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December 17, 2024

राजस्थान सरकार का एक साल पूरा, पीएम मोदी ने दी यह सौगातें - PM Modi in Rajasthan

✍🏻 सुमित सारस्वत
राजस्थान में सीएम भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा (BJP) सरकार का एक साल पूरा हाे गया है. इस मौके पर मंगलवार को राजधानी जयपुर (Jaipur) में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narenda Modi) ने कई सौगात दी. दादिया में आयोजित ‘एक वर्ष-परिणाम उत्कर्ष’ (Ek Varsh Parinaam Utkarsh) कार्यक्रम में ऊर्जा, सड़क एवं रेलवे से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया.



समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि इन परियोजनाओं से राजस्थान के पर्यटन, किसानों और नौजवानों को बहुत फायदा होगा. ये परियोजनाएं राजस्थान में पेयजल की चुनौती का स्थाई समाधान करेंगी और राजस्थान को देश में सबसे बेहतर संपर्क वाले राज्यों में से एक बनाएंगी. इससे राजस्थान में निवेश को बल मिलेगा. रोजगार के कई अवसर बनेंगे.

आधिकारिक बयान के अनुसार, मोदी ने ऊर्जा, सड़क, रेलवे (Railways) और जल (Water) से जुड़ी 46,300 करोड़ रुपए से अधिक की 24 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. 11,000 करोड़ रुपए से अधिक की 9 परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें केंद्र सरकार की 7 और राज्य सरकार की 2 परियोजनाएं शामिल हैं. पीएम ने 35,300 करोड़ रुपए से अधिक की 15 परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिनमें केंद्र सरकार की 9 और राज्य सरकार की 6 परियोजनाएं शामिल हैं.

आधिकारिक बयान के अनुसार, मोदी ने जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया उनमें नवनेरा बैराज, स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन नेटवर्क और परिसंपत्ति प्रबंधन प्रणाली से जुड़ी परियोजनाएं, रेलवे के भीलड़ी-समदड़ी-लूणी-जोधपुर-मेड़ता रोड-डेगाना-रतनगढ़ खंड का विद्युतीकरण शामिल है. अधिकारियों के अनुसार, ये परियोजनाएं लोगों के आवागमन को सुगम बनाने और प्रधानमंत्री के हरित ऊर्जा के दृष्टिकोण के अनुरूप राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेंगी.


प्रधानमंत्री ने 9,400 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से रामगढ़ बैराज और महलपुर बैराज के निर्माण कार्य तथा चंबल नदी पर नहर के माध्यम से नवनेरा बैराज से बीसलपुर बांध और ईसरदा बांध तक पानी पहुंचाने की प्रणाली की आधारशिला रखी. सरकारी कार्यालय भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने, पूगल (बीकानेर) में 2000 मेगावाट के एक सौर पार्क और 1000 मेगावाट के दो चरणों के सौर पार्कों के विकास तथा सैपऊ (धौलपुर) से भरतपुर-डीग-कुम्हेर-नगर-कामाण एवं पहाड़ी तथा चंबल-धौलपुर-भरतपुर तक पेयजल आपूर्ति लाइन के ‘रेट्रोफिटिंग’ (पुरानी या कम कुशल व्यवस्था में बदलाव किए बिना नई, अधिक ऊर्जा कुशल प्रौद्योगिकियों को लगाने की प्रक्रिया) कार्य का भी शिलान्यास किया.

मोदी ने लूणी-समदड़ी-भीलड़ी डबल लाइन, अजमेर-चंदेरिया डबल लाइन और जयपुर-सवाई माधोपुर डबल लाइन रेलवे परियोजना के साथ-साथ अन्य ऊर्जा पारेषण से संबंधित परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया. समारोह में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma), मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav), केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल, केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी, उप उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, दिया कुमारी (Diya Kumari), पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje), बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ (Madan Rahore) समेत कई मंत्री, जनप्रतिनिधि और प्रदेशभर से पहुंचे हजारों लोग मौजूद रहे.


©सुमित सारस्वत

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December 12, 2024

श्री सीमेंट ने तोड़ा किसान का घर, कंपनी की तानाशाही के खिलाफ प्रदर्शन - Farmers protest against Shree Cement

✍🏻 सुमित सारस्वत
श्री सीमेंट कंपनी एक बार फिर विवादों में है. इस बार कंपनी पर किसानों के घर तोड़ने का गंभीर आराेप लगा है. मुआवजा नहीं मिलने पर एक किसान ने कंपनी के प्रवेश द्वार पर आत्मदाह का प्रयास किया. बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद लाेगों ने श्री सीमेंट (Shree Cement) कंपनी पर तानाशाही करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया.

किसान विद्याधर ने दो दिन पहले इच्छा मृत्यु के लिए एसडीएम और कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी दिया था. इत्तला मिलने पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) भी मौके पर पहुंचे और कंपनी की मनमानी के खिलाफ गेट पर चढ़ गए. गुढ़ा ने किसान का समर्थन करते हुए जमीन का मुआवजा मांगा. मामला झुंझुनूं (Jhunjhunu) के नवलगढ़ (Nawalgarh) का है.

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प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कंपनी प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने आरोप लगाया कि श्री सीमेंट कंपनी ने नियमों को ताक में रखकर नवलगढ़ में प्लांट लगाया है. कंपनी के पास पॉल्यूशन की एनओसी नहीं है. बिना बाउंड्री के माइनिंग और ब्लास्टिंग कर रहे हैं. ब्लास्टिंग से कोई भी हादसा हो सकता है, कोई मर सकता है. गुढ़ा ने दावा किया कि उनके पास कंपनी की 50 कमियां हैं. प्रशासन चोरों की रखवाली कर रहा है. किसान परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है और प्रशासनिक अधिकारी कंपनी की पैरवी कर रहे हैं.

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प्रदर्शन के दौरान मौके पर मौजूद एक ग्रामीण ने बताया कि करीब एक महीने पहले श्री सीमेंट कंपनी प्रबंधन ने किसान का घर ताेड़कर उसे बेघर कर दिया. किसान के बच्चे छोटे हैं और वाइफ प्रेगनेंट है. एक अन्य ग्रामीण ने आरोप लगाया कि कंपनी ने बीते 2-3 साल में कई किसानों के घर तोड़ दिए. खेत उजाड़ दिए. अभी उनके पास रहने को छत नहीं है. न कंपनी सुनवाई कर रही है और न ही प्रशासन ने सुध ली है. कंपनी ने इलाके का पर्यावरण संतुलन बिगाड़ दिया है. किसानों (Farmers) की मांग है कि उन्हें जमीन का उचित मुआवजा मिलना चाहिए. साथ ही बेघर हुए परिवार के किसी एक सदस्य को कंपनी में रोजगार दिया जाए.

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इस मामले में कंपनी के यूनिट हैड एचसी गुप्ता ने मीडिया को बताया कि प्रभावित किसानों को 26 लाख रुपए प्रति बीघा का मुआवजा निर्धारित किया गया, वह देने को तैयार हैं. आश्वासन के बाद किसानों ने कंपनी को सात दिन का अल्टीमेटम और चेतावनी दी है कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करेंगे. अब देखना रोचक होगा कि उत्तर भारत की बड़ी कंपनी किसान के आगे झुकेगी या फिर आंदोलन (Farmers Protest) उग्र होगा. ©सुमित सारस्वत

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November 27, 2024

अजमेर दरगाह में संकटमोचन शिव मंदिर !, कोर्ट ने याचिका मंजूर कर दरगाह कमेटी व अन्य को भेजा नोटिस, जानें क्या है पूरा मामला - Ajmer Dargah Case

✍🏻 सुमित सारस्वत
ज्ञानवापी (Gyanvapi Mosque) और ताजमहल (Tajmahal) के बाद अब अजमेर की विश्व विख्यात ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा किया गया है. हिंदू सेना (Hindu Sena) के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कोर्ट में याचिका दायर कर अजमेर दरगाह (Ajmer Dargah) में संकटमोचन महादेव मंदिर होने का दावा किया है. जिसे अजमेर सिविल न्यायालय पश्चिम ने स्वीकार करते हुए सुनने योग्य माना है. कोर्ट ने अल्पसंख्यक मंत्रालय, दरगाह कमेटी अजमेर और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) को नोटिस देकर पक्ष रखने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होगी.

