भारत के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाछी में इस तरह छलका सेक्सवर्कर्स का दर्द
Kolkata Doctor Rape Case: "अगर आपको हवस ही मिटानी है, अगर आपको सेक्स करना है तो हमारे पास आइए ना. पढ़ने-लिखने, कामकाज करने वाली महिलाओं को नोंचने की क्या जरूरत है! जो काम 20 रुपए से 50 रुपए में हो सकता है, उसके लिए किसी की जिंदगी खराब करने की जरूरत क्या है! आपके शहर में सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है, आप यहां आइए." कोलकाता के सोनागाछी रेड लाइट एरिया की महिलाओं के यह वो शब्द थे जो इंसानों को चीर देने वाले थे और सवाल उठा रहे थे कि उनको भी वो बात समझ आ रही है जो भारत के करोड़ों लोगों को समझ नहीं आती.
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रेड लाइट एरिया नहीं होते तो क्या होता?
कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ हुई वहशी बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर दिया है. चारों ओर हैवानियत की चर्चा से लोगों में आक्रोश है. भारत के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाछी में कोलकाता रेप केस में न्याय की मांग करते हुए सेक्सवर्कर्स का दर्द छलका. उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि देश के लगभग हर शहर में सेक्सवर्कर्स होने के बावजूद रेप हो रहे हैं. अगर रेड लाइट एरिया नहीं होते तो क्या होता? भारत में जिस तरह दुष्कर्म के मामले बढ़ रहे हैं वो घातक हैं.
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दुर्गा पूजा में मिट्टी देने से किया इनकार
रेप की घटना से आक्रोशित सोनागाछी की सेक्सवर्कर्स ने इस साल दुर्गा पूजा के लिए अपने आंगन की मिट्टी देने से भी इनकार कर दिया है. आपको बता दें कि वेश्यालयों की मिट्टी का इस्तेमाल बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा के लिए मूर्तियां बनाने में किया जाता है. माना जाता है कि कोई व्यक्ति जब वेश्यालय में प्रवेश करता है तो अपने अच्छे गुण वहां त्याग देता है, इसलिए वहां की मिट्टी को पवित्र माना जाता है. लेकिन इस बार सेक्सवर्कर्स ने मिट्टी देने से मना कर दिया है. ©सुमित सारस्वत
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