प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में चुनाव के दौरान रामकथा आयोजन को लेकर विवादों से घिरे अंतर्राष्ट्रीय रामकथा वाचक मोरारी बापू ने आलोचकों को करारा जवाब दिया है।
सूरत में रामकथा के प्रथम दिन कथा की शुरुआत से पहले बापू ने मंच से आलोचकों की गलतफहमी दूर करते हुए कहा कि यदि किसी को यह लगता है कि चुनाव के कारण इस कथा का आयोजन किया गया है तो उन सभी लोगों को यह बताना चाहता हूं कि चुनाव तो अभी आया है परंतु इस कथा के आयोजन की तैयारी पिछले डेढ़ साल से की जा रही है। कथा का राजनीति से कोई संबंध नहीं है। व्यास पीठ को कभी राजनीति का मंच नहीं बनने दिया जाएगा। कथा में सभी का स्वागत किया है। व्यास पीठ सभी के लिए बराबर बनाई गई है। यहां सभी के कद और पद का एक समान सम्मान किया जाएगा। सभी अपना स्थान ग्रहण करके कथा सुनें और प्रस्थान करें। कथा में आएं तो सामर्थ्य अनुसार सैनिकों के सम्मान में सहयोग करें। याद रखें राम कथा कभी बंद नहीं हुई। कथा तो आपातकाल के समय भी हुई थी। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
सूरत में रामकथा के प्रथम दिन कथा की शुरुआत से पहले बापू ने मंच से आलोचकों की गलतफहमी दूर करते हुए कहा कि यदि किसी को यह लगता है कि चुनाव के कारण इस कथा का आयोजन किया गया है तो उन सभी लोगों को यह बताना चाहता हूं कि चुनाव तो अभी आया है परंतु इस कथा के आयोजन की तैयारी पिछले डेढ़ साल से की जा रही है। कथा का राजनीति से कोई संबंध नहीं है। व्यास पीठ को कभी राजनीति का मंच नहीं बनने दिया जाएगा। कथा में सभी का स्वागत किया है। व्यास पीठ सभी के लिए बराबर बनाई गई है। यहां सभी के कद और पद का एक समान सम्मान किया जाएगा। सभी अपना स्थान ग्रहण करके कथा सुनें और प्रस्थान करें। कथा में आएं तो सामर्थ्य अनुसार सैनिकों के सम्मान में सहयोग करें। याद रखें राम कथा कभी बंद नहीं हुई। कथा तो आपातकाल के समय भी हुई थी। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
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