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दरगाह पक्ष की तरफ से आई प्रतिक्रिया
अजमेर शरीफ दरगाह (Ajmer Sharif Dargah) के खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने इस मामले पर मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कभी बाबरी मस्जिद, कभी मथुरा, कभी काशी, कहीं मस्जिदें शहीद की जा रही है, कहीं मॉब लिचिंग, यह एक एजेंडे के तहत बीते 10 साल से हो रहा है. 800 साल पुरानी अजमेर दरगाह में हर देश, हर धर्म के करोड़ों लोग आते हैं. अभी जनवरी के पहले सप्ताह से 813वां उर्स (Ajmer Urs 813) शुरू होगा. इससे पहले सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश हुई है, हालांकि यह कोशिश सफल नहीं होगी.
©सुमित सारस्वत

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November 21, 2024

नजर चूकी और माल पराया, शादियों में चोरियां कर रही ‘बैंड बाजा बारात' गैंग, राजस्थान के इन दो शहरों में हुई वारदात - Theft in Wedding

✍🏻 सुमित सारस्वत
आधुनिकता की चकाचाैंध के बीच अब शादियों में चोरी की वारदातें बढ़ने लगी है. ‘बैंड बाजा बारात' गैंग के गुर्गे नकली मेहमान बनकर शादियों में पहुंचते हैं और मौका देखते ही माल पर हाथ साफ कर देते हैं. शादी में परिवार वालों की नजर चूकी और माल पराया हो जाता है. शादियों की सीजन के बीच गुरुवार को राजस्थान (Rajasthan) के दो शहरों में चोरी के मामले सामने आए, जहां बदमाशों ने शादियों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया और गहने व कैश से भरा बैग लेकर फरार हो गए. अब पुलिस मैरिज गार्डन में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश में जुटी है.

सगाई से पहले 13 लाख के गहने चोरी
राजधानी जयपुर (Jaipur) में हाइवे स्थित मिरेकल मैरिज गार्डन में झोटवाड़ा निवासी श्रवण चौधरी के बेटे की सगाई समारोह का प्रोग्राम हो रहा था. इस दौरान स्टेज पर जाने के लिए उनकी बेटी हाथ में लगा बैग रिश्तेदार महिला के पास रखकर चली गई. तभी दो बदमाश आए और नजर बचाकर कुर्सी के पास रखा बैग चुराकर ले गए. कुछ देर बाद जब लड़की लौटी तो बैग चोरी होने का पता चला. गहने-कैश का बैग चोरी की सूचना पर हरमाड़ा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, बैग में 13 लाख रुपए के गहने और 8 हजार रुपए रखे थे. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फरार चोरों की तलाश जारी है.

मायरा भरने से पहले लाखों की चोरी
ब्यावर (Beawar) के राधाकुंज गार्डन में शादी (Marriage) के बीच हल्दी की रस्म के दौरान एक चोर गहनों और कैश से भरा बैग लेकर फरार हो गया. पीड़ित सुरेश वैष्णव अपने भांजे की शादी के लिए मायरा भरने आए थे. वैष्णव विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष हैं. शादी में चोरी की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और परिवार वालों से वारदात की जानकारी लेकर सीसीटीवी फुटेज खंगाले. वीडियो में एक चोर बैग चुराकर भागता दिख रहा है. धर्मीचंद वैष्णव की ओर से दी शिकायत के मुताबिक, बैग में 15 तोला स्वर्ण आभूषण और 5 लाख रुपए थे. ब्यावर में चोरी की ऐसी ही वारदात केसरीनंदन गार्डन में सीताराम शर्मा के पुत्र की शादी में हुई थी.

चोरी में नाबालिगों का इस्तेमाल
गुरुवार को ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच ने ‘बैंड बाजा बारात’ गैंग का पर्दाफाश किया है, जो शादियों में चोरी करने के लिए मशहूर थी. यह गैंग महिलाओं और बच्चों का इस्तेमाल करती थी. क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर संजय भाटिया ने मीडिया को बताया कि गैंग के लोग महिलाओं और बच्चों का कॉन्ट्रैक्ट कर उन्हें बाकायदा ट्रेनिंग देते थे. इसके बाद शादियों के मौसम में किराए पर कमरा लेकर चोरी को अंजाम देते. गैंग पहले शादी में परिवार वालों की पहचान करती, फिर ऐसे बैग को टारगेट करती जिसमें कैश या जेवरात होने की संभावना होती. बैग चोरी करने के बाद इसे तुरंत दूसरे सदस्य को पास किया जाता. यह बैग तीन-चार लोगों के जरिए रेलवे स्टेशन तक पहुंचता और वहां से ट्रेन के जरिए गांव भेज दिया जाता.
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कांग्रेस से महिलाओं का मोह भंग !, पार्टी कार्यक्रमों में कार्यकर्ताओं का टोटा

✍🏻 सुमित सारस्वत
बीते विधानसभा और लोकसभा चुनाव (Elections) के बाद जहां एक ओर देश में कांग्रेस (Congress) की स्थिति सुधरी है वहीं दूसरी ओर ब्यावर (Beawar) में कांग्रेस की स्थिति दिनोंदिन बिगड़ रही है. इस विपक्षी पार्टी से कार्यकर्ता ही दूरी बनाने लगे हैं. महिलाओं का तो मानो मोह भंग हो गया. शायद यही वजह है कि पार्टी कार्यक्रमों में कार्यकर्ताओं की कमी दिखने लगी है. किसी नेता की जयंती-पुण्यतिथि हो, या ज्ञापन-प्रदर्शन, गिने-चुने कार्यकर्ता ही पहुंचते हैं. आलम यह है कि पदों पर बैठे पदाधिकारी और नगरीय सत्ता का लाभ भोग रहे पार्षद भी पार्टी कार्यक्रमों में उपस्थित नहीं होते. सच्चाई यह ताजा तस्वीर बयां कर रही है.

कांग्रेस पार्टी की पूर्वज महिला नेत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देने के लिए गिनती के 27 पुरुष कार्यकर्ताओं संग महज एक महिला मौजूद है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, ब्यावर कांग्रेस के कार्यक्रमों की अधिकांश तस्वीरों में चुनिंदा कार्यकर्ता ही दिखते हैं. इसे कुशल नेतृत्व की कमी कहें, या संगठन की नीतियों का प्रभाव, इसके जवाब में अधिकांश जिम्मेदार पदाधिकारियों ने एक ही बात कही, 'हम सभी को सूचना देकर बुलाते हैं लेकिन कार्यकर्ता आते नहीं तो क्या करें!'

