कथावाचक ने कहा कि शरीर और आत्मा का उद्धार करने के लिए गंगा अवतरित हुई। गंगा की निर्मलता बरकरार रहनी चाहिए। तीर्थों पर जाएं तो गंगा जल की पवित्रता का ख्याल रखें। उन्होंने कहा कि प्रभु को भाव से अर्पण करें तो अवश्य स्वीकार करते हैं। प्रभु भाव में डूबे भक्त का हर दुख हर लेते हैं। ठाकुरजी के प्रति श्रद्धा भाव रखें। भगवान से पापों को छुपाएं नहीं।
कथा में पधारे अयोध्या के संत उमाशंकर शास्त्री ने भगवान राम के चरित्र से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। मंडल प्रमुख शकुंतला गोयल, राधेलाल गोयल, केदार गर्ग, रमेश शर्मा, चेतन गर्ग ने संतों को माला व पगड़ी पहनाकर एवं शॉल ओढ़ाकर आशीष लिया। मंच संचालन सुमित सारस्वत ने किया। कथा प्रारंभ होने से पूर्व यजमान माणक डाणी, कुसुम डाणी, कांतिलाल डाणी, मधु डाणी, विष्णु गोयल, मंजू गोयल, श्याम हेड़ा, बसंती हेड़ा, सावित्री गोयल, संगीता गोयल, उषा मेहता, शशि अग्रवाल, कंचन तंवर, विजय तंवर, शोभा चौटिया, विष्णुप्रकाश चौटिया, जयपुर से आए सुधीर शर्मा, मदनलाल शर्मा, इंदौर से रतनी देवी शर्मा का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया।
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कथा में चेतनप्रकाश जोशी, संदेश गोयल, कीर्ति गर्ग, पार्वती गोयल, पूर्वी लोहिया, पल्लवी गोयल, मीना खंडेलवाल, बसंती जोशी, घनश्याम तंवर, विनोद गोयल, सरस्वती अग्रवाल, सुनीता यादव, प्रभा नवाल, ललिता शर्मा, मोनिका कौशिक, रत्ना कौशिक सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरूष श्रोताओं ने धर्मलाभ लिया। -सुमित सारस्वत, मो.9462737273
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धूमधाम से मनाया नंदोत्सव
शुक्रवार को कथा में भक्त प्रहलाद, नृसिंह अवतार, वामन अवतार, राम अवतार, कृष्ण जन्म प्रसंग सुनाया गया। केशव गोयल ने अवतार प्रसंग का सजीव मंचन करते हुए वामन रूप का दर्शन कराया। नंदोत्सव में सूर्यकुमार गर्ग ने वासुदेव, दामोदर सर्राफ ने नंदबाबा, संतोष सर्राफ ने यशोदा व हयान स्वामी ने बाल कृष्ण का रूप धरकर कृष्ण अवतार प्रसंग का सजीव मंचन किया। भक्तों ने झूमते हुए धूमधाम से नंदोत्सव मनाया। मंगल गीत गाते हुए सभी को बधाईयां बांटी गई। सभी ने बाल कृष्ण का दर्शन कर पलना झुलाया।
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गिरिराज धरण को लगेगा छप्पन भोग
शनिवार को कथा में कृष्ण की माखन चोरी व बाल लीलाओं का गुणानुवाद किया जाएगा। गोवर्धन धारण व छप्पन भोग की झांकी सजाई जाएगी। सायं 7.30 बजे से कथास्थल पर संगीतमय सुंदरकांड पाठ होगा।
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