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March 29, 2025

बीजेपी में नियुक्तियों के बाद बवाल, मंत्री ने किया पार्टी छोड़ने का एलान, जानें क्या है वजह ? - BJP Controversy

✍🏻 सुमित सारस्वत
राजनीति में अनुशासित कही जाने वाली भारतीय जनता पार्टी में नियुक्तियों के बाद बवाल मच गया है. मंडल कार्यकारिणी की घोषणा होने के बाद नवनियुक्त पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने नाराजगी प्रकट करते हुए विरोध किया है. यह विरोध मंडल महामंत्री पद को लेकर है. मामला ब्यावर (Beawar) विधानसभा क्षेत्र के सम्राट पृथ्वीराज चौहान मंडल का है.

मामले के अनुसार, बीजेपी (BJP) ने शुक्रवार शाम को ब्यावर में विभिन्न मंडल कार्यकारिणी की घोषणा की थी. नवनियुक्त कार्यकारिणी सदस्यों के नाम सार्वजनिक होते ही सम्राट पृथ्वीराज चौहान मंडल में विरोध होने लगा. विरोध करने वालों में भी सामान्य कार्यकर्ता नहीं, वह आगे थे जिन्हें संगठन में प्रमुख पद पर जिम्मेदारी मिली. मंडल के नवनियुक्त मंत्री देलवाड़ा निवासी कपिल बोयत ने अपने दो सौ समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ने का एलान तक कर दिया. विरोध की वजह महामंत्री पद पर हुई नियुक्ति थी.

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दरअसल, मंडल अध्यक्ष जयसिंह सुहावा ने कार्यकारिणी में महामंत्री पद पर अतीतमंड निवासी नरेंद्र सिंह को नियुक्त किया. संगठन में यह पद बेहद अहम माना जाता है. इसे लेकर विरोध शुरू हो गया. नवनियुक्त मंत्री कपिल बोयत और पूर्व महामंत्री मुकेश जोधावत ने नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया कि संगठन ने समर्पित कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर कांग्रेसी को पार्टी का प्रमुख पद सौंप दिया. बीजेपी के नवनियुक्त मंडल महामंत्री नरेंद्र सिंह की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुई हैं जिनमें वे कांग्रेस नेता सुदर्शन सिंह रावत (Sudarshan Singh Rawat) और मनोज चौहान (Manoj Chauhan) के साथ चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं.

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सोशल मीडिया पर बोयत ने लिखा कि 'ब्यावर की भारतीय जनता पार्टी जमीनी कार्यकर्ताओं का हनन कर पार्टी को गर्त में धकेलने का काम कर रही है. राष्ट्र के लिए घर-घर चंदा लेने गए कार्यकर्ताओं को पार्टी ने छोड़ दिया, यह राजनीति सही नहीं है. बीजेपी में कांग्रेस जिंदाबाद करने वाले लोग घुस गए हैं. मैं पार्टी का काम नहीं करूंगा और 200 कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी छोडूंगा.' जोधावत ने लिखा कि 'कट्टर कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ता को कार्यकारिणी में स्थान मिला है.' इस मामले को लेकर हमने मंडल अध्यक्ष जयसिंह से बात करनी चाही लेकिन संपर्क नहीं हो सका.


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March 28, 2025

भाजपा मंडल नवगठन में भूतड़ा समर्थकों को तरजीह, जानें क्या है मामला ? - BJP Controversy

✍🏻 सुमित सारस्वत
शहर के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले निकाय के आगामी चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मंडल का नवगठन किया है. शुक्रवार को ब्यावर (Beawar) के आशापुरा माता मंडल और महाराणा प्रताप मंडल की जंबोजेट कार्यकारिणी घोषित की गई. आशापुरा में 20 और महाराणा में 61 सदस्यों को शामिल किया है. इन दोनों ही कार्यकारिणी में ब्यावर बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता देवीशंकर भूतड़ा (Devishankar Bhutra) के समर्थकों को तवज्जो मिली है. शहर में करीब दो दशक से गुटबाजी की शिकार पार्टी में कार्यकर्ताओं के नामों की सूची से सार्वजनिक संदेश दिया गया है कि पूर्व में विधायक और देहात जिला अध्यक्ष का पद संभाल चुके भूतड़ा का दबदबा पार्टी में आज भी कायम है. यह भी तय मान सकते हैं कि आगामी निकाय चुनाव के टिकट वितरण में पूर्व की भांति भूतड़ा की ही भूमिका अहम रहेगी. बेशक, संगठन चुनाव के बाद देहात जिलाध्यक्ष पद पर जीतमल प्रजापत की नियुक्ति हुई हो लेकिन शहर से राजधानी तक आज भी भूतड़ा मजबूत पकड़ रखते हैं. यही कारण रहा कि मंडल अध्यक्ष जैसे अहम पद पर उनके सिपहसालार विजय दगदी और रवि चौहान की नियुक्तियां हुई.