अब बड़ा सवाल यह है कि यदि वो आते नहीं तो उन्हें पद सौंपने का क्या औचित्य? जो संगठन के लिए समर्पित नहीं उन्हें पदमुक्त क्यों नहीं करते? अगर अभी निकाय चुनाव होते तो 30 प्रतिशत आरक्षित टिकट किन महिलाओं को देते? रफ्तार से भागते वक्त में कछुआ चाल से लुप्त होने को आतुर कांग्रेस को इन सवालों के जवाब गंभीरता से तलाशने चाहिए, अन्यथा अब ब्यावर के किसी कांग्रेस नेता का विधानसभा में जाने और नगर परिषद की सत्ता पर काबिज होने की ख्वाहिश ख्वाब ही रह जाएगी. ©SumitSaraswatSP
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November 16, 2024

प्रसाद चाहिए तो पहले रसीद कटवाइए, जानें कहां बिकने लगा अन्नकूट ? - Annakut Prasad on Govardhan Puja

✍🏻सुमित सारस्वत
पौराणिक मान्यता के मुताबिक, दीपावली महापर्व के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है. कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की शरण में देवराज इंद्र के अभिमान को समाप्त किया और गोवर्धन पूजा
(Govardhan Puja) की परंपरा शुरू की. तभी से लोग हर साल गोवर्धन पूजा कर रहे हैं. इस पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) और गोवर्धन जी को अन्नकूट बनाकर भोग लगाते हैं.

भगवान श्री राम
(Lord Ram) के वनवास से अवध (Ayodhya) लौटने की खुशी में मनाए जाने वाले दीपावली महापर्व (Diwali Festival) के दूसरे दिन ही गोवर्धन पूजा क्यों की जाती है ? और कब से की जा रही है ? इसकी कहीं कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है.

क्या है अन्नकूट ?
मान्यता के मुताबिक, गोवर्धन पूजा के शुभ अवसर पर लोग 56 या 108 प्रकार के पकवान बनाकर श्रीकृष्ण को भोग स्वरूप अर्पित करते हैं, इन्हीं पकवानों को 'अन्नकूट' कहा जाता है. इसके बिना गोवर्धन पूजा अधूरी मानी जाती है. अन्नकूट में कई तरह की सब्जियां, कढ़ी, चावल, खीर, पूड़ी, मिठाईयां, रबड़ी, पेड़े, मक्खन, मिश्री आदि तरह-तरह की चीजें बनाते हैं.

अब आनंद के लिए अन्नकूट !
गोवर्धन पूजा के साथ शुरू हुई अन्नकूट परंपरा में वक्त के साथ बदलाव आ गया है. अब लोग आनंद के लिए अन्नकूट का आयोजन करने लगे हैं. अलग-अलग धर्मस्थलों पर कई-कई दिन तक सहूलियत के अनुसार अन्नकूट आयोजन होने लगे हैं. इतना ही नहीं, जिन धर्मस्थलों में ठाकुरजी विराजमान नहीं हैं, उन देवी-देवताओं के धर्मस्थलों पर भी लोग यह आयोजन कर रहे हैं. कई-कई जगह पर तो बाकायदा पंगत लगाकर भोजन होने लगा है.

प्रसाद पाने पहुंचे लोग हुए निराश
बदलते वक्त के साथ अब कुछ धर्मस्थलों पर अन्नकूट के नाम पर व्यापार होने लगा है. ट्रस्टी और सेवादार इस प्रसाद को भी बेचने लगे हैं. बाकायदा इसके लिए रसीद कटवाने का दबाव बनाया जाता है. वहीं कई जगहों पर पंगत में बैठकर प्रसाद खिलाने के लिए रुपए लिए जाते हैं. धर्मस्थलाें पर होने वाले इस कृत्य से आस्थावान लोगों में आक्रोश और निराशा नजर आई. एक बड़े धर्मस्थल पर अन्नकूट प्रसाद
(Annakut Prasad) पाने पहुंचे लोगों को ट्रस्ट अध्यक्ष ने रसीद कटवाने का दबाव बनाया. इस बात पर लोगों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए अध्यक्ष को खरी-खोटी भी सुनाई.

लोगों को भी बदलनी होगी धारणा
धार्मिक स्थलों पर होने वाले अन्नकूट आयोजन में पहुंचने वाले लोगों को भी अपनी धारणा बदलनी होगी. इस प्रसाद को पाने के लिए कई लोग अपने साथ बड़े-बड़े टिफिन लेकर पहुंच जाते हैं. कई लोग तो इतनी अधिक मात्रा में अन्नकूट ले जाते हैं कि उनके घर में एक वक्त भोजन का जुगाड़ हो जाता है. लोगों को यह सोच बदलनी हाेगी. प्रसाद को प्रसाद की तरह पाएंगे तभी प्रसाद की सार्थकर्ता सिद्ध होगी.
©सुमित सारस्वत
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दीपावली के दूसरे दिन क्यों होती है गोवर्धन पूजा ? क्या है यह अनछुआ रहस्य - Govardhan Puja on Diwali

✍🏻सुमित सारस्वत

पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की शरण में देवराज इंद्र के अभिमान को समाप्त किया और गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) की परंपरा शुरू की. तभी से लोग हर साल गोवर्धन पूजा कर रहे हैं. इस पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण (Lord Krishna) और गोवर्धन जी को अन्नकूट बनाकर भोग लगाया जाता है.

भगवान श्री राम (Lord Ram) के वनवास से अवध (Ayodhya) लौटने की खुशी में मनाए जाने वाले दीपावली महापर्व (Diwali Festival) के दूसरे दिन ही गोवर्धन पूजा क्यों की जाती है ? और कब से की जा रही है ? इसकी कहीं कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है.

क्या है अन्नकूट ?
मान्यता के मुताबिक, गोवर्धन पूजा के शुभ अवसर पर लोग 56 या 108 प्रकार के पकवान बनाकर श्रीकृष्ण को भोग स्वरूप अर्पित करते हैं, इन्हीं पकवानों को 'अन्नकूट' कहा जाता है. इसके बिना गोवर्धन पूजा अधूरी मानी जाती है. अन्नकूट (Annakut Prasad) में कई तरह की सब्जियां, कढ़ी, चावल, खीर, पूड़ी, मिठाईयां, रबड़ी, पेड़े, मक्खन, मिश्री आदि तरह-तरह की चीजें बनाते हैं
. ©सुमित सारस्वत

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November 8, 2024

यूपी में महिला सुरक्षा के लिए बड़ा अहम फैसला, पुरुष टेलर नहीं ले सकेंगे महिलाओं का माप, जिम में भी रोक

✍🏻सुमित सारस्वत
भारत में बढ़ते दुष्कर्म (Rape) मामलों के बीच महिला सुरक्षा के लिए एक बड़ा अहम फैसला हुआ है. यूपी महिला आयोग ने तय किया है कि अब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में ब्यूटी पार्लर, बुटिक, योगा सेंटर और जिम में महिलाओं के लिए पुरूषों को काम पर नहीं लगाया जा सकता.

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आयोग अध्यक्ष बबीता चौहान (Babita Chauhan) ने बताया कि यूपी में अब पुरुष टेलर महिलाओं का माप नहीं ले सकेंगे. ब्यूटी पार्लर में मेकअप का काम महिला ब्यूटीशियन और योगा सेंटर व जिम में भी महिला ट्रेनर होना जरूरी है. महिलाओं को पुरुषों के 'गलत इरादे' और 'बैड टच' से बचाने के लिए आयोग ने यह प्रस्ताव दिया है. आयोग का मानना है कि इस तरह के पेशे में शामिल पुरुषों की वजह से महिलाओं के साथ छेड़छाड़ होती है. पुरुष महिलाओं के साथ गलत व्यवहार की कोशिश करते हैं.

