प्रभु की बगिया में आयोजित श्रीराम कथा के पंचम दिवस संत उमाशंकर महाराज ने श्रीराम व जानकी का विवाह प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जीव का परमात्मा से मिलन ही विवाह है। गृहस्थ जीवन को सुखमय बनाने के लिए पति-पत्नी में तालमेल व प्रेम जरूरी है। प्रेम से रहने वाला घर स्वर्ग है।
संत ने दहेज को महापाप बताते हुए कुप्रथा का विरोध किया। उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज में आज भी दहेज की परंपरा समाप्त नहीं हुई है। बहु को लक्ष्मी मानोगे तो घर में धन की कमी नहीं रहेगी। दहेज प्रताड़ना से धन समाप्त होता है। उन्होंने कहा कि जीवन में संतोष, शांति व प्रेम ही सच्चा सुख है। हरिकथा सुखी और प्रेम से रहने का संदेश देती है।
बुधवार को कथा में भगवान श्रीराम व जानकी का विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया गया। चिया उपाध्याय ने श्रीराम व प्रान्वी शर्मा ने सीता का रूप धरकर विवाह की रस्म निभाई। सपना दगदी, कुमकुम दगदी, श्रेया उपाध्याय ने विवाह का सजीव मंचन किया। आज सिया राम की शादी है.. भजन पर पूरा पांडाल झूम उठा। महाराज ने मुख्य यजमान जी.के. श्रीवास्तव, डी.के. व्यास, पं. मुकुंदशरण दाधीच, हंसराज शर्मा, बृजवल्लभ पाराशर, राजेंद्र अग्रवाल, राधेलाल गोयल, शकुंतला गोयल, अंजलि शर्मा, प्रतिभा शर्मा, संध्या अग्रवाल, पुष्पा पाराशर, सुमित्रा जैथल्या, चंचल सोनी, ममता गुप्ता, मंजू काबरा, रमेश शर्मा, सतीश गर्ग, सत्यनारायण झंवर, सुशील गोयल, अशोक गोयल को दुपट्टा पहनाकर आशीष दिया।
कथा में घनश्याम तंवर, मनीषा गर्ग, अंकुर उपाध्याय, मृदुला उपाध्याय, अभय शर्मा, अर्चना शर्मा, वंदना शर्मा, प्रिया शर्मा, अरूण गर्ग, गोपाल वर्मा, बबलू अग्रवाल, सुमित सारस्वत, रजनी शर्मा, मधु शर्मा, साधना सारस्वत, रामलाल लालनेचा, हनुमान चौधरी, भरत शर्मा, धर्मीचंद शर्मा, रामप्रसाद मित्तल, मुकुटबिहारी गोयल सहित सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने धर्मलाभ लिया। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
भजन सुनें : सांवरिया तेरी याद में..
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संत ने दहेज को महापाप बताते हुए कुप्रथा का विरोध किया। उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज में आज भी दहेज की परंपरा समाप्त नहीं हुई है। बहु को लक्ष्मी मानोगे तो घर में धन की कमी नहीं रहेगी। दहेज प्रताड़ना से धन समाप्त होता है। उन्होंने कहा कि जीवन में संतोष, शांति व प्रेम ही सच्चा सुख है। हरिकथा सुखी और प्रेम से रहने का संदेश देती है।
बुधवार को कथा में भगवान श्रीराम व जानकी का विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया गया। चिया उपाध्याय ने श्रीराम व प्रान्वी शर्मा ने सीता का रूप धरकर विवाह की रस्म निभाई। सपना दगदी, कुमकुम दगदी, श्रेया उपाध्याय ने विवाह का सजीव मंचन किया। आज सिया राम की शादी है.. भजन पर पूरा पांडाल झूम उठा। महाराज ने मुख्य यजमान जी.के. श्रीवास्तव, डी.के. व्यास, पं. मुकुंदशरण दाधीच, हंसराज शर्मा, बृजवल्लभ पाराशर, राजेंद्र अग्रवाल, राधेलाल गोयल, शकुंतला गोयल, अंजलि शर्मा, प्रतिभा शर्मा, संध्या अग्रवाल, पुष्पा पाराशर, सुमित्रा जैथल्या, चंचल सोनी, ममता गुप्ता, मंजू काबरा, रमेश शर्मा, सतीश गर्ग, सत्यनारायण झंवर, सुशील गोयल, अशोक गोयल को दुपट्टा पहनाकर आशीष दिया।
कथा में घनश्याम तंवर, मनीषा गर्ग, अंकुर उपाध्याय, मृदुला उपाध्याय, अभय शर्मा, अर्चना शर्मा, वंदना शर्मा, प्रिया शर्मा, अरूण गर्ग, गोपाल वर्मा, बबलू अग्रवाल, सुमित सारस्वत, रजनी शर्मा, मधु शर्मा, साधना सारस्वत, रामलाल लालनेचा, हनुमान चौधरी, भरत शर्मा, धर्मीचंद शर्मा, रामप्रसाद मित्तल, मुकुटबिहारी गोयल सहित सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने धर्मलाभ लिया। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
भजन सुनें : सांवरिया तेरी याद में..
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