महाराणा प्रताप मंडल में इन्हें मिला दायित्व
मंडल अध्यक्ष रवि चौहान ने 19 पदाधिकारियों और 42 सदस्यों को शामिल किया है. उपाध्यक्ष तारा सोनी, महेंद्र सिंह गौड़, नवलकिशोर मुरारका, बुधराज शर्मा, संतोष दगदी, सुमिता बाबेल, महामंत्री सत्येंद्र यादव, संतोष जाग्रत, मंत्री ममता वैष्णव, कांता ग्वाला, शशि चांवरिया, ललित आसरवा, देवेंद्र सेन, हेमंत खत्री, कोषाध्यक्ष नितिन खंडेलवाल, कार्यालय प्रभारी रामेश्वर गहलोत और आईटी संयोजक मनीष बंसल को नियुक्त किया है. कार्यकारिणी में साधना सारस्वत, कमला दगदी, प्रीति शर्मा, अंजू गोयल, रेखा भाटी, रिद्धि राजावत, रेणु दगदी, अनिल भोजक, त्रिलोक शर्मा, भवानी शंकर शर्मा, नाथूलाल पारीक, हरीश सांखला, राकेश भंडारी, पवन रायपुरिया, अविनाश गर्ग, राकेश नरूका, अरिहंत कांकरिया, गोविंद घावरी, दिलीप दगदी, संजय भाटी, शैलेंद्र चौहान, जगदीश रायपुरिया, भंवर सिंह चौहान, छोटीदेवी रेगर, ममता छत्रावत, भूरीदेवी मेघवाल, सीमा शर्मा, संगीता द्विवेदी, मंजू अरोड़ा, ललित जालान, सुनीता भाटी, राम भारती, कैलाश गहलोत, डी.के. जैन, केसरीमल सांखला, हेमसिंह रावत, रमेशचंद राठौड़, सौभागमल खोरवाल, प्रकाश माली, ईश्वर राजवानी, दिलीप भंडारी, कन्हैयालाल साहू को सदस्य रूप में शामिल किया है.

आशापुरा माता मंडल में इन्हें मिली जिम्मेदारी
मंडल अध्यक्ष विजय दगदी ने 20 पदाधिकारियों को शामिल किया है. उपाध्यक्ष देवकीनंदन शर्मा, पदमा भराड़िया, नवीन मेहता, कुंजबिहारी तोलम्बिया, मुकेश घावरी, राजेश जांगिड़, महामंत्री हिमांशु शर्मा, कृष्णा भूतड़ा, मंत्री लता शर्मा, पुष्पा आसवानी, विनीता, कंचन रावत, श्यामसुंदर प्रजापति, सुरेश गहलोत, कोषाध्यक्ष आशीष शर्मा, आईटी संयोजक रूपेश कोठारी, कार्यालय मंत्री बजरंग प्रजापति, मीडिया प्रभारी लोकेंद्र सिंह पंवार और प्रचार मंत्री भुवनेश सिसोदिया को नियुक्त किया है. अध्यक्ष दगदी ने कार्यकारिणी सदस्यों के नामों का खुलासा नहीं किया है.

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February 12, 2025

विश्व विख्यात है खाटू श्याम का लक्खी मेला, जानें इस साल कब होगा शुरू - Khatu Shyam Mela 2025

✍🏻 सुमित सारस्वत
विश्व विख्यात खाटू श्याम जी (Khatu Shyam Ji) के भक्तों को पूरे साल फागण महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है. यूं तो बाबा के धाम खाटू (Khatu) में हर महीने एकादशी को मेला लगता है लेकिन फाल्गुन का मेला सबसे खास है. यह एक ऐसा मेला (Fair) है जिसमें बाबा का हर भक्त देश दुनिया से खाटू धाम में हाजरी लगाने पहुंचता है. सड़कों पर हर तरफ लाखों भक्त दिखाई देते हैं. चारों तरफ रंग बिरंगे निशान लहराते हैं. हाथों में निशान लेकर भक्त रिंगस से खाटू की पदयात्रा करते हैं.

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इस साल बाबा का लक्खी मेला (Khatu Lakhi Mela) 28 फरवरी से शुरू होगा. 11 मार्च तक चलने वाले इस विशाल मेले के लिए मंदिर कमेटी और प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. मेले के दौरान भक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर कुछ नियम भी लागू किए हैं. इस बार मेले में वीआईपी दर्शन की व्यवस्था पूरी तरह से बंद रहेगी. केवल सरकारी प्रोटोकॉल वाले अतिथियों को ही विशेष सुविधा से दर्शन करवाए जाएंगे.