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आयोग अध्यक्ष ने कहा कि इस फैसले से महिला सुरक्षा बढ़ेगी. साथ ही महिलाओं के लिए नौकरी रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. आयोग के इस फैसले को देशभर से समर्थन मिल रहा है. लोग इस फैसले पर खुशी जताते हुए पूरे देश में लागू करने की मांग कर रहे हैं.
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October 25, 2024

जानें अयोध्या में कब मनाएंगे दिवाली ?, रामनगरी से ही शुरू हुई थी दीपावली की परंपरा - Ayodhya Deepotsav 2024

✍🏻सुमित सारस्वत
हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली महापर्व (Diwali Festival) हर्षोल्लास से मनाया जाता है. सनातन धर्म की मान्यता के अनुसार यह हिंदुओं का सबसे बड़ा पर्व है. धार्मिक मान्यता है कि त्रेता युग में इस दिन प्रभु श्री राम (Lord Ram) चौदह वर्ष का वनवास कर अयोध्या (Ayodhya) लौटे थे. तब अवध वासियों ने प्रभु के आगमन की खूब खुशियां मनाई. अवध को दीपों से सजाया. तब से दीपावली पर्व की परंपरा शुरू हुई.

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55 घाटों पर जगमगाएंगे 25 लाख दीपक
हर साल की तरह इस साल भी अयोध्या में दीपाेत्सव (Diwali in Ayodhya) महापर्व उत्साह के साथ मनाएंगे. राम जन्मभूमि मंदिर बनने के बाद रामनगरी में दीपोत्सव 2024 (Deepotsav 2024) का उल्लास दोगुना दिखने लगा है. यहां दीपावली की पूर्व संध्या पर 30 अक्टूबर को दीपोत्सव पर्व मनाएंगे. इस साल राम की पैड़ी समेत सरयू के 55 घाटों पर 25 लाख से ज्यादा दीपक जगमगाएंगे. 25 अक्टूबर से घाटों पर दीपक जमाने का काम शुरू कर दिया है.

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सीएम योगी भी दीपोत्सव में करेंगे दीपदान
विश्व विख्यात अयोध्या के दीपोत्सव कार्यक्रम में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) भी शामिल होंगे. 30 अक्टूबर की शाम सरयू घाट पर दीपदान व आरती करेंगे. 31 अक्टूबर की सुबह श्री राम जन्मभूमि मंदिर (Ram Mandir) में दीपावली दर्शन व पूजन करेंगे. दीपावली के मौके पर श्री राम मंदिर पर आकर्षक रोशनी से सजावट की है. देशभर से श्रद्वालु दीपोत्सव में शामिल होने अयोध्या पहुंच रहे हैं.
©सुमित सारस्वत

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October 18, 2024

मौत से पहले महिला बना 22 साल का लड़का, सुसाइड का तरीका देख पुलिस और परिवार दंग - Mystery of Suicide

✍🏻 सुमित सारस्वत

आज सुसाइड का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. मसूरी (Mussoorie) की IAS अकादमी में 22 साल के लड़के ने फंदा लगाकर आत्महत्या की है. चौंकाने वाली बात यह है कि जान देने से पहले अनुकूल रावत ने महिला के वेश में श्रृंगार किया. सुसाइड की सूचना पर पुलिस कर्मी और परिवार के लोग मौके पर पहुंचे तो देखकर दंग रह गए.

माथे पर बिंदी, बालों में जूड़ा, गले में हार और हाथों में चूड़ी सहित पूरा श्रृंगार किए अनुकूल फंदे पर लटका था. पुलिस (Police) ने शव को फंदे से नीचे उतारा. उसके सहपाठी और परिवार को समझ नहीं आ रहा कि आखिर उसने ऐसा कदम क्यों उठाया. अनुकूल को ऐसे लिबास या फिर महिला श्रृंगार करते पहले कभी किसी ने नहीं देखा था. पहली बार उसका यह रूप देखकर और उसके इस तरह दुनिया से चले जाने पर हर कोई हतप्रभ है.

पुलिस आत्महत्या (Suicide) के इस मामले में हर एंगल से जांच करने में जुटी है. यह भी पता लगा रहे हैं कि अनुकूल ने साड़ी और मेकअप का सामान कब और कहां से खरीदा. पुलिस को मौके पर मोबाइल बरामद हुआ है, जिसे मोबाइल फॉरेंसिक टीम की मदद से अनलॉक किया जाएगा. यह जांच करेंगे कि वह सोशल मीडिया (Social Media) पर किस तरह के लोगों के संपर्क में था. किन लोगों को संदेश भेजता था और कैसा कंटेंट सर्च करता था. ©सुमित सारस्वत

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September 28, 2024

कृष्ण नगरी में मिल गई गीता !, जानें क्या थी घर छोड़कर वृंदावन जाने की वजह - Laapataa Ladies Found

✍🏻 सुमित सारस्वत

इन दिनों फेमस हिंदी फिल्म 'लापता लेडीज' की चर्चाओं के बीच कल शनिवार सुबह ब्यावर (Beawar) से लापता हुई गीता चौहान का पता लग गया है. परिजन का कहना है कि, गीता ने आज रविवार सुबह अपनी बेटी रानू को कॉल कर खुद के वृंदावन (Vrindavan) में सुरक्षित होने की बात कही है. उन्होंने बेटी से कहा कि 'परेशान मत होना, मैं कल घर लौट आऊंगी.'

शुक्र है कि गीता (Geeta) सुरक्षित हैं लेकिन उनके इस तरह बिना बताए चले जाने से पूरे शहर के साथ उनके परिजनों और रिश्तेदारों को काफी परेशानी हुई. सभी ने अपने-अपने वाहनों और साधनों की सहायता से उन्हें कई शहरों में तलाश किया. ब्यावर के लगभग हर व्हाट्सएप ग्रुप में कल कई कई बार उनकी तस्वीरें वायरल कर लोगों ने उनका पता लगाने का प्रयास किया.

यह सभी को पता है कि गीता भक्ति भाव से जुड़ी हैं. अगर उन्हें कहीं जाना ही था तो परिवार को बताकर चले जाते, लेकिन मानसिक तनाव में मनुष्य ऐसा नहीं सोचता. गीता की व्यक्तिगत पहचान के कारण उनका यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया, इसलिए यह जानना जरूरी है कि भजन-कीर्तन करने वाली गीता को आखिर किस बात का तनाव हो गया? इस सवाल के जवाब में परिजन ने बताया कि कुछ समय से उनकी बेटी के वैवाहिक रिश्ते की बात चल रही है. परिवार को मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का एक लड़का पसंद आया लेकिन गीता अपनी लाड़ली को इतना दूर नहीं भेजना चाहती. बस, इतनी सी बात पर परिवार में सहमति नहीं बनी और बेटी के दूर चले जाने की सोच से गीता कुछ दिन से तनाव में थी. हालांकि अभी बेटी का रिश्ता तय नहीं हुआ था. लेकिन यह तय है कि इस घटना से सबक लेकर परिवार अब गीता के विचारों का आदर करते हुए सर्व सहमति से ही कोई फैसला करेगा.

वर्तमान वक्त में लगभग हर घर में किसी न किसी बात का तनाव है. कहीं स्वास्थ्य को लेकर, तो कहीं व्यापार में मंदी. कहीं पति-पत्नी में अनबन, तो कहीं बच्चों की हरकतों से परेशानी. कहीं कर्ज से तनाव, तो कहीं जॉबलेस होने की चिंता. ऐसे नकारात्मक माहौल में भी मनुष्य को सकारात्मक रहने की बेहद आवश्यकता है. सभी को पता है कि कोरोना काल (Corona Pandemic) के बाद इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो गया है. आए दिन हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे हैं. जरूरी है कि घर-परिवार को तनावमुक्त रखें. खुश रहें और प्रत्येक व्यक्ति की खुशी का ख्याल रखें. -सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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September 23, 2024

अग्रवाल समाज इस तरह मनाएगा अग्रसेन महाराज की 5148वीं जयंती, जानें कब-कौनसा कार्यक्रम? - Agrasen Jayanti Mahotsav 2024

सुमित सारस्वत
भारतीय अर्थव्यवस्था में अग्रणी अग्रवाल समाज के आराध्य महाराजा अग्रसेन जी की 5148वीं जयंती धार्मिक नगरी ब्यावर में हर्षोल्लास से मनाई जाएगी. दस दिवसीय महोत्सव के तहत विभिन्न आयु वर्ग के लिए खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं होंगी. इसे लेकर समाज ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की है.

