हम बात कर रहे हैं रामसिंह जाट की, जो जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में इंस्पेक्टर थे। रविवार की सुबह अपने पुत्र जयप्रकाश, एसएलबीएस कॉलेज के मालिक जितेन्द्र गोदारा व एक अन्य साथी भरत के साथ जयपुर जा रहे थे। रास्ते में पाली जिले के रायपुर थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बर और झाला की चौकी के बीच अचानक मौत ने दस्तक दी और उनकी गाड़ी अनियंत्रित होकर पास ही बने डिवाइडर से टकराने के बाद ट्रोले से टकरा कर बिखर गई। साथ ही बिखर गया पिता और पुत्र का वह सपना जो कि उन्हें सफलता की ओर ले जा रहा था। दर्दनाक हादसे के बाद एक-एक कर चार जिंदगियों ने दम तोड़ दिया।
घटना के बाद पिता-पुत्र के पैतृक गांव सोजत के निकट राजोला कलां के भाणिया में शोक छा गया। जिसने भी हादसे की खबर सुनी, वो घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा। परिजन भी बदहवास स्थिति में मौका स्थल पहुंचे। 40 से अधिक पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। घटनास्थल पर खौफनाक मंजर देखकर हर तरफ रुदन और शोक था।
संघर्ष से गुजरा जीवन
मृतक इंस्पेक्टर 57 वर्ष के थे। वे भारतीय सेना में अपनी सेवाएं देने के बाद पुलिस में भर्ती हुए थे। 1997 में पुलिस में भर्ती होने के बाद पहले उप निरीक्षक और फिर मेहनत कर निरीक्षक के पद तक पहुंचे। इस दौरान उनका जीवन काफी संघर्ष से गुजरा। इसी बीच जब पुत्र का आरएएस में चयन हुआ तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्हें लगा मानो बरसों की तपस्या पूरी हुई, लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था। -राजस्थान से सुमित सारस्वत की रिपोर्ट।
देखिए : खौफनाक हादसे की दर्दनाक तस्वीरें
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