती चिताओं’ के बीच मानस मसान कथा कर रहे हैं। कथास्थल पर बने 60 फीट लंबे और 40 फीट चौड़े मंच को श्मशान का रूप दिया गया है। मंच पर 25 से अधिक चिताओं के बीच व्यासपीठ पर बैठकर बापू कथा का अमृतपान करवा रहे हैं।यह भी पढ़ें : मोरारी बापू बोले, मसान में जाकर पार्टी करो
मानस मसान कथा के लिए बनाया गया यह खास मंच देश-दुनिया से आए श्रद्धालुओं का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। मंच पर मणिकर्णिका महाश्मशान का यह दृश्य गुजरात के चित्रकार अजय मलमकार ने उकेरा है। महातीर्थ के मंदिर, गंगा का तट और श्मशान में जलती चिताओं के चित्रण में चित्रकार को करीब एक महीने का वक्त लगा। इसके पीछे मकसद यह था कि यहां आने वाले को ऐसा एहसास हो कि वे श्मशान में बैठकर कथा सुन रहे हैं। बापू की भी इच्छा थी कि वे काशी के मणिकर्णिका महाश्मशान में कथा सुनाएं। वहां पर्याप्त जगह न होने के कारण कथास्थल को श्मशान का रूप दिया गया है। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
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