अग्रवाल समाज अध्यक्ष मुकेश अरड़का ने बताया कि 25 सितंबर को आराध्य देव के पूजन और ध्वजारोहण के साथ दस दिवसीय कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे. 4 अक्टूबर तक कई प्रतियोगिताओं के साथ श्याम भजन संध्या, राणी सती मंगल पाठ, कवि सम्मेलन, गरबा और अन्य आयोजन करेंगे. समाज ने जयंती संयोजक सतीश सर्राफ, सह संयोजक अशोक गोयल, निखिल जिंदल, राजेंद्र सर्राफ, संजय जिंदल को जिम्मा सौंपा है.

26 सितंबर को बरसेगा श्याम रस
जयंती संयोजक सतीश सर्राफ ने बताया कि प्रथम दिन 25 सितंबर को सुबह 9 बजे शिशु प्रदर्शनी व 9.30 बजे रक्तदान शिविर लगाएंगे. शाम 7.30 बजे से युवतियाें व महिलाओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. 26 सितंबर को दोपहर 2 बजे से बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिताएं होंगी. रात 8 बजे से श्री श्याम रस भजन संध्या में कोलकाता के गायक तुषार चौधरी, दौसा के अजय शर्मा व ब्यावर के दीपांशु अग्रवाल भक्ति गुणगान गाएंगे. भजन संध्या के लिए बाबा श्याम का भव्य दरबार सजाएंगे. ©सुमित सारस्वत

सेवा के बाद होगी अंताक्षरी

27 सितंबर को दोपहर 2 बजे से बालकों व युवकों के लिए खेलकूद प्रतियोगिताएं होंगी. शाम 7.30 बजे से सांस्कृतिक संध्या में बालिकाएं विविध वेशभूषा व एकल नृत्य प्रस्तुत करेंगी. 28 सितंबर काे सुबह 8.30 बजे गौशाला में गौ सेवा व पौधरोपण करेंगे. दोपहर 2 बजे से युवतियों व महिलाओं के लिए खेलकूद प्रतियोगिताएं होंगी. दोपहर 2.30 बजे से म्यूजिकल अंताक्षरी में गीताें के तराने गूंजेंगे.

कवि सम्मेलन में गुदगुदाएंगे कवि
28 सितंबर की रात 8 बजे से कवि सम्मेलन का आयोजन होगा. जिसमें हास्य कवि अपनी काव्य रचनाओं से श्रोताओं को गुदगुदाएंगे. मंच संचालन बुद्धिप्रकाश दाधीच करेंगे. हास्य कवि शंभू शिखर, मुन्ना बैटरी, दिनेश देसी घी के साथ श्रृंगार रस कवयित्री पद्मिनी शर्मा व ओजस्वी कवि योगेंद्र शर्मा रचनाएं सुनाएंगे.

फन फेयर में होगी मौज-मस्ती

29 सितंबर को सुबह 8 बजे से बालकों व युवकों और सुबह 10.30 बजे से बालिकाओं व युवतियों के लिए बैडमिंटन प्रतियोगिता होगी. दोपहर 2 बजे से फन फेयर में मौज-मस्ती के साथ विभिन्न व्यंजनों व गेम्स का लुत्फ लेंगे. 30 सितंबर को दोपहर 2 बजे से महिलाओं के लिए खेलकूद प्रतियोगिताएं व भजन अंताक्षरी होगी. शाम 7.30 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम में बालक विविध वेशभूषा और एकल नृत्य प्रस्तुति देंगे. 1 अक्टूबर को सुबह 6 बजे योग शिविर, दोपहर 2 बजे बालिकाओं व युवतियों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता और शाम 7.30 बजे से बॉलीवुड अंताक्षरी होगी. ©सुमित सारस्वत


मंगल पाठ कर निकालेंगे कलश शोभायात्रा
समाज मंत्री श्रवण बंसल ने बताया कि 2 अक्टूबर को दोपहर 1.30 बजे से गायक गोपाल वर्मा के साथ राणी सती दादी का संगीतमय मंगपाठ करेंगे. 3 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से कलश शोभायात्रा निकालेंगे. शाम 7.30 बजे से बालिकाएं व महिलाएं गरबा डांडिया रास करेंगी. प्रचार मंत्री चंद्रेश गर्ग ने बताया कि 4 अक्टूबर को शाम 7 बजे समापन समारोह व पुरस्कार वितरण समारोह होगा. कार्यक्रम में कलाकार शिव तांडव व महारास प्रस्तुत करेंगे.

समाज सदस्यों ने की व्यापक तैयारियां
जयंती महोत्सव को सफल बनाने के लिए समाज सदस्यों ने व्यापक तैयारियां की है. निर्मल बंसल, आरसी गोयल, शैलेंद्र गुप्ता, मनीष जिंदल, मुकेश गर्ग, अतुल बंसल, अमित बंसल, पूर्वा डाणी, ललिता जालान, सीमा गुप्ता, सीमा बंसल, नरेश मित्तल, गिरधारी अग्रवाल, रोशन बादशाह, नितेश गोयल, आलोक गुप्ता, पवन रायपुरिया, श्यामसुंदर अग्रवाल, राजकुमार गोयल, अभिषेक सटाक, रजत अग्रवाल, चिराग गर्ग व अन्य समाज सदस्य तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं. ©सुमित सारस्वत, मो.9462737273

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September 5, 2024

Teachers Day Special : यह रखते हैं सफल जीवन की नींव, जिनके बिना अधूरा है ज्ञान

गुरु, शिक्षक, आचार्य, अध्यापक या टीचर ये सभी शब्द ऐसे व्यक्ति को व्याख्यातित करते हैं जो हमें ज्ञान देते हैं, सिखाते हैं. इन्हीं शिक्षकों को धन्यवाद देने के लिए एक दिन है जो 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में जाना जाता है. सिर्फ धन देकर ही शिक्षा हासिल नहीं होती बल्कि अपने गुरु के प्रति आदर, सम्मान और विश्वास, ज्ञानार्जन में बहुत सहायक होता है. पढ़ें यह रिपोर्ट..



"गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागू पाय ।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो बताय ।।"

कबीर दास जी द्वारा लिखी गई यह पंक्तियां जीवन में गुरु के महत्व को वर्णित करने के लिए काफी हैं. जीवन में माता-पिता का स्थान कभी कोई नहीं ले सकता क्योंकि वे ही हमें इस रंगीन खूबसूरत दुनिया में लाए हैं. उनका ऋण हम किसी भी रूप में उतार नहीं सकते, लेकिन जिस समाज में हमें रहना है, उसके योग्य हमें केवल शिक्षक (Teacher) ही बनाते हैं. यद्यपि परिवार को बच्चे के प्रारंभिक विद्यालय का दर्जा दिया जाता है लेकिन जीने का असली सलीका उसे शिक्षक ही सिखाते हैं. समाज के शिल्पकार कहे जाने वाले शिक्षकों का महत्व यहीं समाप्त नहीं होता, क्योंकि वह ना सिर्फ हमें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं बल्कि सफल जीवन की नींव भी उन्हीं के हाथों से रखी जाती है.

