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June 13, 2018

मजहब अलग, इबादत एक | सजदा और सत्संग की आठ खास तस्वीरें

हिंदू धर्म का पुरुषोत्तम मास और इस्लाम धर्म का रमजान माह जारी है। इसमें वैष्णवजन भगवान की भक्ति और मुस्लिमजन अल्लाह की अकीदत कर रहे हैं। मंदिर में सत्संग और मस्जिद में सजदा हो रहा है। भले ही दोनों मजहब अलग हो मगर इबादत और आराधना में समानता-सी नजर आई। निगाहों में नया नजरिया रखकर सुमित सारस्वत ने संजोई सजदा और सत्संग की खास तस्वीरें..


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June 11, 2018

कमल बंगले में विराजे ठाकुरजी | Shriji in Lotus Temple

पुरुषोत्तम मास में तपन के बीच शीतलता के लिए ठाकुरजी को विहार करवाया गया। श्रीजी प्रभु अपने निज धाम से विहार कर तलाई के बीच कमल बंगले में विराजे। शीतल फव्वारों और सुगंधित माहौल में भक्तों ने भगवान को सूरदास और रसखान के पद सुनाए। ब्यावर की अन्नपूर्णा कॉलोनी में मोनू अरोड़ा ने ठाकुरजी का सुंदर श्रृंगार कर मनमोहक दरबार सजाया। गायक जेके चारण, सत्यनारायण अरोड़ा, सुनील चौहान, शालिनी शर्मा, चंचल सोनी, गोपाल वर्मा, कन्हैया तुसावड़ा ने भाव भजनों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में बृजवल्लभ पाराशर, राजेंद्र अग्रवाल, सुमित सारस्वत, सत्यनारायण अग्रवाल, राजेश सावलानी, नटवर अरोड़ा, सत्यनारायण शर्मा, संध्या अग्रवाल, ममता अरोड़ा, ज्योति अग्रवाल, कृष्णा गोयल सहित बड़ी संख्या में वैष्णवजन शामिल हुए। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273

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May 2, 2018

साधुता पाने के लिए सब छोड़ आई सुधा, बन गई साध्वी संयम साक्षी श्रीजी

साधुता पाना आसान नहीं है। इसके लिए कठिन मार्ग पर चलना पड़ता है। संयम पथ अंगीकार करना होता है। घर-परिवार और सभी अपनों को छोड़ना होता है। भौतिक सुख-सुविधाओं को त्यागना होता है। वस्त्रों की रंगीनियत उतारकर कर सात्विक वेश धारण करना पड़ता है। इतना सब करने के बाद गुरु का आश्रय पाकर प्रभु प्राप्ति के लिए साधु बनना संभव है। राजस्थान में ब्यावर निवासी सुधा बरड़िया ने भी जैन भागवती दीक्षा लेने के लिए इस कठिन मार्ग को अपनाया। साधुता पाने के किए सांसारिक मोह-माया का त्याग किया। संसार से संस्कार के साथ साधु जीवन अंगीकार किया। दीक्षा के अब सुधा बरड़िया को नया नाम साध्वी संयम साक्षी जी मिला है। पूज्य मुनि मनितप्रभसागरजी म.सा. आदि ठाणा की पावन निश्रा व पूज्य साध्वी संयम ज्योति श्रीजी म.सा. आदि ठाणा के पावन सानिध्य में दीक्षा समारोह हुआ। इसमें हजारों श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लिया। -सुमित सारस्वत की रिपोर्ट। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273





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April 14, 2018

शब्द थे मौन और आँख कहती रही | Hindi Kavita

शाम ढलती रही और हम चुप रहे
चाँदनी चाँद में ही सिमटती रही
बात की भी नहीं बात होने लगी
शब्द थे मौन और आँख कहती रही!

इस तरह तुम हमें हो मिले भाग्य से
साधना से मिला कोई वरदान हो
पत्थरों में अगर पूज सकते खुदा
साँस लेते हुए तुम तो इंसान हो
आज तक था मेरा हाल क्या मैं कहूँ
रेत पर मछलियों सी तड़पती रही!

बात की भी नहीं बात होने लगी
शब्द थे मौन और आँख कहती रही!

नन्दिनी श्रीवास्तव "हर्ष"

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April 11, 2018

भगवान परशुराम जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित | Public Holiday on Parshuram Jayanti


विप्र समाज के आराध्य भगवान श्री परशुराम जयंती पर अब राजस्थान राज्य में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। सामान्य प्रशासन विभाग के उप शासन सचिव गौरव बजाड़ ने 11 अप्रेल 2018, बुधवार को एक विज्ञप्ति जारी कर यह घोषणा की है। इस आदेश के बाद आगामी 18 अप्रेल  को राज्य में सार्वजनिक अवकाश रहेगा।


आपको बता दें कि इससे पहले भगवान श्री परशुराम जयंती पर ऐच्छिक अवकाश था। गत दिनों जयपुर के मोतीडूंगरी मंदिर के महंत कैलाश नाथ शर्मा के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात कर ऐच्छिक अवकाश को सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने की मांग की थी। सर्व ब्राह्मण समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार ने यह घोषणा की है। इस निर्णय पर विप्र समाज ने हर्ष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री का आभार जताया है।  -सुमित सारस्वत, मो.09462737273


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