✍🏻सुमित सारस्वत
उत्तराखंड में केदारनाथ के भीमबली इलाके में गुरुवार दोपहर हुए बादल फटने (Cloud Burst) की विनाशकारी आपदा के बाद राजस्थान (Rajasthan) का एक युवक लापता है. दो दिन तक बेटे की खबर नहीं मिलने से परिवार की चिंता बढ़ गई. पिता खुद उत्तराखंड पहुंचकर पहाड़ों में अपने पुत्र की तलाश कर रहे हैं. केदारनाथ इलाके के अस्पतालों में जाकर भी तलाश किया लेकिन बेटा कहीं नजर नहीं आया. ब्यावर के इस पीड़ित परिवार को उत्तराखंड (Uttrakhand) और राजस्थान सरकार से भी कोई सहायता नहीं मिल रही है.
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आईआईटी डिग्री मिलने पर गए थे केदारनाथ
राजस्थान के ब्यावर (Beawar) में रहने वाले 24 वर्षीय रूपिन सामरिया को आईआईटी की डिग्री मिलने पर वह अपने दोस्त 25 वर्षीय घनेन्द्र सिंह के साथ केदारनाथ दर्शन करने गए थे. गुरुवार को गौरीकुंड क्षेत्र में बैठे थे. तभी पानी का तेज बहाव आया और दोनों बह गए. दो दिन बाद घनेन्द्र सुरक्षित घर लौट आए हैं लेकिन रूपिन का अब तक पता नहीं लगा है. उनके पिता अमरचंद सामरिया ने रुद्रप्रयाग पहुंचकर आपदा कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम से संपर्क किया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. सामरिया अपने बेटे को केदारनाथ इलाके के अस्पतालों में भी तलाश रहे हैं. इधर, रूपिन के लापता होने से ब्यावर में परिवार बेहाल है. बड़े भाई ने ब्यावर जिला प्रशासन और राजस्थान सरकार से रूपिन की तलाश में मदद करने की गुहार लगाई है.
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एक साल बाद भी नहीं मिले तीन युवक
गत वर्ष 8 जुलाई 2023 को ब्यावर के सात युवक हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन कुल्लू मनाली घूमने गए थे. वहां भारी बारिश से हुई तबाही में सभी युवक लापता हो गए थे. पांच दिन बाद चार युवकों के शव मिले थे. तीन युवक आज तक लापता हैं. हिमाचल जाकर तलाश करने पर भी परिवार को बेटों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. किसी चमत्कार की आस में परिवार आज भी बच्चों के वापस लौटने की आस लगाए हैं. ©सुमित सारस्वत
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