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मेले के दौरान 8 फीट से ऊंचे निशान भी प्रशासन ने प्रतिबंधित कर दिए हैं. अब 8 फीट से ऊंचा निशान (Flag) लाने पर मेला परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा. डीजे और शराब पर भी सख्त रोक रहेगी. कांटों वाले गुलाब (Rose) और कांच की इत्र शीशी भी मंदिर में नहीं ला सकेंगे. मेले के दौरान इनकी बिक्री करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
©सुमित सारस्वत

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अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी का निधन, रामलला टेंट में थे तब से प्रभु सेवा में रहे लीन - Satyendra Das Death

माघ पूर्णिमा पर आचार्य सत्येंद्र दास का देवलोक गमन

✍🏻 सुमित सारस्वत
विश्व विख्यात अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास महाराज (Satyendra Das Maharaj) का आज माघ पूर्णिमा के पवित्र दिन देवलोक गमन हुआ. वे 1993 से रामलला सरकार (Lord Ram) की सेवा कर रहे थे. उनके निधन से रामनगरी (Ayodhya) के मठ मंदिरों में शोक है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने आचार्य के निधन पर शोक जताया है.

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आचार्य सत्येंद्र दास को ब्रेन स्ट्रोक आने के बाद बीती 3 फरवरी को लखनऊ (Lucknow) के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया था. उपचार के दौरान आज बुधवार सुबह 7 बजे अस्पताल में अंतिम सांस ली. श्री राम मंदिर (Ram Mandir) भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी और अयोध्या राज परिवार के प्रमुख विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, डॉ. अनिल मिश्र, महासचिव चंपत राय ने निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है.

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यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भी शोक जताया है. उन्होंने कहा कि 'परम रामभक्त आचार्य सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का निधन अत्यंत दुःखद एवं आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है. विनम्र श्रद्धांजलि!'
©सुमित सारस्वत
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January 24, 2025

..इंतजार में बीत गई 24 जनवरी ! अब कब होगा मंत्रिमंडल विस्तार? - Rajasthan Cabinet Expansion

✍🏻 सुमित सारस्वत
आज 24 जनवरी है. चंद रोज से आज के दिन की काफी चर्चा थी लेकिन चर्चाओं को पंख नहीं लगे. दरअसल, सोशल मीडिया पर कुछ दिन से एक फेक न्यूज (Fake News) वायरल हो रही थी कि 24 जनवरी को राजस्थान मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, लेकिन आज ऐसा कुछ नहीं हुआ. भविष्य में ऐसा कुछ हो तो फिलहाल खबर नहीं. आज के दिन वाली चर्चा को मजबूत बनाने के लिए सोशल मीडिया पर कसीदे गढ़ने वालों ने तर्क दिया कि बीजेपी (BJP) विधायकों को राजधानी बुलाया गया है. चंद पसंदीदा नेताओं के नामों की नाव भी चलाई. किसी ने मंत्रिमंडल विस्तार का सुर्रा छोड़ा और सोशल मीडिया (Social Media) पर कयासों का काल्पनिक कारवां बढ़ गया. अब आपको बताते हैं कि भाजपा विधायकों को राजधानी क्यों बुलाया गया?

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दरअसल, 28 जनवरी को सीएम भजनलाल शर्मा
(Bhajanlal Sharma) एक बार फिर अपने मंत्रिमंडल और पार्टी विधायकों के साथ महाकुंभ (Maha Kumbh Mela) में संगम स्नान करने प्रयागराज (Prayagraj) जाएंगे. इससे पहले 25 व 26 जनवरी को सरकार के साथ उच्च अधिकारी उदयपुर में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में व्यस्त रहेंगे. ऐसे में कुंभ की कुशल तैयारियां पूर्व में ही तय हो जाए इसलिए विधायकों को बुलाकर पूछा गया कि कौन-कौन कुंभ में चलने के इच्छुक हैं? संख्या के आधार पर विमान से आवागमन और आवास व्यवस्था तय की गई है.

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क्यों फैल रहा कैंसर रोग ?

खैर, अब 24 जनवरी बितने के बाद आज एक बार फिर नई चर्चा शुरू हो गई है कि गणतंत्र दिवस (Republic Day) के बाद मंत्रिमंडल विस्तार होगा. ऐसे में एक बार फिर उम्मीद जगी है कि बसंत पंचमी (Basant Panchami) से पहले विधायकाें की पौ-बारह होगी और उनके जीवन में खुशियों का बसंत आएगा. फिलहाल, फिर वही बात कि जहां यह चर्चा होनी चाहिए, वहां आज भी कोई चर्चा नहीं.
©सुमित सारस्वत

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January 17, 2025

ब्यावर में 3 दिन के भीतर 4 कैंसर रोगियों की मौत, सामान्य बीमारी की तरह क्यों फैल रहा रोग ? Cancer Death Cases

✍🏻 सुमित सारस्वत
किसी जमाने में दुर्लभ रोग कहा जाने वाला कैंसर अब सामान्य बीमारी की तरह फैल रहा है. पूरी दुनिया के लिए कैंसर (Cancer Disease) चिंता का विषय बना हुआ है. इस बीमारी के कारण हर साल कई लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. भारत में भी यह बीमारी तेजी से बढ़ती जा रही है. सूचना के मुताबिक, राजस्थान (Rajasthan) के ब्यावर (Beawar) में इस गंभीर रोग की वजह से बीते 3 दिन के भीतर 4 लोगों की मौत हुई है.

