धार्मिक नगरी ब्यावर में शनिवार से संगीतमय श्रीराम कथा का शुभारंभ हुआ। प्रभु की बगिया में शुरू हुई कथा के प्रथम दिन मानस मर्मज्ञ संत उमाशंकर महाराज ने कथा महात्म्य बताया। उन्होंने कहा कि रामकथा जीवन जीने की मर्यादा सिखाती है। राम नाम जपने से सद्गति मिलती है।
कथा प्रारंभ होने से पूर्व सांवरिया सेठ मंदिर से कलश व शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में 141 महिलाएं सिर पर कलश धारण कर शामिल हुई। श्री पोथीजी को माेहनलाल दगदी अपने सिर पर धारण कर कथास्थल तक पहुंचाया। विजय तंवर व गोपाल वर्मा ने नाम संकीर्तन किया। शोभायात्रा में शामिल महिला व पुरूष श्रद्धालु जयकारे लगा रहे थे। अयोध्या से पधारे कथावाचक सुसज्जित रथ में सवार थे। जुगल राजस्थानी, अंकुर उपाध्याय, बबलू अग्रवाल, लक्ष्मीकांत शर्मा, मृदुला उपाध्याय, वंदना शर्मा, कौशल्या गहलोत, ललिता भाटी, संपति बोहरा, ज्योति अग्रवाल, कंचन तंवर, रमेश शर्मा, बुधराज गहलोत, अरूण गर्ग, शक्तिराज भाटी, जय तंवर, अभय शर्मा, आर.के.गुप्ता, अर्जुन सिंह सहित कई श्रद्धालुओं ने धर्मलाभ लिया। यह कथा 31 दिसंबर तक प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से सायं 5 बजे तक होगी। कथा में प्रसंग अनुसार शिव विवाह, श्रीराम जन्मोत्सव, श्रीराम-सीता विवाह, वन गमन, भारत चरित्र, श्रीराम राज्याभिषेक के प्रसंग व उत्सव होंगे। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
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