
आगामी 2 से 10 दिसंबर तक सैनिक कल्याण के उद्देश्य से हो रही इस कथा को नाम दिया गया है राम-राष्ट्रकथा। इस कथा में 200 करोड़ रुपए एकत्रित कर दान किए जाएंगे। यहां असली टैंक भी स्थापित किया जा रहा है, जो सेना ने सूरत नगरपालिका को भेंट दिया था। कथा में प्रतिदिन करीब 1.5 लाख श्रोता आने का अनुमान है। सेवा के लिए 100 से ज्यादा सदस्यों वाली 43 कमेटियां बनाई गई है। जिन्हें भोजन, पानी, सब्जी, यातायात जैसी अलग-अलग व्यवस्थाएं सौंपी गई है। हर श्रोता को अच्छे भोजन के लिए 6 लाख वर्ग फीट की रसोई बन रही है। मारुति वीर जवान ट्रस्ट के प्रमुख यजमान ननुभाई सावलिया ने बताया कि फरवरी 2015 में सैनिक कल्याण हेतु विचार आया था और तब से ही काम चल रहा है। दिसंबर का समय इसलिए रखा, ताकि विदेशी मेहमान भी आ सकें। माना जा रहा है कि कथा के नौ दिनों के लिए प्रतिदिन का खर्च करीब सवा से डेढ़ करोड़ रुपए आएगा। उन्होंने बताया कि हमने करीब 30 किसानों से यह जगह किराए पर ली। करीब करोड़ रुपए उन्हें दिए भी गए लेकिन सभी किसानों ने उद्देश्य समझने के बाद पैसे वापस लौटा दिए। पैसे वापस नहीं लिए जा सकते थे, उन्हें दान में शामिल कर लिया गया। इस कथा में विदेश से भी 500 से अधिक लोग शामिल होंगे। इनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, न्यूजीलैंड व दक्षिण अफ्रीका के श्रोता ज्यादा होंगे। -सुमित सारस्वत, मो.09462737273
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वक्ता कौन होगा?
ReplyDeleteभुवन जी, खबर में लिखा है पूज्य मोरारी बापू का नाम।
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