शिक्षक की महत्ता को समझते हुए हर वर्ष जिनकी वजह से 5 सितंबर का दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है वह हैं- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr Sarvepalli Radhakrishnan). कहते हैं कि जब वह राष्ट्रपति (President) के पद पर सुशोभित हुए तो उनके शिष्यों और चाहने वालों ने उनके सम्मान में 5 सितंबर को उनका जन्मदिवस मनाने का विचार उनके समक्ष रखा. इस पर उन्होंने इस दिन को अर्थात् 5 सितंबर को सभी शिक्षकों के सम्मान का दिन शिक्षक दिवस (Teachers Day) मनाने को कहा था. तब से हम डॉ. सर्वपल्ली के जन्मदिन के साथ शिक्षक दिवस भी मना रहें हैं. अत: इस दिन हम सब के साथ, विशेष तौर से हर शिक्षक को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का अवश्य आभार व्यक्त करना चाहिए, जिनकी वजह से 5 सितंबर का दिन 'शिक्षक सम्मान का दिन' कहा जाता है.

कबीर जी ने गुरु और शिष्य के लिए एक दोहा कहा है..
"सब धरती कागज करुं, लेखनी सब वनराय ।
सात समुद्र की मसी करुं, गुरु गुण लिखा ना जाय ।।"

कच्चे घड़े की भांति स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को जिस रूप में ढालो, वे ढल जाते हैं. वे स्कूल (School) में जो सीखते हैं या जैसा उन्हें सिखाया जाता है वे वैसा ही व्यवहार करते हैं. उनकी मानसिकता भी कुछ वैसी ही बन जाती है जैसा वह अपने आसपास होता देखते हैं. सफल जीवन के लिए शिक्षा बहुत उपयोगी है जो हमें गुरु प्रदान करते हैं. गुरु का संबंध केवल शिक्षा (Education) से ही नहीं होता बल्कि वह तो हर मोड़ पर आपका हाथ थामने के लिए तैयार रहते हैं. आपको सही सुझाव देते हैं और जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं. 
©सुमित सारस्वत

गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है, जिसके कई स्वर्णिम उदाहरण हमारे इतिहास में दर्ज हैं. हम बात कर रहे हैं ऐसे गुरुओं की जिन्होंने हमेशा समाज के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया. प्राय: सख्त और अक्खड़ स्वभाव वाले यह शिक्षक अंदर से बेहद कोमल और उदार होते हैं. आपके जीवन में भी कभी न कभी ऐसे गुरु या शिक्षक का आगमन हुआ होगा जिन्होंने आपके जीवन की दिशा बदल दी या फिर आपको जीवन जीने का सही ढ़ंग सिखाया हो.

"यह तन विष की बेलरी, गुरु अमृत की खान ।
शीश दिये जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान ।।"

संत कबीर जी के शब्दों से भारतीय संस्कृति में गुरु के उच्च स्थान की झलक मिलती है. भारतीय बच्चे प्राचीन काल से ही आचार्य देवो भव: का बोध-वाक्य सुनकर ही बड़े होते हैं. माता पिता के नाम के कुल की व्यवस्था तो सारे विश्व के मातृ या पितृ सत्तात्मक समाजों में चलती है परन्तु गुरुकुल का विधान भारतीय संस्कृति की अनूठी विशेषता है.

हमेशा इस बात को ध्यान में रखें कि आप एक छात्र हैं, और उम्र में अपने शिक्षक से काफी छोटे हैं. और फिर हमारे संस्कार भी तो हमें यही सिखाते हैं कि हमें अपने से बड़ों का आदर करना चाहिए. हमें अपने गुरु (Guru) का आदर-सत्कार करना चाहिए. हमें गुरु की बात को ध्यान से सुनना और समझना चाहिए. अगर आपने अपने क्रोध, ईर्ष्या को त्याग कर अपने अंदर संयम के बीज बोये तो निश्चित ही आपका व्यवहार आपको बहुत ऊंचाइयों तक ले जाएगा, और तभी हमारा शिक्षक दिवस मनाने का महत्व भी सार्थक होगा.

शिक्षक दिवस के इस शुभ अवसर पर उन शिक्षकों को शत-शत प्रणाम जिनकी प्रेरणा और प्रयत्नों की वजह से आज हम इस योग्य हुए कि मनुष्य बनने का प्रयास कर सकें.
©सुमित सारस्वत

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True Love Story: अगाध प्रेम की अनूठी मिसाल है यह प्रेमी युगल, एक ही दिन हुआ था दोनों का जन्म

भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी श्री कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) कहलाती है और भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी राधा अष्टमी (Radha Ashtami) के नाम से विख्यात है. क्या यह एक अदभुत संयोग नहीं है कि श्रीकृष्ण जी का जन्म भी अष्टमी को हुआ था और उनकी प्राणप्रिया राधाजी भी अष्टमी को ही अवतरित हुई थी.

राधा रानी के प्रति श्रीकृष्ण के अगाध आत्मीय प्रेम की यह बड़ी और जीवंत मिसाल है. एक और खास बात यह है कि राधा का जन्म दिन में 12 बजे हुआ और कन्हैया का जन्म रात में 12 बजे हुआ. कृष्ण जन्म के उपलक्ष में जन्माष्टमी मनाई जाती है और राधाजी के जन्म उपलक्ष में राधाष्टमी.
आपको कृष्ण प्रिया श्री राधाजी के जन्म अष्टमी महापर्व की ढेरों बधाई..
©सुमित सारस्वत

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August 25, 2024

जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के लिए क्या बोले राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा - CM Bhajanlal Sharma on Janmashtami

भारत देश में 26 अगस्त को भगवान श्री कृष्ण जन्म का पर्व जन्माष्टमी (Janmashtami) धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाया जाएगा. इस पावन पर्व पर राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) ने प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं.

सीएम शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) ने निष्काम कर्म करने, शोषण एवं अन्याय का प्रतिकार करने तथा जरूरतमंद लोगों के कल्याण के लिए सदैव समर्पित रहने का संदेश दिया.

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे भगवान श्रीकृष्ण के महान आदर्शों को आत्मसात करते हुए समाज में भाईचारे की भावना को मजबूत करने तथा गरीब व उपेक्षित की मदद करने का संकल्प लें. ©सुमित सारस्वत

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August 23, 2024

'सेक्स करना है तो हमारे पास आओ, लेकिन ऐसे नहीं..' कहते हुए क्यों रोने लगी सेक्सवर्कर्स?

  • भारत के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाछी में इस तरह छलका सेक्सवर्कर्स का दर्द


Kolkata Doctor Rape Case: "अगर आपको हवस ही मिटानी है, अगर आपको सेक्स करना है तो हमारे पास आइए ना. पढ़ने-लिखने, कामकाज करने वाली महिलाओं को नोंचने की क्या जरूरत है! जो काम 20 रुपए से 50 रुपए में हो सकता है, उसके लिए किसी की जिंदगी खराब करने की जरूरत क्या है! आपके शहर में सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया है, आप यहां आइए." कोलकाता के सोनागाछी रेड लाइट एरिया की महिलाओं के यह वो शब्द थे जो इंसानों को चीर देने वाले थे और सवाल उठा रहे थे कि उनको भी वो बात समझ आ रही है जो भारत के करोड़ों लोगों को समझ नहीं आती.

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रेड लाइट एरिया नहीं होते तो क्या होता?
कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ हुई वहशी बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर दिया है. चारों ओर हैवानियत की चर्चा से लोगों में आक्रोश है. भारत के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाछी में कोलकाता रेप केस में न्याय की मांग करते हुए सेक्सवर्कर्स का दर्द छलका. उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि देश के लगभग हर शहर में सेक्सवर्कर्स होने के बावजूद रेप हो रहे हैं. अगर रेड लाइट एरिया नहीं होते तो क्या होता? भारत में जिस तरह दुष्कर्म के मामले बढ़ रहे हैं वो घातक हैं.

