✍🏻 सुमित सारस्वत
भारत का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली महापर्व (Diwali Festival) 20 अक्टूबर को देश-दुनिया में उत्साह के साथ मनाया जाएगा. राम नगरी अयोध्या, शिव नगरी काशी, विष्णु के पावन बद्रीनाथ धाम और जगन्नाथ पुरी समेत सभी प्राचीन पुरियों में सोमवार की रात दीपावली की पूजा की जाएगी. उत्तराखंड के चारों धाम में इसी दिन दिवाली मनाई जाएगी. ब्रज मंडल के मथुरा, वृंदावन, गोकुल में भी 20 अक्टूबर को दीपावली पूजा की जाएगी.
कार्तिक अमावस्या की विशेष मान्यता
सनातन धर्म में कार्तिक अमावस्या को मनाए जाने वाली दीपावली का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है क्योंकि दीपों के इसी महापर्व पर धन की देवी मां लक्ष्मी और शुभ-लाभ के देवता भगवान श्री गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है. हिंदू मान्यता के अनुसार दिवाली की रात गणेश और लक्ष्मी की पूजा करने पर पूरे साल सुख समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है. भारत के अलावा नेपाल, मलेशिया, थाईलैंड, श्रीलंका, अमेरिका, जापान व अन्य देशों में भी दीवाली को अलग-अलग रूपों में मनाया जाता है. दुनियाभर में रोशनी के पर्व पर उल्लास छाया हुआ है.
अयोध्या में बना नया विश्व रिकॉर्ड
दीपावली महापर्व की पूर्व संध्या पर रामनगरी में भव्य दीपोत्सव (Deepotsav 2025) का आयोजन हुआ. अवध वासियों ने राम की पैड़ी पर 26 लाख 17 हजार 215 दीप प्रज्वलित कर नया रिकॉर्ड बनाया. यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (World Record) में अंकित किया. इसके साक्षी बने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने दीपोत्सव को लोक आस्था से जोड़ा. मुख्यमंत्री ने कहा, भारत एक रहेगा तो श्रेष्ठ रहेगा. ©सुमित सारस्वत