श्री निम्बार्क पीठ के जगद्गुरु निम्बार्काचार्य श्रीजी महाराज ने कहा कि भगवान की कथा अमृत स्वरूप है। कथा पान करने से सभी समस्याएं समाप्त हो जाती है। धर्म का प्रचार, दुष्टों का नाश और गौ रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण का अवतार हुआ। वे धार्मिक नगरी ब्यावर में श्री बालाजी व जानकी महिला मंडल की ओर से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में आशीर्वचन दे रहे थे।
श्रीजी महाराज ने कहा कि गौ सेवा से हरि प्रसन्न होते हैं। भगवद् भक्ति, संतों का संग और नाम संकीर्तन वैष्णवजन का प्रथम कर्त्तव्य है। उन्होंने कहा कि ब्यावर की पवित्र भूमि पूजनीय है। सनातन धर्म की रक्षा में ब्यावर का अहम योगदान है। आचार्यश्री के आगमन पर कथावाचक पंडित रविशंकर शास्त्री ने नमन कर स्वागत किया। मंच संचालन सुमित सारस्वत ने किया। कथा आयोजक राधेलाल गोयल, शकुंतला गोयल, माणक डाणी, केदार गर्ग, पं.मुकुंदशरण दाधीच, चेतन प्रकाश जोशी, हेमलता जोशी, दामोदर सर्राफ, राधेश्याम डाणी, ओमप्रकाश रायपुरिया, कांतिलाल डाणी, रमेश शर्मा, विनोद गोयल, सूर्यकुमार गर्ग, हंसराज शर्मा, बृजवल्लभ पाराशर, राजेंद्र अग्रवाल, राजेश सावलानी, विष्णु चौटिया, बसंती जोशी, मधु जोशी, कीर्ति गर्ग, किरण अग्रवाल, संतोष सर्राफ सहित कई शहरवासियों ने श्रीजी महाराज को वंदन कर आशीष लिया।
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