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दुर्गा पूजा में मिट्टी देने से किया इनकार
रेप की घटना से आक्रोशित सोनागाछी की सेक्सवर्कर्स ने इस साल दुर्गा पूजा के लिए अपने आंगन की मिट्टी देने से भी इनकार कर दिया है. आपको बता दें कि वेश्यालयों की मिट्टी का इस्तेमाल बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा के लिए मूर्तियां बनाने में किया जाता है. माना जाता है कि कोई व्यक्ति जब वेश्यालय में प्रवेश करता है तो अपने अच्छे गुण वहां त्याग देता है, इसलिए वहां की मिट्टी को पवित्र माना जाता है. लेकिन इस बार सेक्सवर्कर्स ने मिट्टी देने से मना कर दिया है.
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केरल में क्यों हो रही RSS की बैठक?

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पीएम मोदी और चीफ जस्टिस 25 अगस्त को आएंगे राजस्थान, जानिए क्या है वजह? - PM Modi in Rajasthan

PM Modi in Jodhpur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 25 अगस्त को राजस्थान आएंगे. वे यहां जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट स्थापना के प्लेटिनम जुबली समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे. राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े विशिष्ट अतिथि और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ अध्यक्ष होंगे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma), विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजीव खन्ना, न्यायाधीश पंकज मित्थल, न्यायाधीश संदीप मेहता समेत कई न्यायाधीश शामिल होंगे.

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पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट
पीएम नरेंद्र मोदी रविवार शाम 4 बजे जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे. वहां से उनका काफिला झालामंड स्थित हाईकोर्ट परिसर के कार्यक्रम स्थल पहुंचेगा. पीएम मोदी करीब दो घंटे रूकेंगे. उनके दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट है. सुरक्षा के मद्देनजर ड्रोन पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं, पीएम के स्वागत की तैयारियां भी जारी है. शहर में जगह-जगह स्वागत द्वार और होर्डिंग्स लगाए जाएंगे. ©सुमित सारस्वत

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August 22, 2024

इंजीनियर की जॉब छोड़कर अपनाया संयम, अब हर्षा और ज्योति सफेद कपड़े पहनकर बनेंगी साध्वी

ब्यावर की इंजीनियर हर्षा कोठारी ने सांसारिक जीवन त्यागने का मन बनाया है. अब वे संयम पथ पर बढ़ी है. ब्यावर में मेवाडी गेट निवासी अशोक कोठारी व उषा कोठारी की 28 वर्षीय बेटी हर्षा ने जैन भागवती दीक्षा ग्रहण करने के लिए भीलवाड़ा में आयाेजित शिखर महोत्सव में जैन आचार्य रामलाल म.सा. एवं उपाध्याय प्रवर राजेश मुनि म.सा. के चरणों में आज्ञा पत्र समर्पित किया.

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गुरुवार को गुरुवृंद ने उनका भाव स्वीकार करते हुए दीक्षा घोषणा की. साधुमार्गी जैन संघ ब्यावर के प्रवक्ता नोरतमल बाबेल ने बताया कि मुमुक्षु हर्षा कोठारी की दीक्षा आगामी 3 दिसंबर को होगी. दीक्षा का समाचार मिलते ही साधुमार्गी जैन संघ व सकल जैन समाज में हर्ष छा गया. समता भवन में श्रावक-श्राविकाओं ने हर्ष का जयघोष किया.

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जैन आचार्य ने ब्यावर की हर्षा के साथ ही निम्बाहेड़ा निवासी मुमुक्षु ज्योति कांठेड़ को भी दीक्षा प्रदान करने की सहमति प्रदान की है. राजमल कांठेड़ व टीना कांठेड़ की 26 वर्षीय बेटी ज्योति ने भी साधु जीवन अपनाने का फैसला करते हुए दीक्षा की आज्ञा मांगी थी. इनकी दीक्षा 7 फरवरी 2025 को होगी. ©सुमित सारस्वत

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August 21, 2024

केरल में क्यों होगी RSS की अखिल भारतीय बैठक, जानिए किन मुद्दों पर चर्चा करेंगे भागवत - Annual meeting of RSS

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक इस साल 31 अगस्त से 2 सितंबर तक केरल के पालक्काड में आयोजित होगी. तीन दिवसीय बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत (Mohan Bhagwat), सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले (Dattatreya Hosabale) सहित संघ के सभी छह सह सरकार्यवाह और अन्य प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे. संघ की इस बैठक को लेकर देशभर में खासी चर्चा है.

संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर (Sunil Ambekar) ने बताया कि बैठक में विविध संगठन के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी तथा अनुभवों का निवेदन तथा आदान-प्रदान करेंगे. राष्ट्रीय हित के विभिन्न विषयों के संदर्भ में वर्तमान परिदृश्य, हाल में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं तथा सामाजिक परिवर्तन के अन्यान्य आयामों पर योजनाओं के संदर्भ में चर्चा करेंगे. सभी संगठन विविध विषयों पर परस्पर सहयोग तथा समन्वय को और अधिक बढ़ाने हेतु आवश्यक उपायों पर भी चर्चा करेंगे.

बीजेपी के कमजोर प्रदर्शन पर भी मंथन
सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के बाद हो रही है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के आम चुनाव में कमजोर प्रदर्शन पर भी मंथन किया जाएगा. बीजेपी अध्यक्ष बदलने पर भी विचार कर सकते हैं. बैठक के ठीक बाद होने वाले जम्मू-कश्मीर और हरियाणा चुनाव की रणनीति भी बन सकती है.

बैठक में यह संगठन होंगे शामिल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के साथ इस बैठक में राष्ट्र सेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिंदू परिषद (VHP), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), विद्या भारती, भारतीय जनता पार्टी (BJP), भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ (BMS) सहित 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे.

पिछले साल पुणे में हुई थी बैठक
आरएसएस (RSS) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय बैठक सामान्यतः वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है. गत वर्ष यह बैठक सितंबर 2023 में पुणे में संपन्न हुई थी. इस बैठक में संघ प्रेरित विविध संगठनों में कार्यरत संगठन के प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होते हैं. यह सभी संगठन सामाजिक जीवन से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के सकारात्मक कार्यों में लोकतांत्रिक पद्धति से सामाजिक परिवर्तन के कार्य में सक्रिय रहते हैं.
©सुमित सारस्वत
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August 3, 2024

पहाड़ों में पुत्र को तलाश रहे पिता, सरकारों से नहीं मिल रही सहायता, घनेंद्र लौटे लेकिन रूपिन तीन दिन से लापता

✍🏻सुमित सारस्वत
उत्तराखंड में केदारनाथ के भीमबली इलाके में गुरुवार दोपहर हुए बादल फटने (Cloud Burst) की विनाशकारी आपदा के बाद राजस्थान (Rajasthan) का एक युवक लापता है. दो दिन तक बेटे की खबर नहीं मिलने से परिवार की चिंता बढ़ गई. पिता खुद उत्तराखंड पहुंचकर पहाड़ों में अपने पुत्र की तलाश कर रहे हैं. केदारनाथ इलाके के अस्पतालों में जाकर भी तलाश किया लेकिन बेटा कहीं नजर नहीं आया. ब्यावर के इस पीड़ित परिवार को उत्तराखंड (Uttrakhand) और राजस्थान सरकार से भी कोई सहायता नहीं मिल रही है.

