धर्मधरा ब्यावर स्थित प्रभु की बगिया में आयोजित श्रीराम कथा में अयोध्या के मानस मर्मज्ञ संत उमाशंकर महाराज ने कहा कि जप-तप-आराधना एवं पुण्य कर्म करने पर ही अच्छी सद्गुणी संतान प्राप्त होती है। 'बड़े भाग मानुस तन पाया।।' श्लोक से समझाया कि मनुष्य जन्म भाग्य से मिला है। जीवन में सदैव प्रभु का नाम स्मरण करें। इससे समस्त सुखों की प्राप्ति हो सकती है। कथा में शिव विवाह व राम अवतार प्रसंग का विस्तृत विवेचन सुनाया गया। श्रीराम जन्मोत्सव पर बधाई बांटी गई। गायक गोपाल वर्मा ने 'प्रकट भये रघुराई, कौशल्या मैया दे दो बधाई..' भजन गाया तो भक्त भावमय होकर झूमने लगे।
कथा में आए उद्घोषक सुमित सारस्वत ने अपने संबोधन में कहा कि आज बड़ा दिन यानि 25 दिसम्बर ब्यावर वासियों के लिए वास्तव में बड़ा हो गया है क्योंकि कथाओं के त्रिवेणी संगम के साथ आज तीन धर्मों के आराध्य का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। ईसाई धर्म में प्रभु यीशु मसीह का जन्मोत्सव, सिख धर्म के गुरु गोविंदसिंहजी का प्रकाश पर्व और हिन्दू कथा में भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव। सारस्वत ने कहा कि इस दिव्य रामकथा के आयोजक स्वयं हनुमानजी महाराज हैं जो भक्तों को यह रामकथा सुनने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। अन्य आयोजन में कथा वाचक और आयोजक हनुमानजी महाराज को को आमंत्रण देते हैं। उन्होंने इस दिव्य रामकथा आयोजन को अदभुत एवं अनूठा बताते हुए हर्ष जताया।
सोमवार को कथा के मुख्य यजमान अरुण गर्ग थे। कथा में चमनचक्षु जुगल राजस्थानी, पार्षद हनुमान चौधरी, संपति बोहरा, जीके श्रीवास्तव, मोहन दगदी, सत्यनारायण शर्मा, नवनीत हेड़ा, बबलू अग्रवाल, मृदुला उपाध्याय, साधना सारस्वत, अंजू हेड़ा, बुद्धराज चौहान, संदीप खंडेलवाल, आरके अग्रवाल, राधेश्याम शर्मा, विनोद शर्मा सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद थे।
भजन सुनें : सांवरिया तेरी याद में..
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