
हम बात कर रहे हैं राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार श्रीपाल शक्तावत की, जो ईटीवी राजस्थान के स्टेट हेड होते हुए भी एक सामान्य पत्रकार की तरह पत्रकारिता कर मिसाल बन रहे हैं। दर्शकों को हर दिन नई खबर दिखाने की दौड़ में चैनल को नंबर वन बनाए रखने के लिए प्रदेश से बाहर जाकर पुनर्जन्म से जुड़ी कोई एक्सक्लूसिव स्टोरी लानी हो, राजधानी से बाहर किसी जिले में जांबाज सैनिक का कवरेज करना हो या रात 2 बजे तक किसी आपराधिक घटना पर लाइव रिपोर्टिंग करनी हो। शक्तावत हर वक्त सक्रिय रहे हैं। यही वजह है कि कार्य के प्रति पूर्ण निष्ठा के साथ निर्भिक व निष्पक्ष पत्रकारिता करते हुए ईटीवी की बादशाहत को बरकरार रखे हुए हैं। इनकी निष्पक्षता का अंदाजा इस एक बात से लगाया जा सकता है कि गैंगस्टर आनंदपाल की मौत के बाद समाज का भारी दबाव, आक्रोश और आलोचनाएं होने के बावजूद इन्होंने बैखोफ होकर सच्चाई का साथ दिया। परिणाम यह निकला कि आलोचकों की सोच सकारात्मक हुई और आलोचना सराहना में तब्दील हो गई।

शक्तावत का मानना है कि पत्रकार के लिए परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है और उसे अपनी दक्षता बढ़ाने के लिए सतत अभ्यास और प्रयास करते रहना चाहिए। इसी परिश्रम के जरिए वह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का मजबूत हिस्सा बन पाएंगे। शक्तावत की काबिलियत का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने अपने टीवी शो सत्यमेव जयते में इन्हें रियल हीरो कहा। आपको बता दें कि शक्तावत ने एक दशक पहले स्टिंग ऑपरेशन के जरिए धरती पर भगवान कहलाने वाले चिकित्सकों का काला चेहरा सरकार और जनता को दिखाते हुए काली कमाई के लिए कन्याओं का कोख में कत्ल करने के गोरखधंधे का खुलासा किया था। आपको यह भी बता दूं कि मैं व्यक्तिगत तौर पर ना तो इनके बारे में अधिक जानता हूं और ना ही कभी इनसे मुलाकात हुई है। बस लंबे समय से ईटीवी का दर्शक होने के नाते बीते कुछ समय में चैनल पर इनका जो कार्य देखा उससे इनके प्रति सम्मान बढ़ा और मन की बात को शब्दों में उकेर दिया। उम्मीद करता हूं कि शक्तावत जैसे और भी पत्रकार होंगे जो निष्ठापूर्वक निष्पक्षता से अपने कर्त्तव्य का निर्वहन कर रहे होंगे। -सुमित सारस्वत SP, सामाजिक विचारक, मो.09462737273
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