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बेटे के गम में पिता की मौत
ब्यावर के करीब अजमेर (Ajmer) में कैंसर पीड़ित बेटे के गम में एक बुजुर्ग का शुक्रवार को निधन हो गया. परिजन के मुताबिक, कुछ महीने पहले उनके सबसे छोटे बेटे को कैंसर हो गया था. हर दिन उसके बारे में सोचते हुए बुजुर्ग का मानसिक संतुलन धीरे-धीरे बिगड़ता गया और गम में गुम होकर उनकी मौत हो गई. बेटा अभी चौथे स्टेज के कैंसर से गंभीर हालत में है.

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महिलाओं के लिए खतरा ज्यादा
कैंसर रोग किसी को भी अपना शिकार बना सकता है, चाहे वह किसी भी उम्र या लिंग का हो. भारत में पुरुषों की तुलना में महिलाओं को इसका ज्यादा खतरा है. आंकड़ों की मानें तो बीते कुछ साल में महिलाओं में कैंसर (Women Cancer Risk in India) के ज्यादा मामले आए हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की ग्लोबल कैंसर ऑब्जर्वेटरी के अनुसार, साल 2022 में भारत में लगभग 14 लाख 13 हजार 316 कैंसर के नए मामले सामने आए हैं. इनमें 6 लाख 91 हजार 178 पुरुष और 7 लाख 22 हजार 138 महिलाएं हैं. यह आंकड़े हैरान करने वाले हैं.

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विशेषज्ञ ने बताई यह वजह
जयपुर (Jaipur) के भगवान महावीर कैंसर अस्पताल (Cancer Hospital) की कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. पलक जैन (Dr Palak Jain) के मुताबिक, कैंसर एक जेनेटिक बीमारी है. मौजूदा समय में यह बीमारी बढ़ने की वजह है कि लोगों की लाइफस्टाइल चेंज हो गई है. बाहर का फास्टफूड खाना, बढ़ता पॉल्यूशन और रेडिएशन भी इसकी एक वजह है. आजकल लोगों के हाथ में हर समय मोबाइल फोन और सामने लैपटॉप स्क्रीन होती है. ऐसे में बीमारी हो सकती है. सभी को समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए. शरीर में कोई भी परेशानी होने पर चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें.
©सुमित सारस्वत

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January 8, 2025

अब 'दिया' से चमकेगा ब्यावर !, सरकार ने बदले सूबे के जिला प्रभारी - District Incharge of Rajasthan

✍🏻 सुमित सारस्वत

सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajan lal Sharma) की सरकार ने सूबे के जिला प्रभारी बदल दिए हैं. ब्यावर में डिप्टी सीएम दिया कुमारी (Diya Kumari) को जिला प्रभारी नियुक्त किया है. पूर्व प्रभारी झाबर सिंह खर्रा को अब पाली का जिम्मा सौंपा है. ब्यावर मूल की मंत्री डॉ. मंजू बाघमार (Manju Bahumat) को प्रतापगढ़ और चित्तौड़गढ़ जिला प्रभारी का दायित्व दिया है.


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डिप्टी सीएम के साथ ही दिया कुमारी के पास वित्त और सार्वजनिक निर्माण विभाग जैसे बड़े मंत्रालय भी हैं. ऐसे में उम्मीद कि जा सकती है कि उनके प्रभारी रहते ब्यावर (Beawar) में बदहाल सड़कों की सूरत बदलेगी और वित्त कोष से भरपूर विकास होगा. क्षेत्रीय सांसद रहते भी दिया की ब्यावर में सक्रियता रही थी. अब तक रहे सांसदों में शहर के सबसे ज्यादा दौरे उन्होंने ही किए.


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अब दिया के ब्यावर संभालने से स्थानीय नेता इंदरसिंह बागावास (Inder Singh Bagawas) और महेंद्र रावत (Mahendra Rawat) की राजनीति भी फिर चमकेगी. इन दोनों नेताओं के कुमारी से करीबी संबंध हैं. सांसद चुनाव के वक्त इन दोनों ने सक्रिय भूमिका के साथ जीत में भागीदारी निभाई थी. अब देखना दिलचस्प होगा कि बतौर जिला प्रभारी दिया कुमारी के काम से ब्यावर कितना चमकेगा! ©सुमित सारस्वत


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