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आईआईटी डिग्री मिलने पर गए थे केदारनाथ
राजस्थान के ब्यावर (Beawar) में रहने वाले 24 वर्षीय रूपिन सामरिया को आईआईटी की डिग्री मिलने पर वह अपने दोस्त 25 वर्षीय घनेन्द्र सिंह के साथ केदारनाथ दर्शन करने गए थे. गुरुवार को गौरीकुंड क्षेत्र में बैठे थे. तभी पानी का तेज बहाव आया और दोनों बह गए. दो दिन बाद घनेन्द्र सुरक्षित घर लौट आए हैं लेकिन रूपिन का अब तक पता नहीं लगा है. उनके पिता अमरचंद सामरिया ने रुद्रप्रयाग पहुंचकर आपदा कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम से संपर्क किया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. सामरिया अपने बेटे को केदारनाथ इलाके के अस्पतालों में भी तलाश रहे हैं. इधर, रूपिन के लापता होने से ब्यावर में परिवार बेहाल है. बड़े भाई ने ब्यावर जिला प्रशासन और राजस्थान सरकार से रूपिन की तलाश में मदद करने की गुहार लगाई है.

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एक साल बाद भी नहीं मिले तीन युवक
गत वर्ष 8 जुलाई 2023 को ब्यावर के सात युवक हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन कुल्लू मनाली घूमने गए थे. वहां भारी बारिश से हुई तबाही में सभी युवक लापता हो गए थे. पांच दिन बाद चार युवकों के शव मिले थे. तीन युवक आज तक लापता हैं. हिमाचल जाकर तलाश करने पर भी परिवार को बेटों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. किसी चमत्कार की आस में परिवार आज भी बच्चों के वापस लौटने की आस लगाए हैं. ©सुमित सारस्वत

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केदारनाथ में कहां फंसे राजस्थानी?

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बारिश में कपल से की छेड़छाड़, योगी ने मनचलों और पुलिस के खिलाफ लिया यह एक्शन

✍🏻सुमित सारस्वत
यूपी की राजधानी लखनऊ में बारिश के बीच गुजर रहे युवक-युवती को घेरकर उनसे बदसलूकी की शर्मनाक घटना के बाद देशभर में योगी सरकार (CM Yogi) को टारगेट किया गया. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सख्ती दिखाते हुए बदमाशों को स्पष्ट संकेत दिया कि यूपी में किसी भी तरह का अपराध बर्दाश्त नहीं है. वारदात में लिप्त हुड़दंगियों की पहचान कर पवन यादव, मोहम्मद अरबाज, अमन गुप्ता, विकास भंडारी समेत 16 आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया. पुलिस की लापरवाही मानते हुए अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की.

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योगी बोले- 'महिला सुरक्षा बड़ा मुद्दा'
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) विधानसभा में गुरुवार (1 अगस्त) को गोमती नगर उत्पीड़न मामला चर्चा में रहा. यूपी में महिला सुरक्षा को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया कि 'उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. हमने गोमती नगर की घटना का संज्ञान लिया है. अपराधियों की सूची में पवन यादव और मोहम्मद अरबाज शामिल हैं. महिला सुरक्षा हमारे लिए एक बड़ा मुद्दा है और हमने हर बहन और बेटी को आश्वासन दिया है कि हम इसे गंभीरता से लेंगे.'

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सरकार का पुलिस के खिलाफ भी एक्शन
राजधानी में हुई घटना को बड़ी लापरवाही मानते हुए योगी सरकार ने पुलिस (Police) के खिलाफ भी बड़ा एक्शन लिया. गोमती नगर इंस्पेक्टर और तीन चौकी इंचार्ज, दो दीवान, आठ सिपाही समेत चौकी पर मौजूद पूरे स्टाफ को सस्पेंड कर दिया. डिप्टी एसपी, एडिशनल एसपी, डीसीपी, एसीपी को हटाया.

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वीडियो वायरल होने से गर्माया माहौल
जानकारी के अनुसार, लखनऊ (Lucknow) में ताज होटल के सामने रोड पर भारी बारिश के बाद जलभराव हो गया था. जलभराव में कुछ लोग मौज-मस्ती कर रहे थे. कुछ हुड़दंगियों ने वहां से गुजर रहे बाइक और स्कूटी पर पानी फेंका. बाइक से गुजर रहे एक युवक और एक महिला के साथ बदतमीजी की. शरारती तत्वों ने बाइक सवार युवक और महिला पर पानी की बौछार की और बाइक को पीछे से पकड़कर खींचने लगे, जिससे पीछे बैठी महिला गिर गई. इस घटना का वीडियो वायरल (Viral Video) होने के बाद लोगों ने सोशल मीडिया (Social Media) पर जमकर विरोध करते हुए प्रतिक्रियायां दी.

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'बहन बेटियों की इज्जत बचाओ..'
एक्स पर एक यूजर ने लिखा, 'यह तो लखनऊ की तहजीब नहीं है. एक महिला के साथ ऐसा हुड़दंग लखनऊ ने पहले कभी नहीं देखा.. शासन का कोई इकबाल है भी या नहीं.' सपा नेता आई.पी. सिंह ने घटना की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'लखनऊ की यह तस्वीर दिल को झकझोर देती है और कितनी पीड़ा देने वाली है. अपनी पत्नी को छेड़खानी से बचाने के लिए एक पति हाथ जोड़ कर हुड़दंगियों से विनती कर रहा है. योगी आदित्यनाथ सरकार की असल तस्वीर ये है. उत्तर प्रदेश की जनता सब देख रही है. यूपी में बहन बेटियों की इज्जत बचाओ.'
©सुमित सारस्वत

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August 1, 2024

Kedarnath Cloud Burst: गौरीकुंड में फंसे राजस्थान के दो युवक, आईआईटी की डिग्री मिलने पर गए थे केदारनाथ

✍🏻 सुमित सारस्वत
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच केदारनाथ (Kedarnath) पैदल मार्ग पर भीम बली इलाके में बादल फटने की घटना के बाद दहशत का माहौल है. रास्ते में पुल ढहने और पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही बंद हो गई है. सावन (Sawan) में भगवान शिव (Lord Shiva) का दर्शन करने के लिए देशभर से पहुंचे कई भक्त फंस गए हैं. इनमें राजस्थान (Rajasthan) के दो युवक भी शामिल हैं. बेटों से संपर्क नहीं होने के कारण परिवार को चिंता सता रही है.

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आखिरी बार गौरीकुंड में हुई थी बात
ब्यावर (Beawar) में रहने वाले 24 वर्षीय रुपिन सामरिया को आईआईटी की डिग्री मिलने पर वह अपने दोस्त 25 वर्षीय घनेन्द्र सिंह के साथ केदारनाथ दर्शन करने गए थे. लेकिन वहां बादल फटने के बाद भारी बारिश के बीच फंस गए हैं. रुपिन के पिता अमरचंद सामरिया ने बताया कि बुधवार को बेटे से बात हुई थी तब उसने बताया कि बारिश के कारण बुरा हाल है. उसके बाद से रुपिन का मोबाइल बंद है. गुरुवार सुबह घनेंद्र ने किसी स्थानीय व्यक्ति के फोन से अपने पिता से बात की थी. उस वक्त गौरीकुंड में फंसे थे. इसके बाद से दोनों की कोई खबर नहीं है. संपर्क नहीं होने के कारण परिवार को बेटों की चिंता सताने लगी है.

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सुरक्षा के लिए सरकार ने रोकी यात्रा
उत्तराखंड (Uttrakhand) में लगातार हो रही बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट रही है. अतिवृष्टि के बाद केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है. ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सरकार ने केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी है. सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है. पहाड़ों में भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, ताकि लोग एक दूसरे के संपर्क में रहें. किसी भी तरह की सूचना के लिए आपदा नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर
सकें. ©सुमित सारस्वत

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